ये भजन लाल, जो पूर्णतः नेत्रहीन हैं, जनपद- अमेठी, उत्तर प्रदेश से जानना चाहते हैं कि भारत में क्या कोई ऐसी कम्पनी है, जो दृष्टिबाधित व्यक्तियों को रोज़गार मुहैया कराती है? उनके कौशल-विकास के लिए प्रशिक्षण देती है! उनके सर्वांगीण विकास के अवसर उपलब्ध कराती है! उन्हें स्वरोज़गार में मदद करती है! अगर है, तो उनके रहने-खाने की क्या व्यवस्था है? उन्हें कितना मानदेय दिया जाता है? ये साझा मंच मोबाईल वाणी एवं इससे जुड़े सभी उपक्रमों, मीडियाकर्मी, कार्यकारी अधिकारी एवं कर्मचारी, उच्च निदेशक, इत्यादि के माध्यम से इस सम्बंध में अतिशीघ्र जानकारी मोबाईल वाणी पर रिकार्ड कर या फिर इनके मोबाईल पर कॉल कर चाहते हैं।
साझा मंच मोबाइल वाणी सुनने वाले सभी श्रोताओं को नमस्कार! मैं हूँ भजन लाल यादव और आपको बता दूं कि जनपद- अमेठी, उत्तर प्रदेश के थाना- जामू, प्रखंड के ग्राम पूरे राघव पंडित की अगर हम बात करें तो यहाँ लगभग छः-सात प्रवासी श्रमिक आए हैं, जो कि महाराष्ट्र से अधिकतर आए हैं। लेकिन उनको होम क्वारंटाईंन किया गया है और यहाँ की मैं आपको बता दूँ कि यहाँ पर पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के मानकोन का पालान किया जा रहा है और उनके साथ कोई भी अमानुषिय व्यवहार नहीं किया जा रहा है। हमलोग पूरा सपोर्ट कर रहे हैं और हमलोग कोशिश कर रहे हैं कि वो, उनका जो कुछ हो, वो सबकुछ बिल्कुल हमारे यहाँ सुरक्षित पहुँच गए हैं हमारे यहाँ के प्रवासी श्रमिक। क्यूँकि करना भी ऐसा नहीं चाहिए मैं जहाँ तक समझता हूँ और जहाँ तक मेरी आवाज़ जा रही है, मैं जानता-जनार्दन से अपील करना चाहूँगा कि यहाँ पर जिस तरीक़े का मंजर है, उसी तरीक़े का व्यवस्था वहाँ भी बना दीजिए। क्योंकि बाहर से प्रवासी श्रमिक आते हैं, वास्तव में कितना परेशान होते हैं और उसके बाद वो अपनों का साथ न पाएँ तो उनका हौसला टूट जाता है। तो यदि कोई कोविड 19 से प्रभावित भी हो जाता है तो हम साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से आपको जागरूक करने के लिए हम यही अपील करना चाहेंगे कि हमें बीमारी से लड़ना है, लेकिन बीमार से नहीं। जितने भी प्रवासी श्रमिक आएँ, उनका आदर करें, ससम्मन उनकी वापसी हो और हम सबका सपोर्ट होना चाहिए, क्योंकि हम सब साथ मिलकर लड़ सकते हैं। अगर हमलोग बिखर गए तो तो हम इन कोरोना वायरस से लड़ने में विफल हो जाएँगे। इसलिए आप सभी से प्रार्थना है कि जिस तरीक़े से आप ग्राम पूरे राघव पंडित, जनपद- अमेठी, उत्तर प्रदेश में अनुपालन किया जा रहा है, मैं आशा करता हूँ और अपनी सरकार से भी और अपने मीडियाकर्मियों से भी और जितने भी हमारे जनपद के नागरिक हैं, सबसे मैं निवेदन करना चाहूँगा कि भाईयों! आपलोग ऐसा मत करें और क्योंकि हमें रोगी से लड़ना नहीं है, हमें केवल रोग से लड़ना है। हमारी लड़ायी रोग से है, ना की रोगी से। इसलिए प्रवासी श्रमिकों का सम्मान करें, क्योंकि हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि वो भी हमारे ही गाँव से...
Transcript Unavailable.
Bhajan Lal by the means of Sajha manch wants to share the news about migrant workers who are coming back from different states, he says that they are being kept in quarantine & they are being welcomed by them. They are following all the norms of lockdown of maintaining social distancing etc. They take care of these people with seeing any difference. They say that they are fighting corona virus but not people.
Transcript Unavailable.
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आपको बताना चाहेंगे कि इसके लिए आपको पहले अपने नज़दीकी रोज़गार कार्यालय में अपना पंजीकरण करवाना होगा, जिससे अगर कोई कम्पनी या संस्था पूर्णतः दृष्टिबाधित व्यक्तियों को रोज़गार देने के लिए रोज़गार कार्यालय से सम्पर्क करे, तो उन्हें वहाँ से आपके बारे में जानकारी मिल सके। इसके अतिरिक्त कुछ ग़ैर-सरकारी संगठन (NGO) भी दृष्टिबाधित व्यक्तियों को अपने यहाँ रोज़गार देते हैं, समाजसेवा का अवसर देते हैं, कुछ विद्यालय भी दृष्टिबाधित लोगों को अपने यहाँ काम देते हैं, इनके बारे में आपको अपनी खुद की कोशिशों से पता लगाना होगा। इसके अतिरिक्त सरकार के समाज कल्याण विभाग के स्थानीय कार्यालय से भी अपने बारे में उपलब्ध अवसरों की जानकारी ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त एक संस्था है Indian Association for the Blind for visually Impaired जिसकी वेबसाईट है enabled.in/wp/ और आप इसकी सदस्य के मोबाईल नम्बर 9600822995 और 9789327167 पर कॉल कर तथा उस संस्था की ईमेल आईडी ilakia@theiab.org पर मेल भेज कर दृष्टिबाधित व्यक्तियों के रोज़गार और उससे जुड़े अवसरों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रापत कर सकते हैं, साथ ही यह संस्था खुद भी समय-समय पर दिव्यांगों के रोज़गार और प्रशिक्षण से सम्बंधित विज्ञापन निकालती रहती है। एक ग़ैर सरकारी संस्था और भी है जिसका नाम give india है और जो दिव्यांगों के लिए काम करती है और उनकी शिक्षा, कौशल-विकास और रोज़गार के अवसर भी उपलब्ध कराती है, इसकी वेबसाईट है www.giveindia.org । इसकी सहयोगी संस्था है Indian Association for the Blind, जिसकी ईमेल आईडी contact@theiab.org और हेल्पलाईन नम्बर 9600417805 पर सम्पर्क कर आप खुद से जुड़े अवसरों और सुविधाओं के बारे में अधिक जानकारी ले सकते है। इसके अलावा दिव्यांगों के लिए 'हमारी वाणी' नाम से हम एक अलग से सेवा चला रहे हैं। आप अपना प्रश्न हमारी वाणी सेवा के निशुल्क नंबर 9266344222 परभी पूछ सकते हैं ।
June 23, 2020, 5:23 p.m. | Location: 1129: Dl- Ncr, Delhi | Tags: int-PAJ disability