रांची:मनोज कुमार कांके रांची से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि रांची शहर राज्य का राजधानी है लेकिन यहाँ पर गन्दगी का अम्बार पड़ा है. वे कहते हैं कि शहर के बीचो-बीच स्थित है होटल रेडीशन आसपास कचरा है.अत:प्रशासन से अपील है कि शहर में साफ-सफाई पर ध्यान दें.

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जिला रांची के कांके प्रखंड से मनोज कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से झारखण्ड सरकार से यह निवेदन करते है कि बहरा गोडा से लेकर बरही तक सड़क के दोनों किनारो पर वृक्ष लगाया जाए।क्योकि उच्च सड़क बनने से काफी पेड़ कट चुके है जिससे पर्यावरण में काफी नुकशान हो रहा है।

जिला रांची के कांके प्रखंड से मनोज कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि ICSC बोर्ड नई दिल्ली स्कूल के बच्चो के साथ आज भी शोषण किया जाता है। कक्षा 7 के छात्रो को कक्षा 8 के पुस्तको से पढ़ाया जाता है।और कक्षा 8 के छात्रो को कक्षा 9 के पुस्तको से पढ़ाया जाता है।यह एक प्रकार से बच्चो का मानशिक शोषण कहलाता है जबकि rte कानून में यह स्पस्ट है की बच्चो को टोचर नहीं करना है।अत:भारत सरकार और शिक्षा मंत्री इस समस्या पर ध्यान दे।

रांची:मनोज कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से हमें यह बताना चाह रहे है कि झारखण्ड में आज से करीब 3 साल पहले राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया आरम्भ की गई थी उस समय बहुत सारे लोगों ने इस उम्मीद में अपना फोटो खिंचवाया की उनका राशन कार्ड बन जाएगा लेकिन तीन साढ़े तीन साल गुजर जाने के बाद भी झारखण्ड सरकार किसी भी आम जन को राशन कार्ड उपलब्ध नहीं करवा पाई है।राशन कार्ड से सम्बंधित अधिकारिओं से गुजारिश है कि झारखण्ड की आम जनता को जल्द ही राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाए। अब तो लगता है लोग आशा भी छोड़ दिए है।

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May 2, 2014, 8:25 a.m. | Location: 10: JH, Giridih, Bengabad | Tags: grievance   PDS   governance   | Category: Govt Schemes->PDS->Grievance->Charging money

रांची:मनोज कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से हमें यह बताना चाह रहे है कि रांची विमेंस कॉलेज शहर का एक प्रतिष्ठित कॉलेज है।यहाँ बच्चो की पढाई लगभग अच्छी होती है। लेकिन रांची विमेंस कॉलेज का जो विज्ञानं संकाय है उसका भवन जर्जर होता जा रहा है।इस बिल्डिंग को मरम्मत की आवशकता है कई जगह देखा गया है कि बिल्डिंग का जो पिलर है उसकी छड़े दिखाई दे रही है जहरखंड सरकार रांची विश्वविद्यालय के कुलपति से आग्रह है कि इस महाविद्यालय की बिल्डिंग (संकाय)को सुरक्षित करने की जरूरत है कभी भी कोई भी दुर्घटना हो सकती है।इसका रंग रोगन भी फीका पड़ गया है।अतः रांची के कुलपति महोदय से निवेदन है कि इस पर करवाई की जाए।

रांची:मनोज कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से यह सन्देश दे रहे है कि राज्य में बिजली की समस्या इस कदर छायी हुई है कि झारखण्ड कोयला का उत्पादन में आत्मनिर्भर है।परन्तु बिजली उत्पादन में निम्न स्तर में है।आंकड़े बताते है कि जितना कोयला का उत्पादन है उसके अनुरूप यहाँ पर बिजली का उत्पादन नहीं होता है।इस राज्य मे बिजली उत्पादन में सभी संसाधन उपलब्ध है किन्तु इच्छा शक्ति एवं राजनितिक शकितयों में बिजली उत्पादन में सल्रात्मक सोच का आभाव है।यही कारन है कि राज्य में बिजली संकट बना रहता है और दूसरे राज्यों में आश्रित रहना पड़ता है। झारखण्ड में आवशकता के अनुरूप बिजली का उत्पादन कब होगी क्या राज्य सरकार के पास इसका कोई जवाब है। यहाँ पर आम आदमी को बिजली के आभाव में काफी दिक्कतों सा सामना करना पड़ता है।

रांची:मनोज कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से यह सन्देश दे रहे है कि भारत में लोकतंत्र व्यस्था कायम है और इसी व्यस्था के कारन सांसद और विधयक चुने जाते है परन्तु सर्वेक्षण में पाया गया है कि अधिकांश लोग जिनके पास कला धन है वे ही सांसद या विधायक बनते है बल स्थल और दबंग की छवि प्राप्त हो यहाँ पर यह भी अप्रत्यक्ष रूप से यह भी देखा गया है कि संसद और विधायक टिकट पाने के लिए पैसे से खरीदी जाती है। यह हमारे देश में किस तरह का लोकतंत्र है।देश में लगभग 1600 राजनितिक पार्टियां है ये सभी राजनितिक दलों का बैंक खातों का ऑडिट नहीं होता या राजनितिक दाल अपने आय का स्रोत नहीं बताते इस प्रकार हमारे देश में जन आधारित लोकतंत्र कहा जा सकता है। यह अब जरूरी हो गया है की चुनाव पद्धति में अब संशोधन हो।

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मनोज कुमार रांची,कांके से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की राजधानी की सड़क प्रोयगशाला बन गया है आप रोजाना देख सकते है पाइप बिछाने की वजह से सड़क के किनारे गढ्ढा खोद दिया जाता है सडक के दोनों किनारे गंदगी का अम्बार है सडक भी उबड़-खाबड़ बन चूका है यह बूटी रोड नहीं रह गया है रोजाना इस पर से मंत्री और प्रशसनिक पधाधिकरियो का काफिला गुजरता है पर उनका ध्यान नहीं जाता इस दुर्दशा पर. सड़क निर्माण सचिव और रांची विकास विभाग के पधाधिकारी अंधे बने हुए है आखिर यह सड़क कब सुन्दर बनेगा।