दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से नंद किशोर प्रसाद मोबाइल वाणी के माध्यम से नीतू जी से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की। मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोईयां स्कूल खुलते के साथ स्कूल बंद होने तक स्कूल में रहती हैं। लेकिन उन्हें बहुत कम वेतन मिलता है। मध्याह्न भोजन कंपनी से बन कर आता है। लेकिन खाने की गुणवत्ता सही नहीं होती है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।