बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अंजू कुमारी से हुई। अंजू कुमारी यह बताना चाहती है कि पहले घर से निकलने कोई नहीं देता था।अब वह बाजार , ऑफिस भी जाने लगी है और पैसा कमा कर अपने बच्चों को भी खिला सकती है। पहले घर से निकलने पर बहुत दबाव बनाया जाता था की वह देखो वो कहाँ जा रही है
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अंजली कुमारी से हुई। अंजली कुमारी यह बताना चाहती है कि महिलाओं को भी जमीन पर अधिकार होना चाहिए पहले पुरुष को ही जमीन पर अधिकार दिया जाता था लेकिन अब महिला को भी अधिकार मिलना चाहिए। जमीन का रशीद होने पर आवासीय , आय प्रमाण पत्र बनाये जाते है। अगर जमीन का कागज़ नहीं रहेगा तो कोई और भी जमीन को छीन सकता है।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला से बिंदु देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रानी से हुई ,ये बताती है कि महिलाओं को भूमि अधिकार मिलना चाहिए। महिलाओं को सामान सम्मान दिया जाता है। लेकिन पहले महिलाओं को अधिकार नहीं दिया जाता था।
बिहार राज्यके जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से यह हमारे श्रोता से हुई। श्रोता यह बताना चाहती है की पहले पिताजी हर काम करने के लिए मना करते थे और ससुराल में भी पति के द्वारा मना किया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है आज महिला सब काम करती है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से यह पूनम कुमारी से हुई। पूनम कुमारी यह बताना चाहती है कि जमीन का अधिकार पुरुषों को सिर्फ दिया जाता था लेकिन अब महिलाओं को भी जमीन पर अधिकार मिलना चाहिए। जाति, आय, आवासीय प्रमाण पत्र बनाने में रशीद का काम आता है। मकान का रशीद नहीं होगा तो घर से निकाल दिया जायेगा।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनी कुमारी से हुई। सोनी कुमारी यह बताना चाहती है कि वह पहले घर में ही रहती थी पहले कुछ जानकारी नहीं रहता था। अब बाहर निकलने लगी है तो लोग ताना मारने लगे है कि कहाँ आती है और कहाँ जाती है , घर से निकलने नहीं दिया जाता था। अब बाहर निकलने से कई चीज़ों की जानकारी होती है जैसे बैंक के बारे में या फिर जाती , आवासीय आदि। घर से बाहर निकलने पर कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निक्की कुमारी से हुई। निक्की कुमारी यह बताना चाहती है कि पहले जमीन पुरुष के नाम से रहता था लेकिन अब महिला के नाम से भी रहता है। अगर महिला के नाम से जमीन रहेगा तभी तो वह फसल उगा सकती है अपना पेट भर सकती है और अपने बच्चों को खिला सकती है। जमीन रहेगा तो कहती कर सकती है और खेत का रशीद भी होना जरूरी है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निक्की कुमारी से हुई। निक्की कुमारी यह बताना चाहती है कि वह पहले घर में रहती थी लेकिन अब बाहर निकल सकते है। पहले पति और घर के लोग मना करते थे कि घर से बाहर नहीं निकलो बाहर का आदमी तुम पर ताना मारेगा। अब वह घर से बाहर निकलती है और सभी काम करती है। पहले लोग हँसते थे लेकिन अब वह अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए और रोजगार करने के लिए घर से बाहर निकली है। वह खुद काम करके अपना घर चला रही है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निरु देवी से हुई। निरु देवी यह बताना चाहती है कि उनके गाँव में अच्छा विकास हुआ है और नाली का निर्माण हुआ है। उनका जमीन पर अधिकार होना चाहिए, उनका अपना खेत होना चाहिए। ताकि बच्चों को पढ़ा सके। बच्चा आँगनबाड़ी जाता है. पढ़ने के लिए।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मीना से हुई। मीना यह बताना चाहती है कि पहले महिलाओं को घर से निकलने नहीं मिलता था। सास ,ससुर, हस्बैंड बहुत दिकक्त देते थे। अब महिला अपने पैरों पर खड़ी हो रही है। बच्चों को स्कूल लेकर जाती है। घर का राशन भी लाती है। पड़ोस के लोग मजाक उड़ाते थे की नयी दुल्हन आयी है और घर से बाहर निकल रही है तो इस तरह की परेशानियां पहले होती थी। लेकिन अब घर का सारा काम औरत स्वयं करती है