हवेली खरगपुर के रघुनाथपुर निवासी संतोष कुमार ने बताया कि वह एक व्यापारी है वह भारत के कई राज्यों में व्यापार करने के लिए जाते हैं खासकर ग्रामीण इलाकों में कपड़ा बेचने के लिए जाते हैं तो लोगों को जरिए उन्हें पता चला कि यह एक अफवाह है कोई बीमारी नहीं है जिसके कारण से अभी तक वह करो ना का एक भी टीका नहीं लगाया है

सोमवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 1048 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई जिसमें दो पुरुष संक्रमित पाए गए हैं एक्टिव मरीज की संख्या पहुंची 8 इसकी जानकारी सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने दिए।

शनिवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जांच के दौरान एक साथ 5 कोविड-19 संक्रमित मरीज पाए गए जोरदार धमाका बता दें कि शनिवार को मुंगेर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में जांच के दौरान पांच नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इसकी जानकारी सिविल सर्जन सदर अस्पताल मुंगेर द्वारा दिया गया

मंगलवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 1587 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई जिसमें 4 नए संक्रमित मरीज पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन आनंद शंकर शरण सिंह ने दिए उन्होंने बताया कि लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। जिले में दिन पर दिन कोविड-19 संक्रमित मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं।

नगर क्षेत्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच के दौरान एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है, जिससे लगातार क्षेत्र के लोगों के मन में डर देखा जा रहा है। मिआरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। ली जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ने बताया कि नगर के एक मोहल्ले में एक व्यक्ति का उनके स्वजन सहित पड़ोस के अन्य लोगों का भी सैंपल जाँच के लिए लिया जा रहा है

गुरुवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 1575 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई एक पुरुष संक्रमित मरीज मिले इसकी जानकारी सिविल सर्जन आनंद शंकर शरण सिंह ने दिए उन्होंने बताया कि 1 नए मरीज के साथ एक्टिव मरीज की संख्या 4 पहुंच गई है। लो बूस्टर डोज अवश्य ताकि महामारी से बचे रहे।

मुंगेर से अबोध ठाकुर की रिपोर्ट

गुरुवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 1574 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई जिसमें एक पुरुष संक्रमित मिले हैं। इसकी जानकारी सदर अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ पीएम सहाय ने दिए

कोरोना टीकाकरण के सुदृढ़ीकरण के लिए जिलाभर में 31 जुलाई तक चलेगा हर घर दस्तक अभियान 2.0 - आच्छादन स्तर में वृद्धि लाने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सभी जिलों के सिविल सर्जन और डीआईओ को जारी किए निर्देश - पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान पोलियो खुराक पिलाने वाले कर्मियों के द्वारा कराया जाएगा सर्वे मुंगेर, 18 जून। कोरोना टीकाकरण के सुदृढ़ीकरण के लिए जिला भर में विगत 1 जून से "हर घर दस्तक अभियान 2.0 चल रहा है। यह अभियान आगामी 31 जुलाई तक चलेगा । इसके साथ ही समय-समय पर कोरोना टीकाकरण के आच्छादन स्तर में वृद्धि लाने ले लिए कोरोना टीकाकरण महाअभियान का भी आयोजन किया जा रहा है। जिला के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. आनंद शंकर शरण सिंह ने बताया कि विगत 31 मई को राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के अपर कार्यपालक निदेशक की अध्यक्षता में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कोरोना टीकाकरण के आच्छादन स्तर के सुदृढ़ीकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर लक्षित लाभार्थियों कि सूची तैयार कर उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित करते हुए निकटतम सत्र स्थल पर ले जाकर टीकाकरण कराए जाने का निर्देश सभी जिलों को मिला था। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार रौशन ने बताया कि कोरोना टीकाकरण के आच्छादन स्तर में सुदृढ़ीकरण लिए चलाए जा रहे हर घर दस्तक अभियान 2.0 के दौरान पंचायत स्तर पर "एक दिन एक पंचायत" का लक्ष्य निर्धारित करते हुए उक्त पंचायत के सभी लक्षित लाभर्थियों का टीकाकरण पूर्ण कर लिया जाएगा। इस काम में पंचायती राज के प्रतिनिधि, जीविका, आईसीडीएस के साथ-साथ सभी सहयोगी संस्थाओं से सहयोग लिया जाएगा। इस अभियान के दौरान घर-घर जाकर कोरोना टीकाकरण के लिए ड्यू लाभार्थियों को प्रेरित कर उनका टीकाकरण गाँव के स्तर पर आशा कार्यकर्ता के द्वारा तैयार की गई सूची के अनुसार निकटतम सत्र स्थल पर ले जाकर कराया जाएगा। शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर विद्यालय में ही टीकाकरण सत्र स्थापित किया जा सकता- उन्होंने बताया कि 12 - 14 आयु वर्ग के छूटे लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए जिला और प्रखण्ड स्तरीय शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर विद्यालय में ही टीकाकरण सत्र स्थापित किया जा सकता है। इसके साथ ही गांव में कोरोना टीकाकरण से इंकार करने वाले गांवों में स्थानीय विशिष्ट लोगों से सहयोग लेते हुए सामुदायिक बैठक का आयोजन कर सर्वसम्मति से टीकाकरण तिथि का निर्धारण कर छू टे हुए लाभार्थियों का टीकाकरण कराया जाएगा। ड्यू लाभार्थियों के आकलन के लिए घर-घर सर्वे भी कराया जाएगा- उन्होंने बताया कि रविवार 19 जून से जिला में शुरू हो रहे पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान पोलियो की खुराक पिलाने के लिए घर-घर जाने वाले कर्मियों के माध्यम से कोरोना टीकाकरण के वास्तविक ड्यू लाभार्थियों के आकलन के लिए घर-घर सर्वे भी कराया जाएगा। इसके साथ ही टीकाकरण सत्र स्थल पर शुगर , ब्लड प्रेशर , हीमोग्लोबिन लेवल सहित अन्य जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जो कोरोना टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर लाभार्थियों को आने के लिए प्रेरित करेगा।

सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती 7 नवजात बच्चों को मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सेवा - शिशु रोग विशेषज्ञ की देखरेख यहां 24 घंटे उपलब्ध है बेहतर इलाज की समुचित व्यवस्था - 28 दिनों तक के नवजात शिशु जो गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं उनको मुफ्त उपलब्ध कराई जाती बेहतर इलाज की सुविधा मुंगेर, 16 जून। : सदर अस्पताल परिसर में संचालित स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में गंभीर बीमारी से ग्रसित अभी कुल 7 नवजात शिशु इलाजरत हैं। यहाँ आने वाले सभी नवजातों को 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जिला के विभिन्न प्रखंडों में रहने वाले गंभीर बीमारी से ग्रसित नवजात शिशु के परिजन अपने शिशु के समुचित इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल परिसर में संचालित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। जहां शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ के द्वारा 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है। इस दौरान सुरक्षा के हर मानकों के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसकी वजह से ऐसे नवजातों के परिजन अपने नवजात को लेकर बेचिहक सदर अस्पताल परिसर स्थित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। मुंगेर में एसएनसीयू के सफल संचालन में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक (डीएस) डाॅ. पीएम. सहाय और एसएनसीयू के इंचार्ज डॉ. संतोष कुमार का सराहनीय योगदान है। - जन्म से लेकर 28 दिनों तक के नवजात शिशु को उपलब्ध कराई जाती है एसएनसीयू की सुविधा : एसएनसीयू मुंगेर के इंचार्ज सह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यहाँ जन्म से लेकर 28 दिनों तक के ऐसे नवजात शिशु को भर्ती किया जाता है, जो बर्थ-एस्फिक्सिया, प्री-म्यच्योरिटी (समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात), न्यू नेटल जॉन्डिस, एलबीडब्ल्यू एवं सेपसिस सहित कई परेशानी से पीड़ित रहते हैं। ऐसे नवजात शिशु को यहां दवाई से लेकर समुचित इलाज कि सभी सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाती है। - एसएनसीयू में एडमिट नवजातों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर जरूरी बातों का रखा जाता है ख्याल : उन्होंने बताया कि बताया कि यहाँ आने वाले सभी नवजातों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके, इसके लिए हर जरूरी बातों का ख्याल रखा जाता है। इसके साथ ही यहां एडमिट सभी नवजातों के स्वास्थ्य का नियमित तौर पर फॉलोअप भी किया जाता है। यहां इलाज के दौरान सुरक्षा के हर मानकों के साथ-साथ कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया जाता है ताकि नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके और किसी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा नवजात के स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर इलाज के पश्चात की जाने वाली सभी आवश्यक देखरेख की भी नवजात के परिजनों को जानकारी दी जाती और उचित देखरेख के लिए प्रेरित भी किया जाता है। - नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को दी जाती है जानकारी : डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि इलाज के पश्चात डिस्चार्ज करने के वक्त अस्पताल कर्मियों एवं चिकित्सकों द्वारा नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिए जाते हैं। ताकि नवजात का स्वस्थ शरीर निर्माण हो। इस दौरान बच्चे को जन्म के बाद छह माह तक नियमित रूप से समय-समय पर स्तनपान कराने, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाती है।