बंजरिया थाना क्षेत्र के सिसवा पूर्वी पंचायत के तरकुलवा वार्ड नंबर 1 में बच्चों के बीच हुए विवाद में रविवार को मारपीट हो गई । मारपीट में कबीरा खातून का सिर फट गया तथा वह जख्मी हो गई । इसी क्रम में दूसरे पक्ष नूर सबा खातून के आवासीय व मवेशी घर में आगजनी की गई।

रघुनाथपुर के बालगंगा में एक व्यक्ति के जमीन पर जबरन कब्जा करने से मना करने पर लोहा के रॉड से हमला कर पिता पुत्र सहित 4लोगों को जख्मी कर दिया गया है। सभी जख्मी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। मामले में बालगंगा के रहने वाले जख्मी मुन्ना कुमार ठाकुर ने रघुनाथपुर ओपी में आवेदन देकर एफआईआर दर्ज करायी है। जिसमे छह हमलावरों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। हमलावरों में बालगंगा के रविंद्र ठाकुर, मनीष कुमार ठाकुर, सुधीर कुमार ठाकुर उर्फ लड्डू, जितेंद्र ठाकुर, अनुराग दुबे व बंजरिया थाना के चिताहा का निहाल दुबे शामिल है। जख्मी मुन्ना ने आवेदन में कहा है कि वह टीवीएस एजेंसी पर जा रहा था। इसी बीच देखा की उनकी जमीन पर उक्त लोग हरवे हथियार के साथ मेढ़ बांध रहे हैं। मना करने पर वे लोग पिस्टल लहराते हुए, लोहे के रॉड से उनके ऊपर हमला कर दिया।

छतौनी थाना के भवानीपुर जिरात स्थित कवि डाइग्नोसिस के हेड डॉ. संजय कुमार से दो करोड़ की रंगदारी मामले में एक युवक से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने चार लोगों को चिन्हित किया है जिसपर पुलिस को संदेह है। डीएसपी राम पुकार सिंह ने बताया कि एक युवक से पूछताछ चल रही है। लैब के कुछ स्टॉफ की भूमिका जांच के घेरे में है। 27 मार्च को कवि डाइग्नोसिस के हेड डॉ. संजय कुमार ने पुलिस को बताया था कि वे अपने चेम्बर में काम करने के लिए लैपटॉप से तौलिया हटा रहे थे। तभी एक लिफाफा में उक्त रंगदारी का प्रिंटेड लेटर मिला। लिफाफा उनके ही डाइग्नोशिस सेंटर का है, जिसमे रंगदारी का लेटर रखा गया था। लेटर के माध्यम से दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी की रकम नहीं देने पर हत्या कर देने की धमकी दी गयी है।

सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एक समान होंगे। अस्पतालों का रंग-रोगन एक रंग का होगा। इसमें साधन-संसाधन भी एक तरह के होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। जल्द इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। राज्य में 10 हजार 256 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को और प्रभावी बनाने के लिए हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक की। इसके तहत सभी केंद्रों में एक-एक सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) की बहाली करने को कहा। केंद्र सरकार ने कहा है कि अनिवार्य तौर पर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में एक-एक सीएचओ की बहाली की जाए। बगैर सीएचओ के केंद्र का संचालन नहीं किए जाएं। अस्पताल परिसर में एक हर्बल गार्डन भी विकसित करने को कहा गया है। इससे अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को खुशनुमा माहौल मिल सकेगा। इन केंद्रों की ब्रांडिंग भी करने को कहा गया है ताकि लोगों को पता चल सके कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कहां पर खुला हुआ है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में हर महीने स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाता है। इस मेला का प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है। सभी केंद्रों में लगने वाले मेला की तस्वीर भी केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि जिन केंद्रों का अपना भवन बना हुआ है, उसकी तस्वीर भी पोर्टल पर अपलोड करें। जहां भवन नहीं बने हैं, वहां भवन निर्माण का कार्य अविलंब पूरा किया जाए। करने होंगे कई काम अधिकारियों के अनुसार रंग-रोगन व साधन-संसाधन एक करने के लिए राज्य के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बहुत काम करने होंगे। अभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अलग-अलग रंग के हैं। एक रंग के लिए मानक तय किया जाएगा। इसके बाद उसे उसी रंग के अनुसार रंग-रोगन किया जाएगा। इस काम में दो-चार महीने का समय लग सकता है। दो-चार को छोड़ दें तो किसी अस्पताल में गार्डन नहीं है। सभी अस्पतालों में हर्बल गार्डन विकसित करना पड़ेगा। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है। इसकी ब्रांडिंग के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को ठोस कदम उठाने होंगे।

पताही बोकाने कला गांव की सरस्वती देवी की वाहन दुर्घटना में मौत हो गयी। उसका शव जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा गांव में मातम छा गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। विदित हो कि बोकाने कला गांव निवासी प्रभु महतो की पत्नी सरस्वती देवी अपने बेटे व बहु के साथ पकड़ीदयाल महायज्ञ देखने शुक्रवार को टेम्पू से गई थी। रात्रि करीब 12 बजे लौटने के क्रम में कार ने चैता के पास जोरदार टक्कर मार दिया। जिससे सरस्वती देवी व उनकी बहु खुशबु कुमारी गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गई। जिसे आनन-फानन में पकड़ीदयाल सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने सरस्वती देवी को मृत घोषित कर दिया। वहीं मृतका की बहु खुशबु कुमारी को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल मोतिहारी रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज चल रहा। पकड़ीदयाल पुलिस ने दोनों गाड़ी को जब्त कर लिया तथा शव को पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को परिजनों को सौंप दिया। मुखिया अमृता कुमारी, समाजसेवी संतोष महतो आदि ने शोक व्यक्त किया है मृतिका के पुत्र दिलीप कुमार चौधरी ने आवेदन दिया है।

शहद का उत्पादन शुरू कर महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ेंगी। 25 महिलाओं के समूह में शहद का उत्पादन शुरू करेंगी। नेशनल बी कीपिंग एंड हनी मिशन कार्यक्रम के तहत अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाओं को स्वरोजगार के लिए जिला उद्यान विभाग ने कवायद शुरू की है। इस योजना के तहत शहद उत्पादन से महिलाओं की कमाई होगी। साथ ही अपने पैरों पर खड़े होकर अपना रोजगार करेंगी। इसके लिए विभागीय स्तर से प्रत्येक समूह में दस दस मधुमक्खी बॉक्स निशुल्क दिये जाएंगे। बॉक्स मुहैया कराये जाने के बाद महिला समूह द्वारा शहद का उत्पादन शुरू किया जाएगा। जिले में पहली बार इस योजना की शुरूआत की गयी है। इस योजना के तहत तीन प्रखंडों का चयन किया गया है। इसमें मधुबन, मेहसी व चकिया प्रखंड शामिल है। इसमें मधुबन प्रखंड की 25 महिलाओं को सात दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। अब इनके समूह का गठन कराया जाएगा। समूह गठन के बाद नये वित्तीय वर्ष में दस मधुमक्खी बॉक्स दिये जाएंगे। वहीं मेहसी व चकिया प्रखंड में भी 25-25 अनुसूचित जाति वर्ग के महिलाओं का चयन कर लिया गया है। – आजीविका का साधन बनेगा शहद का उत्पादन शहद उत्पादन से महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी। मधुमक्खी पालन आजीविका का साधन बन सकता है। इसके लिए महिलाओं को केविके पिपराकोठी में सात दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसमें मधुमक्खी पालन से शहद उत्पादन के गुर सिखाए जाएंगे। जिससे महिलाएं खुद शहद का उत्पादन कर सकेंगी। दस मधुमक्खी बॉक्स से छह क्विंटल तक शहद का उत्पादन प्रति समूह दस मधुमक्खी बॉक्स देने की योजना है। महिलाएं लीची के सीजन, रबी मौसम में सरसों के सीजन आदि में मधुमक्खी बॉक्स लगाएंगी। लीची से उत्पादित शहद की बाजार में अधिक मांग रहती है। इसमें शहद की मिठास अधिक रहती है। प्रति बॉक्स 20-20 किलो तक एक सीजन में तीन बार शहद का उत्पादन होता है। इससे मात्र दस बॉक्स से करीब 6 क्विंटल तक शहद का उत्पादन हो सकता है। मार्केट रेट सौ रुपये प्रति किलो की दर से बिकने पर शहद से एक सीजन में 60 हजार रुपये तक कमाई हो सकती है। महिलाएं गुणवत्तापूर्ण शहद का उत्पादन, प्रसंस्करण व विपणन कर अच्छी आय प्राप्त कर सकती हैं। इसको लेकर चयनित प्रखंड के समूह की महिलाओं को सात दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। मधुबन प्रखंड की 25 महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाया गया है। डॉ. अमरजीत कुमार राय, सहायक निदेशक, जिला उद्यान विभाग

फर्जी नामांकन करने व विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र निर्गत करने के मामले में स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाये जाने पर डीपीओ स्थापना ने मध्य विद्यालय छौड़ादानो के प्रभारी प्रधानाध्यापक नवल किशोर प्रसाद को निलंबित कर दिया है। निलंब अवधि में उनका मुख्यालय बीईओ कार्यालय रक्सौल निर्धारित किया गया है। डीपीओ साहेब आलम के अनुसार, न्यायालय में हुए समीक्षा के क्रम में किशोर न्याय परिषद पूर्वी चंपारण से संबंधित वाद में विपिन कुमार पिता अंबिका प्रसाद का विद्यालय में फर्जी नामांकन करने व विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र निर्गत करने पर प्रतिवेदन की मांग की गयी थी। जिस पर बीईओ छौड़ादानो ने 31 मार्च 23 को अपना प्रतिवेदन सौंपा है। उक्त प्रतिवेदन पर मध्य विद्यालय छौड़ादानो के प्रधानाध्यापक नवल किशोर प्रसाद से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है। जिस पर श्री प्रसाद के द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया। आदेश के अनुसार, श्री प्रसाद पर लगाया गया आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित होने के कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के प्रावधान के तहत निलंबित करने का आदेश जारी किया गया है। इधर, विपिन कुमार के मामले में ही मध्य विद्यालय छौड़ादानो के सहायक शिक्षक उमाशंकर राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही के अधीन रखने का निर्देश डीपीओ ने प्रखंड नियोजन इकाई के सदस्य सचिव को दिया है। उक्त मामले में शिक्षक श्री राम से स्पष्टीकरण की मांग की गयी थी। उनका स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया।

अब सरकारी स्कूलों में समाज के विभिन्न वर्ग के विशिष्ट लोग, बुद्धिजीवी बच्चों को पढ़ा सकेंगे। सरकार इसके लिए नयी योजना शिक्षा दान योजना लाने जा रही है। इसकी कार्य योजना पर विचार-विमर्श चल रहा है। शीघ्र ही इसे अंतिम रूप से लागू किया जाएगा। इस योजना से न केवल सरकारी विद्यालयों को समाज के बेहतर लोगों का साथ मिलेगा बल्कि शिक्षकों की कमी से जूझ रहे इन स्कूलों को भी राहत मिलेगी। बताया जाता है कि पिछले दिनों शिक्षा दान योजना को लेकर शिक्षा विभाग में गहन मंथन किया गया। इस समय सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है। उनके नियोजन की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन, इसमें समय लग सकता है। इसीलिए विभाग शिक्षा दान योजना को वैकल्पिक योजना के रूप में लागू करना चाहती है। इसमें रिटायर शिक्षक, बुद्धिजीवी, समाज के पढ़े-लिखे लोग, स्कूल-कॉलेज के सीनियर छात्र आदि की सेवा ली जा सकती है। ऐसे कोई भी पात्र और पढ़ा-लिखा व्यक्ति सरकार की स्वीकृति और सहमति से विद्यालयों के लिए शिक्षा दान कर सकता है। हालांकि इस योजना के तहत स्कूलों में पढ़ाने वाले व्यक्ति को सरकार की ओर से कोई राशि या मानदेय नहीं दिया जाएगा। उन्हें अपनी सेवा स्वैच्छिक आधार पर देनी होगी और निशुल्क अध्यापन कार्य करना होगा। वे किसी भी स्कूल में स्वैच्छिक बच्चों को पढ़ा सकेंगे। इसके लिए न समय सीमा होगी न दिनों की बाध्यता। हालांकि उन्हें पहले से स्कूल प्रबंधन से क्लास को लेकर चर्चा कर लेनी होगी। वे कितना दिन पढ़ाएंगे और कितना पीरियड लेंगे, यह सब स्वैच्छिक सेवा देने वाले व्यक्ति और स्कूल प्रबंधन या विभागीय अधिकारी के ऊपर निर्भर करेगा। एक व्यक्ति एक से अधिक स्कूलों में पढ़ा सकेगा: सरकार का उद्देश्य है कि इस योजना से बच्चों को बेहतर गुणवत्ता का शिक्षण उपलब्ध हो सकेगा। यही नहीं विद्यालयों में अच्छे शिक्षकों की कमी भी दूर हो सकेगी। इसमें कोई एक व्यक्ति एक या इससे अधिक विद्यालयों में भी पढ़ा सकेंगे। विद्यालय उनकी सेवा समय-समय पर ले सकेगी। इसका सबसे बड़ा लाभ यह भी होगा कि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई बाधित नहीं होगी।

ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के अति व्यस्ततम पीपराकोठी मुख्य चौराहे पर एक लंबा कंटेनर तीव्र गति से पलट गया। जिससे एक बड़ा हादसा तो टल गया, परंतु प्रत्यक्षदर्शियों के रोंगटे खड़े हो गए। बताया जाता है कि एनएच पर ओवर ब्रीज के नीचे मुख्य चौराहे पर गोपालगंज की ओर से तीव्र गति में आ रहा कंटेनर मुजफ्फरपुर की ओर मुड़ने के क्रम में अनियंत्रित होकर एकाएक पलट 50 मीटर तक घसीटता रहा। हादसा इतना जोरदार था कि इंजन टूट अलग हो भागों मे बंट गया। घटना अहले सुबह की बताई जाती है। जिसके कारण कोई दुकान खुला नहीं था। व आवागमन व्यस्त नही थे। जिसके कारण एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि दस घंटे के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहन सड़क पर पड़े रहने के कारण आवागमन में कई समस्या बनी रही। बताया जाता है कि कंटेनर बाइक लोड कर गोपालगंज के तरफ से मुजफ्फरपुर के तरफ जा रहा था।जिसके तेज गति के कारण मोड़ लेते समय अनियंत्रित होकर पलट गया।

मोतिहारी, बिहार। पीपराकोठी प्रखंड क्षेत्र के सलेमपुर गांव में सड़क अतिक्रमण को मुक्त कराने की मांग ग्रामीणों ने सीओ को आवेदन देकर किया है। उक्त गांव के सुरेंद्र कुमार, रामदेव राम, राजीव कुमार, अरुण कुमार व अशोक राम सहित अन्य ने संयुक्त हस्ताक्षर युक्त आवेदन देकर बताया है कि सलेमपुर गांव के अनुसूचित जाति टोला से माइ स्थान तक जाने वाली सड़क के दोनों बगल गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा सड़क को अतिक्रमित कर लिया गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर पूर्व में कई बार विवाद भी हो चुका है और मामले को लेकर पूर्व में भी ग्रामीणों ने आवेदन दिया परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुआ। ग्रामीणों ने सड़क के अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग किया है। सीओ निरंजन कुमार मिश्र ने बताया कि आवेदन के आधार पर अतिक्रमणमुक्त कराने को कार्रवाई की जाएगी।