बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि वर्तमान समय में बिजली हमारी अनिवार्य जरुरत के रूप में ज़िन्दगी का महत्वपुर्ण हिस्सा बन गयी है।आज हमारे जरुरत के छोटे-छोटे उपकरण के साथ ही टीवी,फ्रिज,मोबाइल इंटरनेट कम्प्यूटर,पंखा इत्यादि के लिए हम सब बिजली पर ही निर्भर रहते हैं।दूसरी ओर विकट परिस्थिति यह है की बिजली कब आएगी और कब चली जायेगी इसका किसी को पता नहीं होता है।निजीकरण के बाद से तो समस्या और भी गंभीर हो गयी है।बिजली विभाग कब कितना अधिक बिल भेज देती समझ ही नहीं आता।दूसरी ओर जब सरकार कहती है की बिजली के लिए अब कोयला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध ही नहीं है,तो परेशानी और बढ़ जाती है।ऐसी स्थिति में सरकार को चाहिए की वो बिजली के विकल्प के तौर पर सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा दे।इसे देश के प्राकृतिक संसाधन कोयले का भी संरक्षण हो पायेगा।
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बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से करियर के विकल्प की जानकारी देते हुए कहते है कि मैट्रिक का रिजल्ट आ गया है अब तैयारी आगे की पढ़ाई कि है। इंटर में किस विषय का चयन किया जाए।किस कॉलेज में एडमिशन लिया जाए यह उलझन लगभग हर विद्यार्थी के साथ होती है। दसवीं के बाद करियर बनाने की कुछ जरुरी जानकारी डिफेंस सेक्टर इंडियन आर्मी इंडियन नेवी इंडियन एयर फोर्स सहित bsf crpf cisf itbp ssb समेत अर्धसैनिक बलों में दसवीं पास विद्यार्थियों को अवसर मिलते हैं थल सेना में जवान के लिए केवल मेट्रिक पास होना जरूरी है शारीरिक मापदंड पर दुरुस्त हैं तो नौकरी पक्की है। कुक बारबर गार्डेनर आदि के पद की योगिता भी मैट्रिक ही है इंटर कर लेने के बाद विकल्प का दायरा बढ़ जाता है ।
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बिहार राज्य के जमुई जिला सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि हमारा देश लगातार ही हर तरह से प्रगति की राह पर अग्रसर है।आधुनिक युग में विकास की अंधी दौड़ में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं की मानवता एवं परोपकारता का बेहद अभाव है।विकास के नाम पर बड़ी-बड़ी इमारतें ,सड़कें,टेलीविजन जैसी अन्य भौतिक सुविधायें हमारे ज़िन्दगी में अपनी जगह बना लिए हैं। इन सब के बाद भी लोगों में असंतोष और आत्म हत्या की प्रवृति बढ़ी है।नशे के चपेट में हर वर्ग के लोग आ रहे हैं।इन सबका कारण है, हम सब में मुल्यों एवं नैतिकता की कमी का होना।बच्चों को अभिभावक एवं अपने से बड़े लोगों के द्वारा समुचित मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा जिसके कारण बच्चों में नैतिकता का अभाव है।स्कूली शिक्षा में भी नैतिकता का पाठ नहीं पढ़ाया जा रहा।वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में मूल्यों का जिक्र भी नहीं है। जिसके बिना विकास अधुरा है।
बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी देते हैं कि लगातार तीन दिनों से आ रहे तेज आँधी और बारिश से आम के बाग़ क्षतिग्रस्त हो गये हैं। जहाँ एक ओर सूखे और गर्मी से बाग़ में पेड़-पौधे सुख रहे थे,बेमौसम की बारिश से बागों में हरियाली आ गयी।वहीँ तेज आँधी से आम के पेड़ों में लगे फल 50 % तक गिर गये।जिन व्यापारियों ने यह सोच कर आम के बागों को लिया था की इस बार आम के पेड़ अच्छी मात्रा में फल देंगे और फायदा होगा। अब उन्हें यह डर है,की यही आम के बगीचे इनके लिए नुकसान और परेशानी का शबब ना बन जाये।किसानो का कहना है कि पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष आम की फसल काफी अच्छी आयी थी।पेड़ में लगे आम के मंजर ने फलियों का रूप ले लिया था।और वह फल का रूप भी लेने लगा था।जिससे किसान आम के अच्छी पैदावार की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन अचानक आयी आँधी से पेड़ों में लगे कच्चे फल गिर गए।जिससे किसान अब चिंतित हैं।इसके साथ ही आम के व्यापारी आगे आने वाली आँधी की संभावना से भी काफी परेशान हैं।अगर इस बार आँधी आयी तो आम के पेड़ों में एक भी फल नहीं बचेंगे।