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बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड से डब्लू पंडित की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रोहित कुमार से हुई। रोहित कहते है कि सरकार को इस बात का ध्यान देना चाहिए की महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हक़ मिल रहा है या नहीं। साथ ही महिलाओं को भी अपने हक़ अधिकार की जानकारी रखने के लिए जागरूक होना होगा। अगर महिला आगे बढ़ कर अपने हक़ के लिए लड़ेगी तो कानून बनेगा और उन्हें अधिकार मिलेगा ही । अगर बेटियों को अपना जमीनी अधिकार लेना है तो सभी बेटियों को एकजुट हो कर सरकार से मांग करनी होगी।
इस कार्यक्रम में हम जानेंगे जल संरक्षण और ऊर्जा बचत से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में। साथ ही, यह कार्यक्रम बताएगा कि आप इन योजनाओं का लाभ कैसे उठा सकते हैं और अपने गाँव के विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं। स्वच्छ पानी और सतत ऊर्जा के महत्व को समझते हुए, हम एक बेहतर कल की ओर कदम बढ़ाएंगे। क्या जल सरंक्षण की योजनाओं के बारे में आपने भी सुना है, क्या आप इन योजनाओं का लाभ आपने भी उठाया है, क्या आपके गाँव में जल सरंक्षण की कोई प्रेरणादायी कहानी है ?
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
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बिहार राज्य के गिद्धौर ज़िला के बनाडीह से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनू से हुई। ये कहते है कि अभी महिलाओं के नाम से भूमि अधिकार नहीं है। क्योंकि वो शिक्षित नहीं है और इस कारण उन्हें अधिकार की जानकारी नहीं है। अगर महिलाओं के नाम भूमि होगा तो महिलाओं के लिए अच्छा होगा,उनका विकास होगा । संविधान में जो भूमि का अधिकार का कानून बना है वो कमज़ोर नज़र आ रहा है। अभी सरकार द्वारा सर्वेक्षण हो रहा है ,इससे महिलाओं को लाभ पहुचेंगा और अभी वंशावली और कुछ दस्तावेज़ों की मांग की जा रही है ,ये जुगाड़ करना महिलाओं के लिए मुश्किल होगा क्योंकि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। महिलाओं को शिक्षित होना पड़ेगा ताकि वो विकास कर पाए
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ जीव दास साहू टमाटर की नर्सरी तैयार करने की विधि के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन सिमुलतला थाना क्षेत्र के निवासी महेंद्र यादव से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलना चाहिए। इससे महिलाएं खेती कर के आत्मनिर्भर होंगी। अपने बच्चों का बेहतर भविष्य बना पायेंगी। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी की महिला अगर शिक्षित होती है, तो वह कई पीढ़ी को शिक्षित करती है। अपने आस - पास भी शिक्षा का प्रचार प्रसार कर लोगों को शिक्षित करने का प्रयास करती है। हमारे समाज में महिलाओं को शुरू से आगे बढ़ने से रोका गया है। आज महिला पिछड़ी हैं क्योंकि शिक्षा और जागरूकता की कमी है। अगर महिलाओं को शिक्षित किया जाए तो हमारा देश का विकास होगा। भारत में शिक्षा के मामले में बिहार सबसे नीचे है, लेकिन इसमें अभी भी सुधार हो रहा है और आने वाले दिनों में और सुधार होंगे।साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी की पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के नाम पर संपत्ति नहीं ली जाती है। लेकिन अगर महिला के नाम पर संपत्ति हो तो कई तरह के लाभ होते हैं। बिहार में अभी महिलाएं बड़े पैमाने पर भूमि सर्वेक्षण में भाग नहीं ले पाएंगी। क्योंकि यह भूमि सर्वेक्षण थोड़ा गलत समय पर हो रहा है। क्योंकि अभी फसल का समय है और लोगों के पास कागज उपलब्ध नहीं है।
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन सिमुलतला थाना क्षेत्र के निवासी किशोर से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि सरकार ने तो महिलाओं को जमीन पर अधिकार दिया है। लेकिन जब तक महिला शिक्षित नहीं होगी और लाज का पर्दा हटा कर अपने अधिकार के लिए आगे नहीं बढ़ेंगी उन्हें अपना अधिकार नहीं मिलेगा। आज के आर्थिक युग में कोई मायके वाले अपने स्वेच्छा से महिला को हक़ नहीं देंगे। लेकिन महिला अपने मायके से संबन्ध नहीं खराब करना चाहती है। इसलिए अपने हक के लिए आगे नहीं आती। लेकिन अगर महिला के नाम पर भूमि हो तो वो ना केवल आर्थिक रूप से बल्कि उनका सर्वांगीण विकास संभव है। इसके साथ ही उन्होंने जानकरी दी की बिहार सरकार ने भूमि सर्वेक्षण का जो निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार को लोगों में जागरूकता पैदा करने का प्रयास करना होगा। जागरूकता होगी तब ही लोग महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। लोगों को भी अब इस बात को स्वीकार करना चाहिए की महिला का भी संपत्ति में हक है और उन्हें अपनी इच्छा से उनका हक देना चाहिए
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