उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला से प्रमोद वर्मा ने गाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि क़रीब एक सप्ताह पहले दिनांक 19 जून 2020 को एक महिला तूफानी देवी का साक्षात्कार लेकर गाज़ीपुर मोबाइल वाणी पर एक ख़बर प्रसारित किया गया था। ख़बर में तूफानी देवी ने बताया था कि उनका बिजली का बिल काफी ज्यादा आ गया है।कुछ दिनों पहले ही उन्होंने अपने बिजली बिल का पूर्ण रूप से भुगतान कर दिया था लेकिन उसके 20 दिन बाद ही उनके बिजली का बिल 4000 से अधिक आ गया। उनके घर में सिर्फ कुछ पंखे और बल्ब ही चलते है। इस ख़बर को गाजीपुर मोबाइल वाणी पर प्रसारित करने के बाद कई व्हाट्सएप ,फेसबुक ग्रुप में साझा करने के साथ मरदह के एसडीओ और संबंधित जेई के मोबाइल नंबर पर भी फॉरवर्ड किया गया। फॉरवर्ड करने के बाद प्रमोद वर्मा द्वारा व्यक्तिगत रूप से इस संदर्भ में एसडीओ से बात भी की गई । एसडीओ ने गाज़ीपुर कार्यालय में मीटर की रसीद और बिजली का बढ़ा हुआ बिल लाने को कहा एवं 2 मिनट का मीटर का वीडियो भी मांगा।प्रमोद वर्मा ने सारे दस्तावेज़ों को लेकर उपभोक्ता के साथ गाज़ीपुर कार्यालय गए और वहां से एसडीओ से बातचीत की। उन्होंने इस संदर्भ में गाजीपुर मोबाइल वाणी पर एक साक्षात्कार भी दिया । इसके बाद उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से बिजली के बिल को सही कराया और इनका बिजली का बिल 407 रूपए आया। जिसका भुगतान तूफानी देवी ने कर दिया। इस सन्दर्भ में तूफानी देवी ने बताया कि ग़लत बिल के कारण वो काफ़ी चिंतित थी। अब गाज़ीपुर मोबाइल वाणी की सहायता से उनका बिल सही हो गया है। इस सराहनीय कार्य हेतु तूफानी देवी ने गाजीपुर मोबाइल वाणी के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गाजीपुर जनपद हरदासपुर खुर्द के एक किसान नें बताया लाख प्रयास के वावजूद भी नहीं मिला किसान सम्मान निधि का पैसा ऑडिओ क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें ......

गाजीपुर जनपद के एक दिहाड़ी मजदूर ने बताया नहीं मिल रहा हैं मनरेगा में कार्य ऑडिओ क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें .......

गाजीपुर जनपद के हरदासपुर खुर्द की रहने वाली एक मनरेगा मजदूर से लिया गया साक्षात्कार जिसनें बताया मात्र 5 दिन मिला हैं काम ऑडिओ क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें .......

गाजीपुर जनपद जखनियां ब्लॉक दामोदरपुर के रहने वाले एक मनरेगा मजदूर नें बताया प्रयास करने के बाद भी नहीं बना जॉब कार्ड ,जिस सम्बन्ध मनरेगा मजदूर से लिया गया साक्षात्कार ऑडिओ क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें ........

देश में लॉकडाउन का दौर धीरे-धीरे खत्म हो चला है अब अनलॉक तो हो गया है लेकिन ऐसी स्थिति में भी काम धंधा ठप होने से लोगों को काफी समस्या उत्पन्न हो रही है इसी संदर्भ में हमारी बात एक ऑटो ड्राइवर पप्पू जी से हुई उन्होंने बताया कि परिवार में 10 लोगों का खर्च चलाना काफी मुश्किल हो गया है जो धन्धा पहले काफी सही चलता था अब इस लॉकडाउन के बाद वह काफी ठप हो गया है जिससे परिवार की जीविका चलाना भी मुश्किल हो गया है

देश में कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दौर में लॉकडाउन लगा हुआ था लेकिन अब अनलॉक हो गया है ऐसी स्थिति में भी काम धंधा ठप होने से लोगों को काफी समस्या उत्पन्न हो रही है इसी संदर्भ में हमारी बात एक दिहाडी मजदूर से हुई उन्होंने बताया कि इस समय काम धंधा ठीक नही चल रहा है और काफी परेशानी हो रही है पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर

ग्राम पंचायत जलालाबाद के विशुनपुरा में रोड़ नही बनने से ग्रामीणों एव राहगीरो को भरी कठिनाई का सामना करना पड़ता है !हलकी बारिस हो जाती है !रास्ते पर पानी लग जाता है!इस रास्ते से पांच गावो के ग्रामीणों को जाना पड़ता है !जो मऊ जिले के अकबरपुर के ग्रामीणों को जाने के लिये भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है !ऑडियो क्लिक कर सुने पूरी जानकारी ......

प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए हैं स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय होना चाहिए लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो अभी भी कई ऐसे घर हैं जहां शौचालय नहीं बना है। समस्या से पीड़ित व्यक्ति से जिन्होंने कई बार फॉर्म तो भरा लेकिन अब तक शौचालय का लाभ नहीं मिला तो पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर

किसान विकास पत्र एक सेविंग स्कीम है जो भारतीय नागरिकों के लिए शुरू की गई है। इस सेविंग स्कीम के जरिए 118 महीनों (9 साल 10 महीना) की अवधि में आपका निवेश डबल हो जाता है। यह निवेश योजना सर्टिफिकेट फॉर्मैट में होता है। कोई अगर इसमें निवेश करना चाहता है तो वह चुनिंदा सरकारी बैंकों या फिर भारतीय पोस्ट ऑफिस के किसी भी ब्रांच से किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट को खरीद सकता है। किसान विकास पत्र भारत सरकार की एक स्मॉल फिक्स्ड रिटर्न स्कीम है। किसान विकास पत्र की विशेषताएं किसान विकास पत्र (KVP) सर्टिफिकेट निवेश योजना में कम से कम 1000 रुपए या 5000 रुपए से लेकर ज्यादा से ज्यादा 10,000 या 50,000 रुपए तक निवेश किया जा सकता है। ब्याज दर 7.7 प्रतिशत सलाना है। किसान विकास पत्र निवेश पर कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। किसान विकास पत्र के लिए सर्टिफिकेट पोस्ट ऑफिस से प्राप्त किया जा सकता है। इसके एप्लीकेशन कुछ सरकारी बैंकों से प्राप्त किए जा सकते हैं। अगर आप निवेश शुरू करने के बाद समय से पहले पैसे विड्रॉ करना चाहते हैं तो आप ढाई साल यानि कि 30 महीनों के बाद कुछ नियम व शर्तों के साथ पैसे निकाल सकते हैं। मैच्योरिटी की अवधि और ब्याज दर दोनों वित्त मंत्रालय के आदेश के मुताबिक कभी भी बदल सकते हैं। किसान विकास पत्र एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच ट्रांसफर किया जा सकता है। आईटी एक्ट की धारा 80 सी के तहत इस योजना में टैक्स सेविंग का फायदा नहीं मिलता है। किसान विकास पत्र योजना के फायदे किसान विकास योजना के चूंकि टैक्स सेविंग योजना नहीं है फिर भी निवेशकों के लिए इसके कई फायदे हैं किसान विकास पत्र योजना में निश्चित रुप से रिटर्न मिलता है क्योंकि यह सरकारी योजना है। किसान विकास पत्र एक लंबी अवधि वाली निवेश योजना है जिसमें 118 महीनों तक आपको निवेश करना पड़ता है जिसका आपको डबल फायदा मिलता है। यह एक लचीला निवेश योजना है जिसका कोई अपर लिमिट नहीं है। किसान विकास पत्र का उपयोग लोन को सुरक्षित करने के लिए किया जा सकता है। इसे एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक ट्रांसफर किया जा सकता है। किसान विकास पत्र योजना के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया एक वयस्क भारतीय नागरिक (जिसकी उम्र 18 साल से ऊपर हो) वह इस योजना में निवेश करने के लिए अप्लाई कर सकता है।