कल्याणपुर प्रखंड के पंचायत समिति भवन के सभागार में शनिवार को अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की बैठक हुई। जिला कमेटी मंत्री राजीव रंजन व अभिभावक लक्ष्मी कांत झा ने इसका संयुक्त रूप से नेतृत्व की ।बैठक में अगामी 16 फरबरी 2024 को महासंघ के आठ सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल कार्यक्रम को लेकर प्रखंड में कार्यरत कर्मियों के साथ चर्चा हुई। जिसमें पुरानी पेंशन नीति लागू करने, ठेका पर बहाल कर्मियों को नियमित करने, वेतन आयोग का गठन करने, रूके हुए डिए का भुगतान सहित अन्य मांगों पर विस्तार से चर्चा हुई । वैठक में संजीव ठाकुर ,अमित कुमार, चेतनारायण यादव ,महेंद्र दास ,दीपक कुमार सहित प्रखंड कर्मी उपस्थित थे।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

कल्याणपुर प्रखंड कार्यालय पर गुरुवार को भाकपा माले का संगठन अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा की ओर से राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया।अक्षत भभूत नहीं,रोजगार चाहिए का नारा लगाते हुए कार्यक्रम का शुरुआत संजीत राम की अध्यक्षता में किया गया। धरना को संबोधित करते हुए माले प्रखंड सचिव दिनेश कुमार ने भारत सरकार के नितीयों को गरीब-मजदूर विरोधी बताया और नये श्रम कानून को पूंजीवादीयों के हित में बताया।धरना के माध्यम से सभींंं भूमिहीनों को पांच डिसमिल जमीन देने, दो सौ यूनिट बिजली फ्री देंने, मनरेगा मजदूरों को दो सौ दिन काम एवं छःसौ रुपये दैनिक मजदूरी देने, विधव,वृद्ध एवं विकलांगों को तीन हजार मासिक पेंशन देने, महाजनी सूदखोरी एवं माइक्रोफाइनेंस द्वारा जानलेवा आर्थिक शोषण पर रोक लगाने, मनरेगा में फर्जी भुगतान पर रोक लगाने, भू-दान यज्ञ कमिटी द्वारा दी गई जमीन पर पर्चाधारीयों को कब्जा दिलाने, बागमती नदी के कटाव से विस्थापित लोगों को बास-आवास देने, समान स्कूली शिक्षा प्रणाली लागू कर दलित-गरीबों को फ्री उच्च शिक्षा देने आदि मांगो का मांगपत्र अंचलाधिकारी को शिष्टमंडल द्वारा सौंपा गया।धरना में माले के वरिष्ठ नेता सुखलाल यादव,अरुण राय, विकास कुमार, शिवनाथ पासवान, अवधेश राय,मंगली देवी, सुनैना देवी, मुन्नी देवी,श्याम राय,अर्जुन राम सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

राशन का वितरण नही होने से राशन कार्ड धारियों पर प्रभाव पड़ रहा है।लोगो को राशन समय से नही मिल पाने के कारण परेशानी उत्पन्न हो रही है।लोगो ने हार कपाने वाली ठंड में अभी तक राशन वितरण नही होने से नाराजगी देखने को मिल रही है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

कोई आधा पेट, तो कोई कर्ज लेकर मिटा रहा भूख यूं तो भारत में खाद्य सुरक्षा लागू है और इसके तहत भारत की केंद्र सरकार राशन कार्ड धारियों को जन वितरण प्रणाली के माध्यम राशन कार्ड धारियों को प्रती व्यक्ति 05 किलो अनाज अंतर्गत चावल या गेहूं की आपूर्ति करते हैं। और इस समय जन वितरण प्रणाली के विक्रेता हड़ताल पर हैं और राशन कार्ड धारीयों के बीच राशन वितरण बंद है और इस वजह से राशन कार्ड धारी को भारी परेशानियों का सामना करना पर रहा है इन्हीं परेशानियों पर मोबाइल वाणी संवाददाता एजाज़ ने समस्तीपुर के ग्रामीणों से बात की अपनी बातचीत में रामबाबू, अंजली, मनोज पासवान ने बताया राशन नहीं मिलने के कारण कर्ज लेकर पेट भर रहें हैं।( पूरी ऑडियो सुनें) राशन कार्ड धारियों के अनुसार समय का छोटा होने एवम कड़क ठंढी के वजह से लोगों को मजदूरी के लिए काम नहीं मिलता है छोटे व्यवसाय भी मंदी के दौर से गुजरते हैं और इसी विपरीत माैसम में जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं के हड़ताल की वजह से आम लोगों के संकट की व्याख्या कर पाना बहुत कठिन है।    भारत में लागु खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अनुसार भारत सरकार की जिम्मेदारी है की समाज के ऐसे कमजोर लोग जिन्हें खाने की अनाज की कमी से भूखे रहने की नौबत आ सकती है को निर्बाध रूप से भोजन मिल सके के लिए सभी महीने खाने के अनाज की आपूर्ति हो  इस खाद्य आपूर्ति का महत्व भारतीय कृषि मजदूरों के लिए अभी के मौसम में ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो जाता है क्योंकी हिंदी महीनों के अनुसार यह पौष महिना जिसमे खेतिहर मजदूरों के पास कोइ काम नहीं रहता है  हालांकि लोकतंत्र में सभी लोगों को अपनी बात सरकार के समक्ष रखने एवम उनके पूरे होने तक हड़ताल एवम विरोध प्रदर्शन का अधिकार तो है पर इस पूरी विकट परिस्थिति में सरकार की गैर संवेदन शीलता देखते हीं बनती है। पूर्व घोषित हड़ताल के बावजूद सरकार के द्वारा इस विपरीत परिस्थिति में राशन कार्ड धारियों को अनाज की आपूर्ती हो सके एवम खाने के अनाज की कमी की  चिंता से दूर हो मजदूर जीवन यापन कर सकें के लिए कोइ कदम नहीं उठाए गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार  जनवरी माह के 12  दिन बीत जाने तक सरकार संवेदनहीन बनी रही  है। विगत 13 जनवरी को बिहार सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री के द्वारा डीलरों के मांग के मानने के आश्वासन पर हड़ताल तो ख़त्म हो गया है पर अब भी कई गाँव में राशन का वितरण शुरू नहीं हुआ है  इसका मतलब है की तब तक ये सभी गरीब मजदूर राशन कार्ड धारी सरकार और इनके संघर्ष के बीच पिस कर भूखी या कर्ज भरी रोटी खाने को मजबूर बनी रहेगी। आप इस पर क्या सोचते हैं क्या आपको भी इस हड़ताल की वजह से सामना करना पड़ा है ? अभी रिकॉर्ड कराएँ मोबाइल वाणी पर नंबर 03 दबाकर ।

सैदपुर पंचायत के वार्ड नंबर 7 में भाषण नहीं मिलने से कर्जा उठाकर घर परिवार चला रहे हैं घर में 7 सदस्य है लेकिन तीन ही लोगों को राशन मिल रहा है 15 क राशन उठाने के बाद 15 दिन चलता है अभी नहीं मिलने से बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है

सैदपुर पंचायत के वार्ड नंबर 7 के अंजली कुमारी ने बताया कि जो राशन उठाने गए थे तो डीलर के द्वारा राशन नहीं दिया गया और बोला गया की हड़ताल पर है और उनके घर में नौ लोग हैं लेकिन सारे लोगों को राशन मिलता है जिससे बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है और दुकानदार लोग से कर्ज ले रहे हैं

हिट एंड रन कानून को लेकर ड्राइवरों के द्वारा की गई हड़ताल से लोगों की बढी परेशानी। जानकारी के अनुसार समस्तीपुर जिला के विभिन्न जगहों पर हिट एंड रन कानून के विरोध में ड्राइवरों एवं आम जनों के द्वारा लगाए गए जाम से विभिन्न स्थानों पर आवागमन छप हो गया जिस वजह से यात्रियों को पैदल कई किलोमीटर पैदल चलकर और परेशानी को झेलते हुए घर पहुंचते हैं वही दूसरी ओर जाम के कारण सड़कों पर मालवाहक गाड़ियों की लंबी लाइन लगी हुई है इस बाबत बताते हुए बिहार ड्राइवर महासंघ के नेताओं ने कहा कि जब तक सरकार हिट एंड रन का काला कानून वापस नहीं लगी तब तक हम लोग आंदोलन करते रहेंगे उन्होंने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण ढंग से काम कर रहे ड्राइवर की जिंदगी को नर्क बनाने पर तुली है जिस तरह से सरकार ने तीनो काले कृषि कानून को वापस लिया है इस तरह हिट एंड रन के इस कानून को वापस लेना होगा।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

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विद्यापतिनगर प्रखंड के सभी जनवितरण प्रणाली दुकानदार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक जनवरी से हड़ताल पर हैं, जिसके कारण प्रखंड में राशन वितरण प्रभावित है। दुकानदारों की हड़ताल के कारण लाभुकों को राशन नहीं मिल पा रहा है। राशन नहीं मिलने के कारण प्रखंड के गरीब लाभुकों एवं उनके परिवारों को परेशानी हो रही है। हड़ताल के कारण प्रखंड के सभी दुकानों में ताला लटका हुआ है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

जन वितरण प्रणाली विक्रेता का मानदेय देने सहित अन्य मांगों को लेकर 1 जनवरी से हड़ताल पर है।यह हड़ताल अनिश्चितकालीन बताया जा रहा है।जिससे गरीब परिवार के लोगो को जनवरी माह का राशन नही मिल पाया है।जिससे लोगो को परेशानी है।करीब 10 दिन बीत जाने के बाबजूद राशन का वितरण नही हो सका है।