तमिलनाडु के तिरूपुर ज़िला से मीना कुमारी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तिरूपुर क्षेत्र में एक कंपनी हैं जहाँ हॉस्टल की सुविधा भी प्रदान की जाती हैं।बहुत सी महिलाएँ उस हॉस्टल में निवास करती हैं। इस बार तिरुपुर में डेंगू की गंभीर बीमारी फ़ैली हुई हैं। हॉस्टल की ही एक लड़की को डेंगू का बुख़ार हो गया था। अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मृत्यु हो गयी थी। इस कारण सभी श्रमिक छुट्टी मांगने का प्रयास कर रहे थे परन्तु कंपनी द्वारा उन्हें छुट्टी नहीं दिया गया। वहीं लड़की के शव को उसके गांव तक ले जाने के लिए श्रमिकों ने कंपनी प्रबंधन से पैसा माँगा। परन्तु कंपनी ने मना कर दिया। श्रमिकों में रोष देखा जा रहा था।कृपया कर प्रवासी श्रमिकों पर उस वक़्त ध्यान दिया जाना चाहिए जब किसी की मृत्यु दूसरे प्रदेश में हो जाती हैं।

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समस्या दर्ज करने के लिए धन्यवाद। SIDCO क्षेत्र में डेंगू बुखार काफी हद तक फैल रहा है। महिला श्रमिक में से एक प्रभावित थी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसने उचित देखभाल के बिना अपनी ज़िंदगी गवां बैठी । परिवार को मुआवजा मिल गया है। इस बारे में खबरें व्यापक रूप से फैल रही हैं और आपने इस बारे में पंजीकरण कर लिया है। उसने किस कंपनी में काम किया? क्या कंपनी में काम करने के दौरान वह प्रभावित हुई और फिर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया? वह कहाँ रह रही थी? छात्रावास में या निजी जगह पर? क्या वह एक अनुबंध श्रमिक या स्थायी श्रमिक है? हमें ऐसी कई जानकारी चाहिए। कृपया यह जानकारी उनसे सीधे एकत्रित करें। वास्तविक तथ्यों को जानने के बाद, TRLMCTU कार्रवाई करने के लिए तैयार है। अतः आपसे निवेदन है कि इसके बारे में पूर्ण जानकारी स्पष्ट रूप से दर्ज करें।
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Dec. 16, 2019, 1:17 p.m. | Tags: women at work   health facilities   disease   govt entitlements   int-PAJ   hospitals   workplace entitlements