सुनीता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके पिताजी का इलाज ईएसआईसी में हुआ था। उन्होंने फॉर्म नहीं भरा था, जिसके कारण उन्हें पैसा नहीं मिला। दवाई लेने के काफी परेशानी होती है, लंबी लाइन लगने के बावजूद भी कभी कभी दवाई नहीं मिलती

Transcript Unavailable.

दिल्ली के सेक्टर 5 से नेहा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके पति का ईएसआईसी से इलाज़ चल रहा है। उनके दवाई और टेस्ट में बहुत समस्या आ रही है , क्योकि एक एक महीने तक अस्पताल में दवाई उपलब्ध नहीं होती है और बाहर से लेने के लिए बोला जाता है। जरुरत के समय टेस्ट भी बाहर से करने के लिए बोलै जा रहा है

भारती श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्होंने अभी तक ईएसआईसी नहीं चालू करवाया है, क्योकि बड़ी ईएसआईसी में दवाई नहीं मिलती है

फरीदाबाद के ऐ सी नगर से निकिता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि, ईएसआईसी के अस्पताल में कुछ महंगी दवाइयाँ बाहर से लेनी पड़ती है

छोटे खान श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनका कैंसर का इलाज ईएसआईसी के अस्पताल में चल रहा है। 98 प्रतिसत दवाइयां तो मिल जाती है, लेकिन कभी कभी 2 प्रतिसत दवाइयां नहीं मिल पाती है।

पूनम श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्हें ईएसआईसी अस्पताल में दवाइयाँ पूरी नहीं मिलती है

हरियाणा से राजवीरी देवी श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्हें अस्पताल में दवाइयाँ नहीं मिलती है

राजवीरी देवी श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि चोट लग जाने के बाद भी अस्पताल में दवाई नहीं देते है। खांसी की भी दवाई नहीं देते, बाहर से लेने के लिए बोला जाता है। ईएसआईसी के पैसे काटते , तो बाहर से देवी क्यों ले ? और दवाई पूरी भी नहीं देते है

हमारी श्रोता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके पति का सर में दर्द रहता है और उन्हें काम से छुट्टी लेकर ईएसआईसी के अस्पताल दवाई लेने जाना पड़ता है। छुट्टी करने की वजह से उनके पति की सैलरी भी कटती है और दवाइयाँ भी नहीं मिलती।