दिगबिजय गावँ पंचायत नवनपुर से अनन्य महतो जानना चाहती हैं कि आँगनबाड़ी केंद्र से क्या-क्या लाभ मिलता है?
झारखण्ड राज्य से संगीता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह पूछना चाह रही है कि उनके मोहल्ले में बहुत सारे ड्रॉपआउट बच्चे है तो उनके लिए वो क्या कर सकती है ?
झारखण्ड राज्य के सिमडेगा ज़िला के ठेठईटांगर प्रखंड से संगीता कहती हैं कि उन्हें मासिक धर्म से सम्बंधित बहुत तरह की समस्या हो रही हैं।
राजस्थान राज्य के अलवर ज़िला से मोहम्मद मुस्ताख़ यह जानना चाहते हैं कि युवा मैत्री क्या है ?
झारखण्ड राज्य के गोड्डा ज़िला से अनुजा दुबे कहती हैं कि उनकी उम्र 40 वर्ष के पार हैं। पहली बार उनका मासिक धर्म विलम्ब से एक महीना छोड़ कर आया हैं। तो अनुजा दुबे यह जानना चाहती हैं कि 40 वर्ष के उम्र के ऊपर हो जाने पर भी क्या मासिक धर्म विलम्ब से आती हैं ?
दोस्तों ,अक्सर बहुत सी लड़कियाँ अपने पहले पीरियड या माहवारी के समय इसी डर से गुजरती हैं ,लेकिन अब हमने ठाना है किशोर किशोरियों को मिले सही जानकारी जिससे वे अपने अधिकारों और मुद्दों के लिए मजबूत बने। हमने शुरू की है अब मेरी बारी मोबाइल वाणी,जहाँ हम बात करेंगे किशोर किशोरियों में आने वाले शारीरिक और मानसिक बदलाव और उनके स्वास्थ्य ,पोषण ,पढ़ाई और अधिकार से जुड़े मुद्दों के बारे में अगर आप भी किशोर किशोरी हैं या आपके घर में भी इस उम्र के लड़के या लड़कियाँ हैं तो अभी मोबाइल वाणी एप्प पर कॉल बटन दबाइये और जुड़ जाइये हमारे इस अभियान से।
झारखंड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि अस्पताल में युवा मैत्री केंद्र तो बना हुआ हैं परन्तु इसकी जानकारी लोगों को नहीं हैं।किशोर अवस्था में पर्याप्त जानकारी के अभाव में किशोरियाँ गलतियाँ कर बैठती हैं और संकोच के कारण अपनी समस्या किसी से व्यक्त नहीं कर पाती हैं ।इसलिए किशोरियों को बढ़ती उम्र में होने वाले शारारिक बदलाव की जानकारी प्रदान की जानी चाहिए।
झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला से काजल देवी बताती हैं, कि ग्रामीण इलाकों में लड़कियों को अकसर शिक्षा से वंचित रखा जाता हैं। लड़कियों को लड़कों की तरह सम्मान नहीं दिया जाता हैं।ग्रामीण इलाकों में इस सोच को हटा कर हर एक परिवार में बेटियों को समान दर्ज़ा दिया जाना चाहिए।
झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला से कविता कुमारी ने बताया कि लोग अपनी गलत सोच के कारण लड़का और लड़की की कम उम्र में शादी करा देते हैं। इस कारण उन्हें अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं।
झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला से काजल देवी ने बताया कि अकसर ग्रामीण इलाकों में कन्या भ्रूण हत्या होती रहती हैं। इसलिए काजल देवी निवेदन करती हैं कि कन्या के प्रति यह सोच हटा कर बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए।