उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से शांति शुक्ला मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनके गांव में पानी की व्यवस्था नहीं है इसके लिए उन्हें सहायता चाहिए

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उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती जिला से जयलता यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जल जीवन मिशन के बारे में विस्तारपूर्वक बताया ।

उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती जिला से जयलता यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जीवन में जल का महत्तव के बारे में विस्तारपूर्वक बताया ।

उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती जिला से जयलता यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जीवन के लिए जल बहुत आवश्यक है ।

जल की कमी होने के कारण भी जल बेवजह बर्बाद किया जाता है हमें या नहीं भूलना चाहिए जल संकट का समाधान जल की संरक्षण से ही है। जल संकट का समाधान जल संरक्षण में निहित है। हमने हमेशा सुना है कि जल ही जीवन है। सभी कार्यों के लिए पानी की आवश्यकता होती है। जल पृथ्वी पर उपलब्ध एक बहुमूल्य संसाधन है, यह पृथ्वी की सतह का लगभग तीन चौथाई हिस्सा है, और सभी जीवन का आधार है।यह पानी से घिरा हुआ है। इसका 97 प्रतिशत खारा पानी है, जो पीने योग्य नहीं है। पानी की मात्रा केवल तीन प्रतिशत है। यहां तक कि इस पानी का दो प्रतिशत भी हिमनद है।

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से कपिल देव शर्मा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम न केवल घरों में बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर भी घर के बाहर पानी बचा सकते हैं। यदि नल खराब हो रहा है या पाइप रिस रहा है, तो संबंधित कार्यालय को इसकी सूचना दें, इससे हजारों लीटर पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है। बगीचों और घर के आसपास के पौधों को पाइप के बजाय पानी देने से बहुत सारे पानी की बचत हो सकती है।

जल ही जीवन है। इसका मतलब है कि जहाँ पानी है, वहाँ जीवन भी है। पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी है। पानी हमें प्रकृति द्वारा दिया जाता है, इसलिए हमें इसका सम्मान करना चाहिए, न कि मनुष्यों, जानवरों और पौधों पर पानी बर्बाद करना चाहिए। हर किसी के जीवन में पानी का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। पानी के बिना हमारा जीवन व्यर्थ है। हमें यथासंभव पानी की बचत करनी चाहिए और लोगों से यह भी कहना चाहिए कि पानी को व्यर्थ में बर्बाद न करें।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से राम प्रकाश चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की आये दिन भूजल स्तर घटते जा रहे है और प्रशासन इसपर कोई कार्यवाही नहीं कर रहि है

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गाँव में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जलाशय के निर्माण से गाँव वालों को लाभ हो रहा है या सरकार या गाँव के मुखिया या ठेकेदार को इसका लाभ मिल रहा है। गाँव में अमृत सरोवर का निर्माण कर रही है ताकि पानी को संरक्षित किया जा सके और उस पर बहुत पैसा खर्च किया जा सके लेकिन इस समय यह अक्सर अमृत सरोवर में देखा जाता है। पर्याप्त पानी नहीं है, पानी केवल चुनिंदा स्थानों पर ही दिखाई देता है, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि जहां भी अमृत सरोवर बनता है, लोग मछली का पालन करते हैं। सरकार अमृत सरोवर के निर्माण पर बहुत पैसा खर्च करती है। लेकिन यह केवल दिखावा मात्र रह जाता है अमृत सरोवर का पानी पीने योग्य नहीं रहता