मोबाइल वाली के साझा मंच पर झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि मनरेगा कर्मियों के हड़ताल के कारण श्रमिकों को रोजगार की उपलब्धता में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। बुधवार को मनरेगा योजना में मात्र 2,71,250 मजदूरों को ही काम मिल सका। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा राज्य के सभी 24 जिलों के डीसी एवं डीडीसी को कार्य उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं, फिर भी श्रमिकों को कार्य मिल नहीं पा रहे हैं।