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उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से सरोज चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि ज्यादा गर्मी के वजह से पानी का लेबल बहुत कम हो रहा है। कहीं कहीं तो नल से पानी मिलना बिलकुल ही बंद हो जा रहा है। लोगों को पीने के पानी की समस्या बहुत ज्यादा हो रही है इसलिए हमे पानी बचा कर रखना होगा।

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संतकबीरनगरः ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर गांव में बिजली लगवाई जाने की मांग की , विद्युत विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर लगाए जाने के स्वीकृति के बाद भी विभाग की लापरवाही का लगाया आरोप, बघौली ब्लाक क्षेत्र के बालू शासन गांव के निषाद बस्ती का मामला.

उत्तप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की लैंगिक असमानता के चलते आज महिलाओं को अपना हक़ नहीं मिल पा रहा है।महिलाओ के अपने अधिकारों को लेकर जागरूक होना होगा

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर जिला से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जागरूकता की कमी के कारण आज भी महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में पता नहीं है, महिलाओं को जागरूक करना सबसे महत्वपूर्ण है कि सरकार द्वारा कौन सी योजनाएं चलाई जानी चाहिए। चुनाव के समय नेता बड़ी-बड़ी चीजें लेकर चले जाते हैं और भोली-भाली जनता को अपना शिकार बनाते हैं। वोट देने के बाद वे पांच साल तक पीछे मुड़कर नहीं देखते। इसलिए जनता को भी अपने अधिकारों की मांग करनी चाहिए, महिलाओं को भी अपने अधिकारों के लिए एकजुट होना चाहिए और किसी के लालच में आए बिना मतदान करना चाहिए। साथ ही महिलाओं के लिए शिक्षा होना आवश्यक है और जब शिक्षा होगी तो लोग जागरूक होंगे कि शिक्षा के बिना कोई काम नहीं किया जा सकता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के संत अबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार का दावा है कि हर कोई पानी की टंकी से पानी पी रहा है, लेकिन वास्तविकता अलग प्रतीत होती है। एक ग्रामीण अपने गाँव में पानी की टंकी के दौरान हमसे मिला है, पानी की टंकी की क्या स्थिति है, पानी की आपूर्ति हो सकती है या नहीं, आज हम उससे बात करेंगे कि पानी की टंकी लगी है, आप क्या खाना चाहते हैं, पानी की टंकी लगभग एक साल से लगी हुई है।

संतकबीरनगरः बेलहर ब्लाॅक के ग्राम पंचायत बरडाड के राजस्व गांव पिपरी में रोज की तरह खेत में चरने गई भैंस गिरी पडी थीं। चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग पहुंचे तो तीन भैसों की मौके पर मौत हो चुकी थी और अन्य छह की हालत गंभीर है। मौके पर पहुंचे प्रधान कमलेश यादव ने पशु चिकित्सक को फोन किया। मौके पहुंची डाॅक्टरों की टीम ने बीमार भैसों के इलाज में जुट गई। पशु पालक हरीराम ने बताया कि वह लोग रोज की तरह भैंस चराने ले गए थे। भैसें खेत में चरने लगीं। वह लोग कुछ दूरी पर खड़े थे। कुछ समय के बाद जब भैंस आगे नहीं निकलीं तो मौके पर जाकर देखा तो तीन भैंस बेसुध पड़ी थीं ।इस संबंध में पूछे जाने पर पशु चिकित्सक डॉक्टर र ने बताया कि भैंसों का पोस्टमार्टम होगा, तभी मौत का कारण स्पष्ट होगा। हल्का लेखपाल आशीष वर्मा ने कहा कि मामले की रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

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