Transcript Unavailable.

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग प्रखंड चुरचू से चांदनी मुर्मू मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें लॉकडाउन में काम करना पड़ता है। उन्हें बहुत कुछ सीखने का मन करता है। इसलिए महिला उथान संस्था के हर एक कार्यक्रम में भाग लेती है और दूसरी लड़कियों को प्रेरित करती है

झारखण्ड राज्य के गर्भा पंचायत के वार्ड नंबर 4 की वार्ड सदस्य उषा मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है ,कि पहले वो घरेलु महिला थी परन्तु घरवालों के कहने पर वार्ड सदस्य बनी ,अब वो महिलाओं को महिला मुद्दे के बारे में और किशोरियों को किशोरी मुद्दें के बारे में बता रही हैं। महिलायें और किशोरियां अब अपने हक़ अधिकारों को समझ रही हैं ,और अपने कामों को खुद से कर रही हैं ब्लॉक तक जा रही हैं

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के चुरचू प्रखंड के जरवा पंचायत से राखी देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि

झारखण्ड राज्य से महिला श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि अभी वे कई सारी महिला सहायता समूह की महिलाओं के साथ कार्य कर रही है। महिलाओं को जागरूक करने का काम कर रही हैं और महिला मुद्दों से सम्बंधित सारी जानकारी दे रही है और महिला जागरूकता की कहानी सुन कर प्रेरणा लेकर आगे अपने कामों में बढ़ रही है।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के विष्णुगढ़ से सुनीता पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि उनको महिला मुक्ति की बैठक में जाने से बहुत कुछ सिखने को मिला और वो अगल बगल की महिलाओं को भी समझने का काम करती हैं वो लोगो को बताती हैं कि बाल विवाह नहीं नहीं करना चाहि

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के इचाक प्रखंड के किर्यातपुर पंचायत के किर्यातपुर गांव से दीपांजलि कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,उनको नीलिमा की कहानी सुन कर बहुत अच्छा लगा और इस कहानी से वो प्रेरित भी हुई हैं। एसएचजी में जुड़ कर उन्हें ये मालूम पड़ा कि पढ़ लिख कर घर बैठने से कुछ नहीं होगा घर से बहार निकलने पर ही अपनी पहचान बना सकते हैं। एसएचजी महिलाओं के लिए एक सीढ़ी है जहाँ वो अपने अपने दुःख सूख और बातों को रख सकती हैं। महिलायें एकजुट होकर अपने ऊपर हो रही हिंसाओं के विरुद्ध आवाज़ उठा सकती हैं

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के महिला मुक्ति संस्था से रूपा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है ,कि महिला मुक्ति संस्था से जुड़ने के बाद नीलिमा की तरह उन्हें भी प्रोत्साहित मिला है। उनकी शादी भी बहुत काम उमर में की जा रही थी परन्तु उन्होंने अपने माता- पिता को समझाया कि कम उमर में शादी करनी बाल विवाह करना कानूनन जुर्म है ,कैसे क्या होता है इन बातो को अपने परिवार वालो को समझायीं। अब उनकी शादी 19 वर्ष में हो रही है।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के ग्राम आरा से सुशीला देवी जो समूह से जुड़ी हुई हैं,मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है ,कि समूह से जुड़ी हुई हैं तो समूह से जुड़ी होने के तहत से किशोरियों एवं युवतियों को प्रशिक्षण कराना है

Transcript Unavailable.