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चतरा से साक्षी कुमारी झारखण्ड मोबाइल वाणी के द्वारा एक कविता प्रस्तुत कर रही है।
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चतरा जिला से पवन सागर ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक गीत प्रस्तुत किया है
चतरा से गौरीलाल झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है गांव में कूल 6 डीलर है जिस में सही तरह से अनाज वितरण नहीं किया जाता है सरकार द्वारा अतिरिक्त दिए चावल को भी लोगो में नहीं बांटा जाता है
चतरा से गौरीलाल झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की वार्ड में जन पर्तिनिधि के रूप में लगभग 9 महिला सदस्य है जो अपने दायित्व को पूरा नहीं करती है गाँव की महिला मुख्या कभी भी घर से बहार जा कर लोगो की समस्या नहीं देखती और न ही उनके निदान के लिए कुछ काम करती है
जिला चतरा से मौसमी झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि वे सचिव लोक प्रेरणा केंद्र चतरा से है वे घरेलु हिंसा कानून 2005 को प्रभावी ढंग से लागू करवाने के लिए लगातार परयाश कर रही है अधिनियम के तहत प्रत्येक प्रखंड में एक सरक्षण अधिकारी और एक सेवक प्रदाता की नियुक्ति का प्रावधान है,चतरा जिले के किसी भी प्रखंड में अभी तक सक्शन अधिकारी और एक सेवक प्रदाता की नियुक्ति नहीं हुई है जिसके कारण घरेलु हिंसा से प्रताड़ित महिलाओ को न्याय नहीं मिल पा रहा है,घरेलु हिंसा कानून 2005 को प्रभावी ढंग से लागु करवाने के लिए संस्था द्वारा राज्यपाल और मुख्यमंत्री झारखण्ड सरकार के नाम से पोस्टपेड अभियान भी चलाया गया है।
चतरा:मौसमी बखला(सचिव लोक प्रेरणा) झारखण्ड मोबाइल वाणी के लिए यह सन्देश दे रहे है कि संस्था विकता नेटवर्क नई दिल्ली से जुड़ कर महिला शशक्तिकरण कार्यक्रम संचालित कर रही है इसके तहत उनके आधिकार और जिम्मेवार के साथ महिला मुद्दों पर प्रशिक्षण और एक्सपोज़र कराया जा रहा है।मुख्य रूप से महिला आधिकार कानून कि विस्तृत जानकारी दी जा रही है ताकि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते घरेलु हिंसा से प्रतारित महिलाओं को न्याय मिल सके दिलाने में मदद मिल सके।हम लोग घरेलु हिंसा 2005 अधिनियम को प्रभावी ढंग चलने के लिए प्रयासरत है।अधिनियम के तहत में एक प्रखंड में एक सरक्षण अधिकारी और एक सेवा प्रदाता की नियुक्ति का प्रावधान है।चतरा जिले में आज तक किसी भी सरक्षण अधिकारी और सेवा प्रदाता की नियुक्ति नहि हुई है। जिसके कारण प्रतारित महिलाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है। घरेलु हिंसा 2005 को प्रभावी ढंग से लागू करवाने के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम से अभियान भी चलाया जा रहा है।