टेक्सटाईल कंपनी में काम करने वाले श्रमिक बता रहें है कि पहले जैसा रेट नहीं मिलता है और काम भी कम मिलता है जिससे शहरों में में परिवार के साथ गुज़ारा करना मुश्किल होता जा रहा है लोग श्रमिक भी शहरों में नहीं आएं हैं जितने लॉक डाउन के पहले थे।
टेक्सटाईल कंपनी में काम करने वाले श्रमिक बता रहें है कि पहले जैसा रेट नहीं मिलता है और काम भी कम मिलता है जिससे शहरों में में परिवार के साथ गुज़ारा करना मुश्किल होता जा रहा है लोग श्रमिक भी शहरों में नहीं आएं हैं जितने लॉक डाउन के पहले थे।