छत्तीसगढ़ राज्य के जसपुर ज़िला से धन्नजय राम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि वो आदिवासी जाति के है व दिव्यांग है । उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में बहुत समस्या होती है। पेंशन ,राशन का लाभ भी सही से नहीं मिल पाता है। इस सब के लिए दिव्यांगजन को घर तक ही सुविधा पहुँचाई जाए। यूपी में दिव्यांगजनों को 1500 रूपए पेंशन मिल रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ में 250 रूपए पेंशन मिल रहा है। दिव्यांगों को घर में बैठे हुए पेंशन व राशन कार्ड बनना चाहिए