उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर राज्य से रामप्रकाश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा लगता है लेकिन आजकल बेटियाँ कहाँ सुरक्षित हैं? बच्चे को गर्भ में मार ही दिया जाता है.अल्ट्रासाउंड नहीं किया जाना चाहिए, सरकार इसे नियंत्रित करे सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार को हर जिले में महिलाओं की सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से राम प्रकाश चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की आये दिन भूजल स्तर घटते जा रहे है और प्रशासन इसपर कोई कार्यवाही नहीं कर रहि है

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गाँव में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जलाशय के निर्माण से गाँव वालों को लाभ हो रहा है या सरकार या गाँव के मुखिया या ठेकेदार को इसका लाभ मिल रहा है। गाँव में अमृत सरोवर का निर्माण कर रही है ताकि पानी को संरक्षित किया जा सके और उस पर बहुत पैसा खर्च किया जा सके लेकिन इस समय यह अक्सर अमृत सरोवर में देखा जाता है। पर्याप्त पानी नहीं है, पानी केवल चुनिंदा स्थानों पर ही दिखाई देता है, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि जहां भी अमृत सरोवर बनता है, लोग मछली का पालन करते हैं। सरकार अमृत सरोवर के निर्माण पर बहुत पैसा खर्च करती है। लेकिन यह केवल दिखावा मात्र रह जाता है अमृत सरोवर का पानी पीने योग्य नहीं रहता

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि आज चुनाव का समय चल रहा है और नेता विकास का वादा कर रहे हैं, लेकिन क्या आपको लगता है कि पांच साल या पचहत्तर साल तक विकास के दावे कहां थे? लोग गाँव में सभी को दादा चाची चाचा के रूप में नमन करते हैं लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद लोग भूल जाते हैं। इसलिए आप लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग बहुत सोच-समझकर करना चाहिए ताकि आपको अपना वोट मिल सके। ।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी. चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से जल जीवन मिशन के अंतर्गत होने वाले कार्य के बारे में बता रहे है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी. चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए तभी देश का विकास हो पायेगा

किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से राम प्रकाश सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि भारत के सभी गाँवों में महात्मा गाँधी रोजगार गारंटी योजना चल रही है, लेकिन छोटे गरीब लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, कहीं न कहीं वे पीड़ित हो जाते हैं। जबकि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी हर गांव में चलाई जा रही है और वे इसे ले नहीं पा रहे हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से रामप्रकाश सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं की जो सरकार द्वारा जो योजनायें चलाया जा रहा है गाँव-गाँव में जल जीवन मिशन कनेक्शन भी दे रहे हैं लेकिन पानी ठीक से नहीं गिर रहा है और सारी परेशानियां बढ़ रही हैं। सरकार की योजनाएं पूरी तरह से गायब हो रही हैं और लोग परेशान हैं। कनेक्शन दे दिए गए हैं और अब पानी नहीं आ रहा है। सभी गर्मी में पानी की प्रतीक्षा कर रहे हैं एक योजना के बारे में कहा जाता है कि पहले दस वर्षों से चल रही है। निर्मल भारत योजना में भी आज तक निर्मल जल पीने की कोई उम्मीद नहीं है। पाइप से लगे हैंडपाइप कहीं खड़े हैं, वे भी चले गए हैं। निर्मल भारत योजना का मिशन, हैंडपाइप भी क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। इसलिए सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं, वे पूरी तरह से गायब हो गई हैं।

कोविडशील्ड के बारे में जानकारी अच्छी है। सरकार को कोविडशील्ड पर जो भी जानकारी उपलब्ध है, उसके बारे में लोगों को जागरूक करना चाहिए क्योंकि इसमें सरकार की लापरवाही देखी गई इससे लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। हालाँकि यह सरकार दावा करती है कि कोविडशील्ड सुरक्षित है, लेकिन अंत में ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं? जहाँ तक इस पहलू का सवाल है कि कोविडशील्ड में कमी कहाँ से आई, यह जानकारी लोगों को स्पष्ट करनी चाहिए।