किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल के समर्थन में उनकी मां विद्या जायसवाल, पत्नी निशा जायसवाल और देवरानी ट्विंकल जायसवाल चुनावी मैदान में उतर गई गई। शनिवार की इन सभी ने भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष रेणुका साहू के नेतृत्व में हजारीबाग लोक सभा क्षेत्र के बड़कागांव प्रखंड के आधा दर्जन गांवों में डोर टू डोर चुनाव कैंपेन किया और भाजपा एवं मनीष जायसवाल के समर्थन में कमल फूल छाप पर वोट देकर जीताने का अपील किया। इनके साथ बड़ी संख्या में भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ता, समर्थन और विशेष नुक्कट नाटक की टीम चल रही थी। नुक्कड़ नाटक के जरिए 62 सालों तक देश में कांग्रेस की सरकार की नाकामियों और पिछले करीब 10 सालों के मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को दिया गया। भाजपा सांसद प्रत्याशी मनीष जायसवाल की मां विद्या जायसवाल, पत्नी निशा जायसवाल और देवरानी ट्विंकल जायसवाल का नापो खुर्द, बादम, हरली, विश्रामपुर, मिर्जापुर और कांडतरी के ग्रामीणों ने गर्मजोशी से फूल माला पहनाकर अभिनंदन किया और भाजपा के समर्थन में मतदान करने का वादा भी किया ।

Transcript Unavailable.

झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला से राजेश्वर महतो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक महिला से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की उनके पति महाराष्ट्र में काम के दौरान दुर्घटना के शिकार हो गए थे। जिसके कारण उनकी मौत हो गई है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

आज पंचायती राज दिवस है। अलगू चौधरी और जुम्मन शेख जी भी कहते थे कि पंचायत में भगवान रहते हैं और अगर भगवान का वचन लागू होना चाहिए तो पंचायत हमारी परंपरा के अनुसार चलनी चाहिए। आने वाला दिन आज 24 अप्रैल को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है और जब तक गाँव में पंचायत नहीं होती, तब तक हमारा गाँव पंचायत के बिना विकसित नहीं हो सकता। पंचायती राज प्रणाली के आधार पर निर्णय लेने के अधिकार, अपनी राय रखने के अधिकार का सम्मान किया जाता है विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

हमारे देश में हर एक दिन की अपनी खास बात और महत्व है। जहां एक दिन किसी दिन को हम किसी की जयंती के रूप में मनाते हैं, तो किसी दिन को बेहद ही खुशी से। इसी कड़ी में 24 अप्रैल का दिन भी बेहद खास है।इस दिन पंचायतो में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जो पंचायत की उपलब्धियों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में उनके योगदान को उजागर करते हैं। यह दिन 17 जून 1992 को संविधान में 73वें संशोधन के पारित होने और 24 अप्रैल 1993 को कानून लागू होने की याद में मनाया जाता है। पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है अगर देश में किसी गांव में कोई दिक्कत है या उस गांव की हालत खराब है, तो उस गांव की इस समस्या को दूर करने और उसे सशक्त एवं विकसित बनाने के लिए ग्राम पंचायत ही उचित कदम उठाती है। तो आइये दोस्तों ,इस राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर हम सभी पंचायत के नियमों का पालन करे और पंचायती राज व्यवस्था का हिस्सा बन कर पंचायत के विकास में योगदान दे । मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।