उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी. चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इन दिनों जनपद में बारिश नहीं हो रही है। भीषण गर्मी और उमस भरी धूप के कारण आम जनता परेशान है। साथ ही इस समय बिजली व्यवस्था भी खराब स्थिति में है। भविष्य के लिए लोगों को अधिक मात्रा में पेड़ -पौधे लगाने चाहिए। वैज्ञानिकों का मानना है जहां पेड़-पौधे ज्यादा होते हैं वहां वर्षा भी ज्यादा होता है। इसलिए बारिश के लिए भी हमें वृक्षारोपण करना चाहिए

इस कार्यक्रम में एक परिवार बात कर रहा है कि कैसे बढ़ती गर्मी से बचा जाए। वे चर्चा करते हैं कि शहरों में ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए, पानी बचाना चाहिए, और लोगों को इन बातों के बारे में बताना चाहिए। और सभी को मिलकर अपने आसपास की जगह को ठंडा और हरा-भरा बनाकर रखना चहिये

यह कार्यक्रम बताता है कि गर्मी में घर को कैसे ठंडा रखा जा सकता है। इसमें एक परिवार पुराने तरीकों जैसे मिट्टी, बांस और छत पर पौधे लगाने के बारे में सीखता है। साथ ही, नए तरीके जैसे खास पेंट भी बताए गए हैं। कार्यक्रम यह संदेश देता है कि ऐसे घर बनाना चाहिए जो गर्मी कम करें और पर्यावरण के लिए अच्छे हों। इस गर्मी में आपका घर कितना गर्म रहता है ? अपने घर को ठंडा रखने के लिए आपने क्या उपाय किये ?

दोस्तों, कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखकर इस गर्मी में अपने शरीर के साथ साथ घर को भी बनाएं थोडा ठंडा ठंडा, कूल कूल | कैसे? आइये इस कार्यक्रम में जानते है |

गर्मी की चुनौतियां और समाधान, गर्मी से उत्पन्न समस्याओं और उनके समाधान की जानकारी। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए व्यावहारिक सुझाव।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर राज्य से रामप्रकाश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि धुप में जाते समय तौलिया या रुमाल लेकर ही निकले। साथ में पानी का बोतल भी लेकर निकले जिससे समय समय पर पानी पीने से शरीर में थकावट नहीं होती है

गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?

इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचना है, तो मौसम विभाग या सरकार द्वारा दी जाने वाली जानकारी और चेतावनी को गभीरता से समझना है और उन बातों का पालन करना है. सावधानी और सतर्कता, इन दोनों बातों का हमें ध्यान रखना है |इस भीषण गर्मी से जुड़ी चेतावनी आपको कहाँ से मिलती है ? चेतावनी सुनने या देखने के बाद आप क्या कदम उठाते है ? आप या आपके आसपास लोग इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करते है ?

उत्तप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि धूप और गर्मी के कारण आम जनता परेशान है, जबकि कुछ लोग मर भी रहे हैं, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? अगर हम संपत्ति की रक्षा नहीं करते हैं, तो आने वाले समय में लोगों के लिए उसी तरह परेशानी होगी, देखा जाता है कि एक तरह की ऊँची भुजा वाली सड़क बनती है, जिससे बहुत सारे पेड़ काटे जाते हैं। बड़े-बड़े पेड़ न होने से सड़क के किनारे छाया नहीं रहती है जिससे लोग धूप का शिकार हो जाते हैं। पाँच सौ साल पुराने पुराने पेड़ लगाए जाते थे ताकि सड़क पर चलने वाले लोग छाया का बहुत आनंद ले सकें, लेकिन आज सरकार द्वारा बागानों की उचित देखभाल की जा रही है। इसके अभाव में सड़क के किनारे जो भी पौधे लगाए जा रहे हैं वे छोटे हैं या आधे से अधिक पौधे देखभाल की कमी के कारण मर जाते हैं, जिसके कारण लोग खुले आसमान में सड़कों पर चलते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि वे लू का शिकार हो जाते हैं, इसलिए यह सोचने की बात है कि हम सभी को आने वाले समय में पेड़ लगाना चाहिए और जीवन बचाना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से आलोक श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि प्राकृत एक बार फिर बेमौसम बरसात से पुनर्जीवित हो गए हैं। कल रात 12 बजे बिजली गिरने के साथ भारी बारिश हुई। खेतों में पानी भर गया। लेकिन बारिश हो रही थी। बस दूसरे दिन, बारिश न होने के कारण, एक हल्की धूप थी। एक दिन बारिश हुई कि जैसे ही पृथ्वी से पानी मिला जो सूरज के कारण सूख गया था, वह गर्म भाप की तरह उसमें से वाष्पित हो गया। जिससे लोगों की बड़ी समस्याएं बढ़ गई हैं। आर्द्रता बहुत अधिक हो गई है लोग बहुत परेशान हैं.और यह आर्द्रता अधिक बारिश होने तक बनी रहेगी।थोड़ी बारिश के साथ इस समय मच्छरों का खतरा बढ़ गया है।बारिश से निकलने वाले मच्छर, नालियों से सड़ने वाले कीड़े, रखे हुए खरपतवारों से निकलने वाले मच्छर बिमारियों का घर बन रहे