मेरा नाम आदर्श है, मैं नागपुर महाराष्ट्र जिले से बात कर रहा हूं, मैं पूछना चाहता हूं कि राशन में जो चावल मिलता है वह प्लास्टिक का रहता है क्या ?
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महाराष्ट्र राज्य के नागपुर जिला से आदर्श ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि मसालें स्वास्थय के लिए जानलेवा साबित हो रही है। मसाले बनाने के लिए फैक्ट्रियों में कैमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है। पैसा कमाने की लालसा में देश को बर्बाद किया जा रहा है
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महाराष्ट्र राज्य के नागपुर जिला से आदर्श मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की जनता की आवाज दबनी नहीं चाहिए। जनता की आवाज को दबाया नहीं जाना चाहिए। जनता को सरकार से ही सवाल करना चाहिए
महाराष्ट्र के जिला नागपुर से आदर्श श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इस सरकार ने दिव्यांगों के लिए कुछ नहीं किया है
महाराष्ट्र के जिला नागपुर से आदर्श श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि अगर हम सरकार को वोट दे सकते है तो विरोध भी कर सकते है
नेताओं के भाषणों में कोई सच्चाई नहीं होती, वे हमेशा झूठ बोलकर चुनाव जीतते हैं, यह सोचकर कि जनता यहाँ मूर्ख है, वे कुछ भी कहते हैं और किसी पर कुछ भी आरोप लगाते हैं, वे इतिहास के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वे शिक्षा के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वे शिक्षित नेता नहीं हैं।कभी भी शिक्षित लोगों को नेता नहीं बनाया गया है। वे ऐसे नेता बनाते हैं है जो उनका काम करते रहे और वे उनके ठेकेदार बनके रहें ।
महाराष्ट्र के नागपुर से आदर्श मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि देश में जो कुछ भी बनाया जा रहा है, उसमें दो चीजें शामिल होनी चाहिए, पहला, मजदूर और दूसरा, लोगों का पैसा। सरकार लोगों के पैसे से सब कुछ बना रही है, चाहे वह राम मंदिर हो। लेकिन एक बड़े मंच पर बैठे मंत्री को वहाँ आमंत्रित नहीं किया गया था चाहे देश के राष्ट्रपति हों या उच्च पदों पर आसीन लोग, वे केवल विपक्षी दलों को आश्वासन दे रहे हैं ताकि राम राज्य की राजनीति आगे बढ़े और हिंसा और शांति का निर्माण हो। कौन कहता है कि सरकार मज़दूर को पैसे देती है, मज़दूर मेहनत कर रहा है, इसलिए उन्हें पैसे मिलने चाहिए। सरकार के भीतर काम करने वाली कंपनियां श्रमिकों के पैसे खाती हैं, श्रमिकों को पैसा नहीं मिलता है, श्रमिकों को दबाने का काम किया जाता है।
महाराष्ट्र राज्य के नागपुर जिला से आदर्श मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की सरकार का विरोध करना भी जरुरी है।हम नेता को वोट देते हैं तो हमें खुलकर विरोध करना भी सीखना चाहिए क्योंकि यह सरकार दूसरों की आलोचना करती है।यदि आप व्यवस्था का हवाला देकर किसी की या किसी चीज़ की आलोचना करते हैं, तो आपको आलोचना करना भी सीखना चाहिए।