दिल्ली गुरुग्राम से सोनू साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि मजदूरों के लिए किराया देना सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। गुरुग्राम में बहुत से लोग ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों से आ कर बड़ी बड़ी कंपनियों में काम के लिए यहाँ पलायन करते हैं। मजदूरों को एक से दस तारिक तक वेतन दिया जाता था ,लेकिन कोरोना वायरस के कारण कंपनियों को बंद किये जाने के बाद मजदूरों को घर का किराया देने की चिंता सता रही है।मजदूरों ने लगभग 20 तारिक तक कंपनियों में काम किया और सरकार ने 22 तारिक से लॉक डाउन की घोषणा कर दी। इससे मजदूरों के लिए किराया देना सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।