उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि समाज के कई लोग मानसिक बिमारी का शिकार होते जा रहे हैं और उचित देख रेख नहीं होने पर वह पागलपन का शिकार होते जा रहे हैं।बहुत दिनों के बाद किसी चीज़ में एकाग्रता बनाए रखने से भी लोग मानसिक रोग का शिकार हो रहे हैं।किसी भी बात पर अधिक विश्लेषण करना मानसिक विकार का कारण बन जाता है।व्यक्ति को अपने दिमाग को स्थिर रखना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि मानसिक बिमारी आम आदमी को काफी सता रही है।लोग पागलपन का शिकार होते जा रहे हैं और उनका उपचार भी नहीं हो पाता है।कई लोगों को उपचार के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है। मानसिक बिमारी के मामले में लोगों को जागरूक करना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के.सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि मेन्टल हेल्थ समाज में अवसाद बनता जा रहा है। कई लोग मानसिक बिहारी का शिकार होते जा रहे हैं।अशिक्षा और जागरूकता के कमी के कारण भी लोग मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं।मानसिक तनाव से सम्बंधित स्कूलों में भी पाठ पढ़ाना चाहिए।

उत्तरप्रदेस राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि लोगों का मेंटल हेल्थ ठीक रहना जरूरी है और इसके संबंध में लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है क्योंकि अगर लोगों का मानसिक हेल्थ अच्छा नहीं रहता है तो वे पागलपन और चिड़चिड़ापन महसूस करने लगते हैं।सरकार का भी दायित्व है कि मेंटल हेल्थ के लिए अलग से एक कानून बनाया जाए और गांव क्षेत्रों में भी इसके चिकित्सक रखा जाए क्योंकि मेंटल हेल्थ के चिकित्सक बड़े- बड़े शहरों में रहते हैं।छोटे शहरों कस्बों में नहीं रहते हैं।जिसके चलते बीमारी ग्रस्त लोगों को काफी परेशानी होती है।इसलिए मेंटल हेल्थ के बारे में सरकार को कदम उठाना चाहिए।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू मटर के फसल में लगने वाली बीमारियां एवं उपचार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अधिकतर देखा जा रहा है की आंगनवाड़ी केंद्र में कोई हैंडपंप या स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं है। सभी जगह के नल ख़राब हो चुके है और सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है, सरकार को इसपर ध्यान देने की जरुरत है

Transcript Unavailable.

यह कार्यक्रम बताता है कि कैसे अनियमित बारिश, सूखा और बाढ़ किसानों की आजीविका, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और समग्र जीवन गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं। यह श्रोताओं को अपने अनुभव साझा करने और समाधान सुझाने के लिए आमंत्रित करता है, जिससे जागरूकता बढ़ाने और सामुदायिक समर्थन को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मौसम अचानक मोड़ लेता है इससे आम लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसका मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन है। संतकबीर नगर में लगातार दो हफ्ते से बारिश नहीं हुई, कल दो हफ्ते बाद बारिश हुई तो आज कड़ाके की धूप निकली है। धूप में बाहर जाना लोगों के लिए हानिकारक होगा। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि यह धूप लोगों को बीमार कर सकती है क्योंकि धूप इतनी तेज होती है कि लोग गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं गर्मी के चलते आम जन मानस इस धुप में निकल रहे हैं और कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है जैसे कि रूमाल या छतरी का उपयोग नहीं करेंगे तो वह बीमार पड़ सकते है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि पर्यावरण प्रदूषित है और पर्यावरण धीरे-धीरे प्रदूषित हो रहा है जिसके कारण लोग बीमार भी पड़ रहे हैं और कभी धूप, कभी छाया, कभी गर्मी, कभी ठंड बढ़ जाती है जिससे लोग बीमार भी पड़ जाते हैं। इसके कारण अस्पतालों में भीड़ देखी जा रही है। इसलिए सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि आप ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। वृक्षा रोपण होने से धुप की मात्रा कम होगी और बारिश ज्यादा होगी। वृक्ष लगाने से हमे आने वाले दिनों में फायदा मिलेगा और समाज सुखी रहेगा