उत्तरप्रदेश सुल्तानपुर से शमशेर राजा क़ादिर श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि मनरेगा के तहत 200 रूपए मजदूरी दी जाती है। वही किरासन की दूकान में एक पाव तेल 50 रूपए में मिलता है ,बाकि चीज़े लेने में बहुत पैसे खर्च हो जाते हैं। जिससे मजदूरों के पास मजदूरी नहीं बचती है। अतः सरकार को मनरेगा में मजदूरों की मजदूरी बढ़ानी चाहिए