बिहार राज्य के मुंगेर जिला से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से मनीष कुमार से साक्षात्कार लिए है। जिसमें उनका कहना है कि वह एक साल पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इनके संपर्क में आने से इनके परिवार के लोगो को भी हो गया था लेकिन उनके परिवार के लोगो को कम हुआ था क्योकि उन्होंने कोरोना का पहला डोज ले लिया था ।वह घर में रहकर सावधानियां बरतना शुरू किये। वह घरेलु नुस्खे के साथ साथ दवाई भी खाते थे तथा खान पान का उचित ध्यान रखते थे।वह सभी को कहते है कि हिम्मत बनाए रखे तथा सावधानी बरतें।

बिहार राज्य के वैश नगर से मोबाइल वाणी के माध्यम से बिपिन कुमार के साथ नारायण शाह बता रहें हैं की ये 82 साल के हैं। और डॉक्टर के सलाह देने पर की यदि आप कोरोना का वैक्सीन लेते हैं तो आपका बच्चा और पूरा परिवार सुरक्षित रहेगा तो इन्होने कोरोना टीका का तीनो डोज लगवा लिया है।

बिहार राज्य के शेरपुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से बिपिन कुमार के साथ आकाश टाटी बता रहें हैं की कोरोना काल के समय काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। करीब तीन साल के बाद ये अपने घर पर आएं हैं और इन्हें अब अच्छा लग रहा है। बोल रहें हैं की कोई कोरोना संक्रमित हो जाता है तो उसे गरम पानी और गरम खाना देना चाहियें उसका ख्याल अच्छे से रखना चाहिए। उनके साथ दुरी बनाकर रखना चाहियें और हैंड सेनिटाइज़र एंड मास्क का प्रयोग हमेशा करना चाहियें

बिहार राज्य के खगरिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गौतम जी से बातचीत किया। गौतम ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना चाहिए, सामाजिक दूरी बनाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमेशा दो गज़ की दूरी बनाना संभव नहीं है इसलिए मास्क लगाएं और स्वच्छता का ध्यान रखें

दोस्तों, कोरोना संक्रमित मरीजों में सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार का होना आम लक्षण हैं, इसलिए डॉक्टर एहतियात के तौर पर उन्हें ठंडी चीजों से दूर रहने की सलाह देते हैं. जैसे बर्फ, ठंडा पानी, शरबत आदि. लेकिन फलों का जूस तो उनकी तबियत में सुधार लाने के लिए बहुत जरूरी है, अगर जूस में बर्फ ना डालें तो! साथ ही इसके अलावा और क्या क्या ध्यान रखना चाहिए , जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

दोस्तों, संयुक्त राष्ट्र, हमारी सरकार और कई स्वयंसेवी संगठन इसी कोशिश में लगे हुए हैं कि देश के ज्यादा से ज्यादा लोग कोविड बचाव टीके की दोनों खुराकें ले लें! ताकि संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकते. लेकिन टीका लेने के बाद लोग कोविड संक्रमण से बचाव के प्रति लापरवाह हो जाते हैं और फिर होते हैं कोरोना का शिकार! पर अगर ठीक से देखभाल की जाए तो संक्रमित व्यक्ति जल्दी ही स्वस्थ हो जाता है... कैसे? आइए जानते हैं कार्यक्रम वेरीफाइड की इस कड़ी में...

बिहार राज्य के मुंगेर जिला से बिपिन कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दल हटा निवासी उपेंद्र यादव से विशेष बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वे एक बिजली मिस्त्री है। मिस्त्री होने के नाते इन्हे कई जगहों पर जाना आना पड़ता है, तो ऐसी स्थिति में कोरोना का डर तो बना ही रहता है। इसी कारण से वे खुद कोरोना का दोनों रोज ले चुके हैं और साथ ही साथ उनके परिवार में पांच व्यक्ति हैं सभी को उन्होंने कोरोना टीका का दोनों डोज लगवा दिया है

शनिवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 1821 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई जिसमें 10 नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय ने दिए उन्होंने बताया कि आज 10 नए संक्रमित मरीज मिले जिसमें 7 पुरुष एवं 3 महिला शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि एक्टिव मरीज की संख्या 31 पहुंच गई लोग सावधान रहें सतर्क रहें मार्क्स सैनिटाइजर का प्रयोग करें टीका अवश्य लगवाएं ताकि अपने आप को सुरक्षित रख पाए। न

सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती 7 नवजात बच्चों को मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सेवा - शिशु रोग विशेषज्ञ की देखरेख यहां 24 घंटे उपलब्ध है बेहतर इलाज की समुचित व्यवस्था - 28 दिनों तक के नवजात शिशु जो गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं उनको मुफ्त उपलब्ध कराई जाती बेहतर इलाज की सुविधा मुंगेर, 16 जून। : सदर अस्पताल परिसर में संचालित स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में गंभीर बीमारी से ग्रसित अभी कुल 7 नवजात शिशु इलाजरत हैं। यहाँ आने वाले सभी नवजातों को 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जिला के विभिन्न प्रखंडों में रहने वाले गंभीर बीमारी से ग्रसित नवजात शिशु के परिजन अपने शिशु के समुचित इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल परिसर में संचालित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। जहां शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ के द्वारा 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है। इस दौरान सुरक्षा के हर मानकों के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसकी वजह से ऐसे नवजातों के परिजन अपने नवजात को लेकर बेचिहक सदर अस्पताल परिसर स्थित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। मुंगेर में एसएनसीयू के सफल संचालन में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक (डीएस) डाॅ. पीएम. सहाय और एसएनसीयू के इंचार्ज डॉ. संतोष कुमार का सराहनीय योगदान है। - जन्म से लेकर 28 दिनों तक के नवजात शिशु को उपलब्ध कराई जाती है एसएनसीयू की सुविधा : एसएनसीयू मुंगेर के इंचार्ज सह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यहाँ जन्म से लेकर 28 दिनों तक के ऐसे नवजात शिशु को भर्ती किया जाता है, जो बर्थ-एस्फिक्सिया, प्री-म्यच्योरिटी (समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात), न्यू नेटल जॉन्डिस, एलबीडब्ल्यू एवं सेपसिस सहित कई परेशानी से पीड़ित रहते हैं। ऐसे नवजात शिशु को यहां दवाई से लेकर समुचित इलाज कि सभी सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाती है। - एसएनसीयू में एडमिट नवजातों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर जरूरी बातों का रखा जाता है ख्याल : उन्होंने बताया कि बताया कि यहाँ आने वाले सभी नवजातों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके, इसके लिए हर जरूरी बातों का ख्याल रखा जाता है। इसके साथ ही यहां एडमिट सभी नवजातों के स्वास्थ्य का नियमित तौर पर फॉलोअप भी किया जाता है। यहां इलाज के दौरान सुरक्षा के हर मानकों के साथ-साथ कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया जाता है ताकि नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके और किसी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा नवजात के स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर इलाज के पश्चात की जाने वाली सभी आवश्यक देखरेख की भी नवजात के परिजनों को जानकारी दी जाती और उचित देखरेख के लिए प्रेरित भी किया जाता है। - नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को दी जाती है जानकारी : डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि इलाज के पश्चात डिस्चार्ज करने के वक्त अस्पताल कर्मियों एवं चिकित्सकों द्वारा नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिए जाते हैं। ताकि नवजात का स्वस्थ शरीर निर्माण हो। इस दौरान बच्चे को जन्म के बाद छह माह तक नियमित रूप से समय-समय पर स्तनपान कराने, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाती है।

शुक्रवार को मुंगेर जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जांच के दौरान 6 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताया कि अभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। तभी अपने आपको अपने परिवार को सुरक्षित रख पाएंगे