बिहार राज्य के मधुबनी जिला से दिवाकर लाल दास जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से चल रहे " मलेरिया मुक्त समाज अभियान" कार्यक्रम पर लोगो की राय जानने लिए बिषई प्रखंड के सिमरी बुनियादी स्कूल के कक्षा 8 के छात्र कोमल देवासिस से बातचीत की।जिसमे उन्होंने बताया है की मलेरिया बीमारी मादा एनिफेलिस मच्छर के काटने से फैलता है।और यह एक संक्रामक रोग है।कंपकंपी के साथ तेज़ बुखार आना इसके मुख्य लक्षणों में से एक है। यदि इसका उपचार समय रहते ना हो पाए, तो यह एक जानलेवा बीमारी बन सकती है।साथ ही इन्होने कहा है कि मच्छर भगाने वाली अगरबत्तियों से स्वास्थ के ऊपर काफी हानिकारक प्रभाव पड़ता है।इसलिए मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना ज्यादा बेहतर होता है।मलेरिया के मच्छर गन्दी जगह और ठहरे हुए पानी में ही पनपता है। इसके रोकथाम के लिए हमे अपने आस-पास को हमेशा साफ़ रखना चाहिए।ठहरे हुए पानी को कभी भी इकठ्ठा नहीं होने देना चाहिए।साथ ही सरकारी स्तर से भी कीटनाशक दवा का छिड़काव होना चाहिए जिससे विषैले मच्छर मर सके।ऐसे कुछ साधारण उपाय अपनाकर हम मलेरिया मुक्त समाज बना सकते है।

बिहार राज्य के मधुबनी जिले से दिवाकर लाल दास जी ने मलेरिया के सम्बन्ध में विस्तु प्रखंड मुख्याल में जिला राजस्व संगठन सचिव राजदेव यादव से बात- चीत की और जानकारी प्राप्त की।राजदेव जी ने बताया की मलेरिया एक संक्रामक बीमारी है जो की गन्दगी से उत्पन्न हुए मच्छर से फैलती है।घर और घरों के आस-पास अगर गंदगी जमा हो तो या जल जमाव हो तो उस से मच्छर पनपते है जिस से की मलेरिया होता है इस बीमारी का इलाज समय पर न हो तो बहुत ही खतरनाक रूप ले सकती है।

जिला मधुबनी प्रखंड बिस्फी से दिवाकर लाल साथ में राजकुमार राजू जी मोबाइल वाणी के माध्यम से मलेरिया रोग क्या है ,कैसे होता है और इससे बचाव कैसे कर सकते है।इन विषयो पर जानकारी देते हुए कहते है की मलेरिया एक विषाणु जनित बिमारी है।जो प्राय मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होती है। मलेरिया से बचाव के लिए मच्छर को ही पनपने से रोकना होगा।प्राय ऐसा देखा गया है की गर्मी के मौसम में लोगो के घरो के आस-पास गन्दगी जमा रहती है।कही पानी जमा रहता है ,और उस पानी के ऊपरी परत पर मच्छर अपने लार्वा ज्यादा देती है।जिससे मच्छर की संख्या में बेतहाशा वृद्धि होती है जिसके फलस्वरूप मलेरिया फैलती है।बाजारों में मच्छर मारने के जितने भी संसाधन है उससे मच्छर तो नहीं भागते पर उनसे प्रदुषण जरूर फैलता है ,और उस प्रदुषण से हमें श्वास जैसी बीमारिया होती है।

बिहार राज्य के मधुबनी जिला के बिसफी प्रखंड से दिवाकर लाल दास ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बिसफी प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के डॉक्टर गणेश कुमार साव से बातचीत की।इस बातचीत में डॉक्टर गणेश कुमार साव ने बताया कि मादा एनोफेलीज मच्छर के काटने से मलेरिया बीमारी होता है। हल्की ठण्ड लगना, सर दर्द, बदन दर्द, और हर 6 घंटे में बुखार के चढ़ने और उतरने के लक्षण अगर किसी भी व्यक्ति में दिखाई दे तो उसे मलेरिया बीमारी हो सकती है। इससे बचने के लिए हमें सोते वक़्त मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। गंन्दगी वाले जगहों और ठहरे हुए पानी वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.