सबसे पहले आधा कप देसी घी को एक बड़ा कटोरा में ले लीजिये। घी रूम टेम्परेचर में होना चाहिए । अब इसे अच्छे से फेट लीजिये जिससे घी का दानेदार सामग्री हट जाएगी। अब इसमें दो बड़ा चम्मच दूध डाल कर पांच मिनट तक फेटे जिससे घोल क्रीमी लगे।अब इसमें आधा कप पीसी हुई चीनी मिला कर अच्छे से फेट लें ताकि चीनी अच्छे से घी में मिल जाए। अब इसमें छलनी रख कर एक कप रागी आटा ,दो बड़ा चम्मच गेहूं का आटा ,दो बड़ा चम्मच कोको पाउडर ,एक चौथाई छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर ,एक चौथाई छोटा चम्मच बेकिंग सोडा को मिक्स कर के छान लीजिये। अब इसे हल्के हाथों से अच्छे से मिला लीजिये और गूथ लीजिये। अब इसे छोटा लोई बना बना कर बिस्कुट का आकर दें और आप अगर इसमें डिज़ाइन देना चाहे तो दे सकते है या फिर आप इसमें चोको चिप्स का इस्तेमाल भी कर सकते है। अब एक प्लेट लें,उसको ग्रीस कर के बटरपेपर लगाए और इसके ऊपर तैयार बिस्कुट को रख दें। ध्यान रखे की प्लेट में ज्यादा बिस्कुट नहीं रखे क्योंकि बेक होने पर बिस्कुट का अकार बड़ा होने लगता है । अब इसे हम कढाई में बेक करेंगे। इसके लिए हमे गैस में कढ़ाई चढ़ाना है और इसमें कोई भी स्टैंड रख लीजिये। अब मध्यम आंच में इसे ढक कर पांच मिनट तक प्री हीट कर लीजिये। अब प्री हीट हो जाने पर बिस्कुट के प्लेट को स्टैंड में रखे और मध्यम आंच में ढक कर 15 मिनट तक बेक कर लीजिये । इसी तरह बाकी बिस्कुट को भी बेक कर लीजिये। अब सारी बिस्कुट बेक हो जाने के बाद ठंडा कर लीजिये ,तैयार है टेस्टी एंड हैल्थी रागी बिस्कुट। आप इसे शाम के नास्ते में चाय के साथ सर्व करिये।
सबसे पहले 250 ग्राम गाजर को अच्छे से धो कर इसे छील लीजिये और पतला पतला काट लीजिये। अब इसमें एक कप दूध मिला कर अच्छे से पीस लीजिये और पतला पेस्ट बना लीजिये । ध्यान रखियेगा की गाजर का कोई भी मोटा भाग पेस्ट में न रहे। अब गाजर का पेस्ट में 100 ग्राम बारीक़ सूजी , 60 ग्राम मैदा ,चार बड़ा चम्मच मिल्क पाउडर ,आधा छोटा चम्मच इलाइची पाउडर और एक बड़ा चम्मच चीनी मिला लीजिये। सूजी अच्छे से फुले इसके लिए जरूरत अनुसार दूध इस्तेमाल करना है। ध्यान रखियेगा की आप इसमें गरम दूध का इस्तेमाल नहीं करे। अब इस मिश्रण को ढक कर रख दीजिये। अब चाशनी बनाने के लिए डेढ़ कप चीनी ले लीजिये और डेढ़ कप पानी मिला कर हाई फ्लेम पर चीनी को उबलने दीजिये। इसमें आप चार इलाइची और अगर केसर डालना चाहे तो थोड़ा केसर डाल सकते है। इस घोल को चलाते रहिये जब तक चीनी अच्छे से घुल न जाए। अब गैस फ्लेम को लौ कर के 2 मिनट तक पकाइये .चाशनी को जाँच लें की उसमे तार न बने केवल चिपचिपा रहे। अब गाजर ,सूजी ,मैदा का बैटर को अच्छे से मिलाए और अगर बैटर गाढ़ा है तो इसमें दूध मिलाइये। ध्यान रखियेगा की घोल ज्यादा गाढ़ा न ज्यादा पतला होना चाहिए। अब मालपुआ को तलने के लिए कढाई में तेल को गर्म कर लीजिये ,तेल को मध्यम गर्म करना है। अब आंच को धीमा कर के थोड़ा थोड़ा कर के एक धार में पुआ को डालिये।पुआ डलने के बाद आंच को मध्यम कर लीजिये। ध्यान रखियेगा एक से दो मिनट तक एक तरफ से तलने के बाद ही कलछी से पुआ को तेल में मिलाइये।अब दूसरी तरफ से भी अच्छे से तल लीजिये। अब पुआ को अच्छे से छान कर चाशनी में डाल लीजिये। जब पुआ चाशनी में अच्छे से फुल जाए तो पुआ को प्लेट में निकाल लीजिये और सर्व करिये।
नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम अमन कुमार यादव है और मैं झारखंड राज्य के रांची जिले के नामकुंभ प्रखंड से बात कर रहा हूँ । मैं सत्ताईस साल का हूँ । जानकारी देनाः मीठे आलू का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले सामग्री इकट्ठा करें । एक बड़ा शकरकंद । एक सौ पचास ग्राम । एक कप मलाई । एक कप दूध । पचास ग्राम चीनी । डेढ़ चम्मच इलायची पाउडर । दो बड़े चम्मच घी चार पिस्ता तोरी का हलवा बनाने के लिए तोरी को निकाल कर अच्छी तरह से धो लें । अब , एक कड़ाही में घी गर्म करें , तोरी डालें और मध्यम आंच पर पाँच मिनट के लिए तलें । अब दूध डालें और दूध के सूखने तक पकाएँ अब चीनी डालें और चीनी का पानी सूखने तक पाँच मिनट तक पकाएँ अब इलायची डालें और गैस बंद कर दें अब हलवा तैयार है इसे एक कटोरी में निकाल लें ।
नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम अमन कुमार यादव है और मैं झारखंड राज्य के रांची जिले के नामकोम प्रखंड का निवासी हूँ । मैं सत्ताईस साल का हूँ और मेरा पिन कोड आठ तीन चार शून्य एक शून्य है दोस्तों , आज मैं आपको लौकी का किसान बनने के बारे में बताऊंगा । मैं यह जानकारी देने जा रहा हूं कि लौकी भरने के लिए सबसे पहले इस एक किलो लौकी , दो हरी मिर्च , आठ से दस लहसुन की कलियां , एक से दो इंच अदरक का टुकड़ा , आठ से दस पत्तों के टुकड़े , एक से तीन चम्मच जीरा इकट्ठा करें । एक चम्मच तेल , स्वादानुसार नमक इसे बनाने के लिए , लौकी का छिलका उतारने के बाद पहले उसे धो लें और कुकर में आधा कप पानी डालें और दो सीटी डालें । उबले हुए लौकी को अपने हाथों से दबाएँ और अतिरिक्त पानी निकाल लें । फिर लौकी का मसाला तैयार करें । एक कड़ाही में तेल गर्म करें , सरसों के बीज डालें , जब यह फट जाए तो प्याज , अदरक , लहसुन , हरी मिर्च और करी पत्ता डालें । इस दिन , भूनें और इसमें नमक डालें , जब अच्छी तरह से भून लें , तो गैस बंद कर दें , फिर लौकी की बोतल भर कर तैयार हो जाए । साथियों , लौकी की बोतल को भरना उतना ही आसान है जितना कि यह स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है ।
नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम अमन कुमार यादव है और मैं झारखंड राज्य के रांची जिले के नामकुम प्रखंड का निवासी हूँ । मैं सत्ताईस साल का हूँ और मेरा पिन कोड आठ तीन चार शून्य एक शून्य है दोस्तों , आज मैं आपको राजभोग मिठाई बनाने जा रहा हूँ । कैसे बनाएंः दो कप चीनी , दो किलो दूध , चार काजू , पांच बादाम , डेढ़ चम्मच इलायची पाउडर , एक चुटकी शैंपेन का रंग लें । इसे दो बार उबालने के बाद गर्म करें , फिर गैस बंद करें , थोड़ी देर बाद छेना का पानी डालें , दूध फाड़ें , इसे कपड़े में डालें , छान लें , फिर इसे एक बर्तन में रखें और ऊपर से एक भारी वस्तु के साथ दबाएं । दबाने से आधे घंटे में पूरा पानी बाहर आ जाएगा । पनीर को अपने हाथों से अच्छी तरह से पीसकर चिकना बनाएं , फिर रंग में एक चुटकी इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाएं । इसे डालें , गोल गेंदें बनाएं , गैस पर डालें , इसमें दो कप चीनी डालें और तीन गिलास पानी डालें । जब चीनी उबलने लगे तो पका हुआ राजभोग डालें और मध्यम आंच पर पकाएं । आधा ढक्कन लगाएँ , पाँच मिनट के बाद ढक्कन हटा दें और इसे दूसरी तरफ घुमा दें , फिर ढक्कन को आधे पर रखें , फिर दो से तीन मिनट के बाद जब यह बड़ा हो जाए तो गैस बंद कर दें , फिर ठंडा होने के बाद , इसे एक सर्विंग बॉल में बाहर निकालें और ठंडे राजभोग का आनंद लें ।
झारखंड राज्य के रांची जिले से अनिका आपसे एक खाना पकाने की प्रतियोगिता के बारे में बात कर रही हूँ । झारखंड का सबसे प्रसिद्ध साग , कोनार साग बनाने का एक आसान तरीका इस प्रकार हैः कोनार साग में पर्याप्त मात्रा में विटामिन होता है जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद है । इसके अलावा इस सब्जी में बीटा कैरोटीन भी होता है , यह तत्व आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है , साथ ही आंखों को रात के अंधेपन और मोतियाबिंद से भी बचाता है । आइए जानते हैं कि इस फायदेमंद साग को बनाने की विधि क्या है और समझें कि इस साग को बनाने के लिए हमें किन सामग्रियों की आवश्यकता होगी । इससे पहले हम एक किलो कुनार का साग , दो मध्यम आकार के प्याज , चार टमाटर , आधा चम्मच हल्दी पाउडर , दस से पंद्रह लौंग लेंगे । अब आगे बढ़ते हैं और यह पता लगाते हैं कि इसे कैसे बनाया जाए , सबसे पहले हम कुनार साग को अच्छी तरह से साफ करते हैं और इसे तीन कप पानी से धोते हैं । फिर कुकर में थोड़ा पानी डालें और कुकर में तीन से चार सीटी तक पकाएँ । उसके बाद , हम एक पैन में सरसों का तेल गर्म करेंगे और जब तेल गर्म हो जाएगा , तो हम दो सूखी लाल मिर्च और लहसुन को छोटे टुकड़ों में डाल देंगे । इन दोनों को काटें और तब तक तलें जब तक कि वे सुनहरा न हो जाएं जब हमारा प्याज सुनहरा हो जाए तो हम इसमें हल्दी पाउडर डाल देंगे और साथ ही हम उन टमाटरों को काटेंगे जो हमने उसमें रखे हैं । और हर स्वाद के अनुसार नमक डालें और इसे तब तक पकाएं जब तक कि हमारा टमाटर नरम न हो जाए जब तक कि हमारा टमाटर नरम न हो जाए और मसाले भून न जाएं । जब तक सखा का पानी पूरी तरह से सूख नहीं जाता , तब तक हमारा कोनार का सखा पकने के लिए तैयार है , जो खाने में बहुत स्वादिष्ट है और स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है ।
नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम अमन कुमार यादव है और मैं झारखंड राज्य के रांची जिले के नामको ब्लॉक से हूँ , मैं सत्ताईस साल का हूँ और मेरा पिन कोड आठ तीन चार शून्य एक शून्य है । यहाँ मैं आपको इसके बारे में बताने जा रहा हूँ , तो आइए जानते हैं कि केले का भुजिया बनाने से पहले सबसे पहले इसके लिए सामग्री इकट्ठा करें , दस कच्चे केले , चार हरी मिर्च , कटी हुई , डेढ़ चम्मच जीरा काली मिर्च पाउडर के साथ एक चुटकी हल्दी । डेढ़ चम्मच जीरा , पाँच चम्मच सरसों का तेल , स्वादानुसार नमक डालें । इसे बनाने के लिए , पहले केले को दोनों तरफ से हाथों से या चाकू से काटें और छील लें , फिर गैस पर गोल केले को धो कर काट लें । एक पैन में तेल गर्म करें , सरसों के बीज डालें , जब यह फट जाए , तो कटी हुई हरी मिर्च , हींग , हल्दी पाउडर , काली मिर्च पाउडर , नमक डालें और दो मिनट तक पकाएं ।
नमश्कार दोस्तों मेरा नाम अमन कुमार यादव है। आज मई आपको अमरूद और पुदीना की चटनी कैसे बनाई जाती है इसके बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ
नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम अमन कुमार यादव है और मैं झारखंड राज्य के रांची जिले के नामको प्रखंड का निवासी हूँ । मैं सत्ताईस साल का हूँ और मेरा पिन कोड आठ तीन चार शून्य एक शून्य है दोस्तों , आज मैं आपको कोहरा पत्ती की चटनी देने जा रहा हूँ । इसे बनाने के तरीके के बारे में बात करते हुए , पहले घोड़े की पत्ती की चटनी बनाने के लिए सामग्री इकट्ठा करें । आठ से दस घोड़े के पत्ते । तीन से चार हरी मिर्च । लहसुन की एक छोटी लौंग । दो चम्मच सरसों का तेल । स्वादानुसार नमक । धनिया के पत्तों को धोकर साफ करें , फिर गैस पर तवा या कड़ाही डालें , गर्म होने पर दो बड़े चम्मच तेल डालें और पत्तियां और हरी मिर्च डालें ।
बुढ़मू प्रखंड में होली पर्व शांति पूर्ण संपन्न हुआ। इस अवसर पर एक दूसरे को रंग अबीर गुलाल लगाकर होली पर्व की शुभ कामनाएं दी गई। प्रखंड के गांवों में बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान भी होली में एक दूसरे को रंग अबीर गुलाल लगाकर बधाई व शुभकामनाएं दी।