उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से श्रीदेवी सोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से हररिया प्रखंड निवासी रौशनी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वे पशुपालन करती हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर सेश्री देवी सोनी , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शाक्षी मोदन से हुई। शाक्षी मोदन यह बताना चाहती है कि वह घर में मिठाई के डब्बे बनाती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा ,की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मुन्नी मिश्रा से हुई। मुन्नी मिश्रा यह बताना चाहती है कि श्रोता अंडा बेचना चाहती है और अपना जीवन चलाना चाहती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नंदनी से हुई। नंदनी यह बताना चाहती है कि वह लकड़ी काट कर बेचना चाहती है और अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से परमावती से हुई। परमावती यह बताना चाहती है कि वह सब्जी की खेती करना चाहती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से अंकिता मिश्रा , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से चंद्रावती से हुई , चंद्रावती यह बताना चाहती है कि वह बकरी पालन करना चाहती है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बालमपुर से वीर बहादुर यादव , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से संतोष जी से हुई। संतोष जी बताते है कि अधिक गर्मी पड़ने का कारण है हरे पेड़ों का कटान होना और लोग वृक्ष नहीं लग रहे हैं

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बालमपुर से वीर बहादुर यादव , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विशाल जी से हुई। विशाल जी बताते है कि महिलाओं को महिलाओं के नाम से नहीं जाना जाता है उनके बच्चे या उनके पति के नाम से जाना जाता है। महिलाएं अपने लिए आवाज नहीं उठा पाती है। इस परम्परा को ठीक करने के लिए लोगों को शिक्षित होना बहुत जरूरी है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से से नीलू , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से संजू वेर्मा से हुई , संजू वर्मा बताती है की गर्मी बहुत बढ़ गया है और बिजली की व्यवस्था नहीं है। सरकार ने बिजली की व्यवस्था नहीं दी है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रेनू से साक्षात्कार लिया। रेनू ने बताया कि इनको पक्ष-विपक्ष कार्यक्रम अच्छा लगता है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सम्बोधन में पहले के मुकाबले या समय के साथ बदलाव आया है। जैसे-पहले बड़ी बहू को बड़का ,छोटी बहू को छोटका बोला जाता था । अब लोग बहूओं का नाम लेकर बुलाते हैं।