बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि वर्तमान समय में सड़क जाम लोगों के लिए सर दर्दी बन जाती है। वे कहते हैं कि यही आम आदमी के वजह से कभी सड़क जाम होती है भारतीय दंड संहिता की कई धाराएं उनपर लगा दी जाती है लेकिन जब आम आदमी के गलती के बिना सड़क जाम होती है ,तो इस बात की जिम्मेदारी कौन लेता है। लेकिन एक बात गौर करने वाली है कि सड़क चाहें जिस किसी के कारण जाम होता हो सजा तो आख़िरकार आम लोगों को ही भुगतना पड़ता है। अत: सड़क जाम की समस्या से निजात पाने के लिए जरुरी है यातायात नियमों का पालन सख्ती से हो

बिहार राज्य के जमुई जिला से विजय सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि वर्तमान सरकार की मौजूदगी में नए कॉलेज और विश्वविद्यालय नहीं खोले जा रहे हैं।कुछ दक्षिणपंथी ताकतें अच्छे उदारवादी विश्वविद्यालयों का माहौल बिगाड़ने की चेष्टा कर रहे हैं।देश में स्थित निजी शिक्षण संस्थान समाज के उन तबकों को सेवाएँ उपलब्ध करा रहीं हैं,जिनसे उन्हें कमाई और मुनाफा होता है।यह निजी संस्थान सरकार द्वारा संचालित संस्थानों का विकल्प नहीं हो सकती है क्यूँकि इनका लक्ष्य केवल मुनाफा कमाना होता है।वर्तमान परिस्थिति की जरुरत यह है की अच्छे शिक्षण संस्थानों की स्थापना की जाए।जिससे सक्ष्म और निपुण संवर्ग तैयार किया जा सके।वर्तमान में शिक्षा की गुणवत्तामें कमी आने के कारण रोजगार के क्षेत्र में मंदी की हालत 2018 में भी जारी रहने की संभावना दिख रही हैं

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बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए कहते हैं कि जब आप बस या ट्रेन के सफ़र कर रहें हों और आपके पास कोई भिखारी आकर खाना मांगे तो उन्हें खाना देने बचें वरना ये दरियादिली आपके लिए मुसीबत का सबब भी बन सकता है।आजकल अक्सर ट्रेन या बस में लोगों को भीख मांगते देखा जा सकता है।दरअसल यह एक वैसे ट्रेंड भिखारियों का गैंग होता है, जो आपसे खाना मांगते हैं और ज्यों ही उनका कोई सदस्य उसमें से कुछ खाता है,तो वो मुँह से झाग निकाल के तड़पने का नाटक करने लग जाता है। गिरोह के अन्य सदस्य फिर मारपीट पर उतर आते हैं और पुलिस केस में फँसाने की धमकियां देते हैं । इनकी सेटिंग वहां के पुलिस वालों से भी होती है और वे आप से जबरन एक मोटी रकम वसूल सकते हैं।इससे तो बेहतर ये होगा कि खाना किसी भिखारी को देने के बजाये कुत्ते को दे दें।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से हैं कि बढ़ती जनसँख्या ने प्राकृतिक संसाधनों का अधिक उपयोग किया है।औद्योगीकरण से बड़े बड़े शहर बंजर बनते जा रहे हैं। इन शहरों व नगरों की जनसँख्या दिन -प्रतिदिन बढ़ते जा रही हैं। जिससे हमारे सामने आवास की समस्या उत्पन्न हुई जिसे सुलझाने के लिए लोगों ने बस्ती का निर्माण कराया लेकिन इन बस्तियों में जलनिकासी का कोई रास्ता नहीं छोड़ा जिससे प्रदूषण में इज़ाफ़ा हुआ है। साथ ही बढ़ते वाहन के प्रयोग ने वायु प्रदूषण को बढ़ाने में अहम् योगदान दिया है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकन्दरा प्रखंड से विजय कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि आजादी के 70 साल बाद भी देश में कृषि और किसान दोनों ही पिछड़ते जा रहे हैं। और यहां के किसान हासिये पर हैं। किसानों के ये हालत होने के पीछे मुख्य वजह है न्यायोचित कृषिगत नीतियों का होना।चूँकि अब तक देश में जितनी भी किसानों नीतियां बनी है वो किसानों के हित की वजायें उद्योगपतियों का हित का ख्याल रखा गया।और आज भी सिचाई के लिए नहरों को नदियों से जोड़ने जल संचयन जैसी परंपरागत तकनीकों को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है। साथ ही किसानों किसानों को फसल बीमा का लाभ भी नहीं मिल पाता है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकन्दरा से अमित कुमार सबिता जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला किया हैं। सरकार ने कहा है कि 2015 के बाद के जिन शिक्षकों या पुस्तकालय अध्यक्षों की नियुक्ति हुई है।अब उन्हें भी दूसरे शिक्षकों की भांति ग्रेड पे किया जायेगा। ज्ञात हो कि हाल ही में विभिन्न जिलों के शिक्षा पदाधिकारी, डीईओ और कार्यक्रम पदाधिकारी डीपीओ ने शिक्षा विभाग को पत्र लिख कर शिक्षकों के वेतन वृद्धि के साथ ग्रेड पे देने में आ रहे संशय को दूर करने का आग्रह किया था।उन्होंने जानकारी मांगी थी कि वैसे प्रशिक्षित शिक्षक जिनकी नियुक्ति दिसंबर 2013 में है जिन्हें नियमों के मुताबिक 2015 में ही ग्रेड पे दिया गया है उन्हें वार्षिक वेतन वृद्धि दी जा सकती है अथवा नहीं। जवाब में शिक्षा विभाग ने कहा कि जिन शिक्षकों को ग्रेड पे दिया जा चुका है उन्हें भी वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा।साथ ही शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि शिक्षक यदि प्रशिक्षित हैं और वे प्राथमिक, माध्यमिक या उच्च माध्यमिक स्कूल में पढ़ा रहे हो, तो उन्हें राज्य सरकार के कर्मियों की भांति वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ दिया जा सकेगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि शिक्षकों के साथ ही पुस्तकालयाध्यक्षों को भी वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा।

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जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड से, विजय कुमार जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पिता की संपत्ति में बेटे के साथ-साथ बेटी को भी बराबरी का अधिकार है, पिता की संपत्ति में बेटी को भी बेटे के बराबर अधिकार दिया जाना चाहिए। जिस तरह बेटा अपने पिता के काम में सहायता करता है, ठीक उसी प्रकार बेटियाँ भी अपना पिता के काम में साथ दे रही है। पहले लोग बेटियों को पिता की संपत्ति में अधिकार नहीं देते थे लेकिन आज एक से एक उदहारण देखने और सुनने को मिल रहा हैं। कल्पना चावला, पीवी सिंधु, साइना नेहवाल जैसे कई बेटियाँ आज गांव के साथ-साथ हमारे देश के नाम को भी रोशन कर रही है। आज बेटियाँ अपने माता-पिता के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही है। आज बेटियां ही माता-पिता के बुढ़ापे का सहारा है। एक माता-पिता के लिए बेटा व बेटी दोनों ही समान है, इसलिए बेटियों को पिता की संपत्ति में पूरा हक है। दोस्तों इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।

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