राजस्थान के धौलपुर से प्रीति कुमारी अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताती हैं कि विद्यालय में ब्लैक बोर्ड के जगह वाइट बोर्ड लगाया जाए। ताकि चॉको की धूल बच्चों के अंदर ना जाए

झारखण्ड से सुमित मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि अब मेरी बारी कार्यक्रम सुनकर बहुत अच्छा लगता है

झारखण्ड राज्य के सराईकेला-खरसावां ज़िला के गमहरिया प्रखंड से सुजाता ज्योत्सि ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज की एक रूढ़िवादी भावना यह हैं कि लड़कों के जन्म होने पर उनकी पढाई और नौकरी की चिंता करते हैं पर लड़कियों के जन्म होते ही उनकी शादी की तैयारियाँ। यह भेदभाव बहुत ही गलत हैं। इसलिए अब मेरी बारी अभियान के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा लड़कियाँ जागरूक हो और अपना निर्णय खुद से लेकर अपने जीवन में आगे बढ़े। परिवार के दबाव में आ कर कोई ग़लत फ़ैसला लेने से बचे।सुजाता ने यह भी बताया कि कई क्षेत्रों में अभी भी बाल विवाह होता हैं जिस कारण कुपोषित बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही हैं।

Transcript Unavailable.

हमारे एक श्रोता पुजारी तिवारी ने अब मेरी बारी के माध्यम से बाल विवाह पर एक स्लोगन पेश किया गया हैं। स्लोगन के माध्यम से पुजारी तिवारी बताते हैं कि किशोर-किशोरियों को उनके बढ़ती उम्र में यौन सम्बन्धी शिक्षा ,परिजन द्वारा देनी चाहिए ताकि किशोर अवस्था में बच्चे गलत रास्ता न अपनाए

हमारे एक श्रोता सचिन ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सुखद जीवन व्यतीत करने लिए दंपत्ति को कंडोम का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए। इससे कई यौन सम्बन्धी बिमारियों से बचा जा सकता हैं। पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर...

हमारे एक श्रोता सचिन , अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि माहवारी के समय किशोरियों को पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। सचिन की राय सुनने के लिए क्लिक करें ऑडियो पर...

हमारे एक श्रोता सचिन , अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के द्वारा किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य व पोषण सम्बन्धी जानकारी मिलती हैं। यह बहुत ही लाभदायक हैं

Transcript Unavailable.

हमारे एक श्रोता सचिन राय ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जब किशोरियों को पहली माहवारी आती हैं तो उन्हें शर्म दूर कर परिजनों से सलाह लेनी चाहिए। अब मेरी बारी मोबाइल वाणी से किशोर-किशोरियों के अधिकारों से लेकर उनके स्वास्थ्य तक की जानकारी मिलती हैं।