सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

महिलाओं के स्वास्थ्य पर लोगों के विचारों में असमानता, जो दोनों लिंगों को भी प्रभावित करती है, लेकिन आंकड़ों के आधार पर, यदि आंकड़ों से पता चलता है कि विश्व स्तर पर, जन्म के समय लड़कियों की जीवित रहने की दर अधिक है, लेकिन साथ ही उनका विकास भी विषम है। लेकिन भारत एकमात्र बड़ा देश है जहाँ लड़कियों की मृत्यु दर लड़कों की तुलना में अधिक है

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कई राज्यों में कन्या सम्बंधित योजनाएं लागु है। जैसे-कन्या के जन्म पर उसके माता-पिता को नगदी देना,कुछ पॉलिसी में किश्तों पर भुगतान किया जाता है। जो कन्या के विवाह के समय परिपक्व होती है। स्थानीय पंचायत को भी कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। स्थानीय नेता को जनता को शिक्षित तथा जागरूक करने के लिए अपने क्षेत्र से शिक्षित लोगों को नियुक्त करना चाहिए। ताकि लोगों की सेवा ली जा सके और कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके। कन्या भ्रूण हत्या विरोधी अभियानों में, महिलाओं को अभियान में सबसे आगे होना चाहिए। सूचना देने वालों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए। इस कुप्रथा के प्रभाव और गंभीरता के बारे में व्यापक मीडिया कवरेज होनी चाहिए।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि भ्रूण हत्या नहीं होना चाहिए। इसके लिए सख्त कानून बनाना चाहिए। कन्या भ्रूण हत्या बहुत बड़ा अपराध है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सभी मनुष्यों को इस समाज में रहने और जीवित रहने का समान अधिकार है, हालांकि कुछ समाजों ने महिलाओं के खिलाफ उनके अस्तित्व को नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग तरीकों से कुछ बाधाएं बनाई हैं। महिलाओं के खिलाफ हिंसा समाज द्वारा की जाने वाली क्रूरताओं में से एक है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कई कृत्य किए जा रहे हैं, उनमें से भ्रूण हत्या एक क्रूर घटना है। भ्रूण हत्या इस दुनिया में होने वाले सबसे अमानवीय गतिविधि है जिसे लिंक के आधार पर लोगों के साथ उच्च भेदभाव के रूप में देखा जा सकता है।कन्या भ्रूण हत्या से निपटने और भारत में कन्या शिशु हत्या की गहरी जड़ों वाली प्रथा को समाप्त करने के लिए नागरिक समाज, सरकारी एजेंसी और व्यक्तिगत नागरिक की ओर से सामूहिक प्रयास किया जाना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बातना चाहते है कि हमारी सरकार द्वारा चलाया गया एक मिशन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, जो लड़कियों को उतना ही दर्जा दे रहा है जितना लड़कों को दे रहा है। भ्रूण हत्या नहीं होना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से प्रियंका सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि उनको राजीव स्वर की डायरी बहुत पसंद है और मुझे इसके प्रसारण का बेसब्री से इंतजार रहता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि दहेज प्रथा, महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा, हिंसा और शिशु हत्या, असमानता, बाल श्रम, यौन कार्य आदि जैसी सामाजिक बुराइयाँ है। जो की ख़त्म होना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि भ्रूण हत्या नहीं होना चाहिए। भ्रूण हत्या कानूनी अपराध है। दंपति केवल एक लड़का चाहते हैं और इस इच्छा के कारण देश में लिंगानुपात में भारी गिरावट आई है, जिसका अर्थ है कि लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या कम हो रही है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से अंकिता मिश्रा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि अक्सर कन्या भ्रूण हत्या का मामला देखा जाता है। इसके कारण लड़कियों और लड़कों में लिंगानुपात बढ़ा है। इसका बुरा परिणाम सामने आ रहे है। इसके विरोध में कानून बना है जिसमे लिंग जाँच कराना अपराध है। कोई महिला के साथ लिंग जाँच के लिए जबरदस्ती करता है तो वो अपराधी माना जाएगा