जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर के साहरघाट से रामनरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की साहरघाट के मध्य विद्यालय प्रधानाध्यापक ने मध्याहन भोजन बनाने वाले कर्मियों को दिनांक 8/8/2017 को घर लौटा दिया।जबकि मध्याहन भोजन बनाने वाले सहायक से ओवर डुयटी कराया जाता है।सप्ताह के पांच दिन में मध्याहन भोजन में आलू सोयाबीन की सब्ज़ी बनाकर खिलाया जाता जबकि सातों दिन विद्यालय में अलग अलग प्रकार की सब्जियां बना कर खिलाया जाना चाहिए।मध्याहन भोजन करने के लिए बच्चों को घर से खाने का प्लेट लाना पड़ता है।देखा जा रहा है की बीआरसी संकुल इंचार्ज को हर माह स्कुल जाकर निरिक्षण करना है पर वे पुरे प्रखंड के शिक्षिकों को संकुल बुलाकर अपना काम निपटा लेते है।जबकि हर विद्यालय पर जाकर इंक्यावरी करना जरुरी है
रामनरेश ठाकुर,जिला मधुबनी के साहरघाट प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम कहते है कि मधवापुर प्रखंड में साहरघाट थाना क्षेत्र के किसानों को भगवान खुशहाल कर रहे है लेकिन साहरघाट के विक्रेता किसानों को कर रहे है निराश।साहरघाट में खाद दूकानदार 10-15 है जिसमे बाजार के सभी दुकानदार आपस में ताल-मेल कर खाद को अपने गोदान में स्टॉक किये है और जब किसानो को खाद की जरुरत पड़ती है तो दूकानदार चार सौ रूपये से अधिक पर बिक्री करते है और किसानों को दुकानदारों द्वारा कहा जाता है की इतने मूल्य पर ही दिया जायेगा अगर लेना है तो ले नहीं तो नहीं दिया जायेगा।वही सरकारों द्वारा हर पंचायत में कॉपरेटिव बैंक के खाद की दुकानें खोली गई है लेकिन दस साल पूर्व से ही उसका कोई नामोनिशान नहीं है।इससे यह पता लगाया जा सकता है कि दुकानदारों से तालमेल कर कालाबाजारी करते है।
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राजकिशोर यादव,जिला मधुबनी के मधवापुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि साहरघाट थाना के बस स्टेंड में यात्री ठहरने के लिए घर बनाया गया है लेकिन उस स्टेण्ड में यात्री ठहरने की जगह गाय,बैल,दो चक्का गाड़ी,चाय दुकान और जलावन की लकड़ी रखा हुआ है।जब धुप और बारिश होती है तो यात्रियों को उसके अगल -बगल खड़ा रहना पड़ता है जिसकारण उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।बस स्टेण्ड में यात्रियों के ठहरने के लिए सरकारी जमीन काफी है लेकिन आस-पास जमीनवाले लोग दुकान बनाकर रखे हुए है वही उस जगह पर बस इंचार्ज द्वारा टेम्पो का भी स्टेण्ड बनाया गया है जिससे गाड़ी पास करने में भी परेशानी होती है.बस स्टेण्ड के सामने साहरघाट थाना भी है लेकिन थाना प्रभारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है.इसलिए प्रसाशन से अनुरोध है कि यात्री ठहराव घर को साफ़-सफाई करवाकर ठहरने की व्यवस्था किया जाये।
राजकिशोर यादव,जिला मधुबनी के मधवापुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधवापुर साहरघाट बाजार में दुकानदारो ने यूरिया खाद्य बिक्री पर दाम बढ़ाया है।सरकार द्वारा यूरिया खाद्य की कीमत 300 रुपया है लेकिन मधवापुर साहरघाट के दुकानदारो ने मिलकर 380-400 रूपये तक उसकी बिक्री कर रहे है।जबकि किसानों को धान में खाद्य देना आवश्यक है।सरकार द्वारा GST पिछले महीने से ही लगाया गया है लेकिन अभी तक GST का माल कोई भी दूकानदार नहीं उठाया है।वही GST के नाम पर दूकानदार किसानों से काफी मनमानी कर रहे है और जब किसानो द्वारा दूकानदार से बिल माँगा जाता है तो दुकानदार द्वारा देने से इंकार कर दिया जाता है।इसलिए प्रसाशन को इस पर जल्द से जल्द ध्यान देना चाहिए।
जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से रामनरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की साहरघाट थाना क्षेत्र के पुराना थाना के समीप दुर्गा मंदिर है।मंदिर के प्रांगण के आस-पास के बीच पश्चिम में मध्य विद्यालय ,उतर दिशा में वर्तमान मुखिया का घर है,पूरब दिशा में मंदिर स्थित है। इन सबके बीच चापाकल स्थित है जिसके पानी के निकास का प्रबंध नहीं है।जिसके कारण कचरे और गंदगी का अंबार लगा हुआ है, और इससे राहगीरों को जाने आने में काफी कठिनाई होती है।रास्ते पर फैला हुए पानी और कचरे से खासकर स्कूली बच्चो को आने जाने में परेशानी हो रही है।इस गंदगी के कारण बच्चों को कभी भी बीमारी हो सकती है।इस गन्दगी पर स्कुल के प्रधानाध्यापक ,वर्तमान मुखिया एवं मंदिर के पुजारी व थाना प्रशासन का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है।जबकि सभी पदाधिकारी वहीं रहते है।
जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की मधवापुर में बासुकी दक्षिणी पंचायत हनुमाननगर के प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों द्वारा मध्याह्न भोजन के लिए एक हफ्ते पहले ही ताला लगा दिया गया था।ग्रामीणों और पूर्व मुखिया मोहम्मद अब्दुल रब ने विद्यालय से सम्बंधित कई विषयो पर चर्चा की कहा की मध्याह्न भोजन मेनू के हिसाब से बच्चो को दी जानी चाहिए। मगर माह में चार से पांच दिन ही बच्चो को खिचड़ी खिलाया जाता है साथ ही प्रधानाध्यापक स्कुल पर कभी कभी आते है और पुरे माह का डायरी मेंटेन कर लेते है।ग्रामीणों ने यह भी बताया की सरकर द्वारा नया स्कुल बनवाने के लिए 12 लाख की राशि तीन वर्ष पूर्व दिया गया पर सचिव द्वारा ब्लेंक चेक पर हस्ताक्षर करवा कर मुखिया ने अपने कार्य में स्कुल भवन की राशि खर्च कर दी।ग्रामीणों को इस बात की जानकारी मिलने के बाद 2016 2017 में स्कुल भवन का निर्माण कराया गया।पर ग्रामीण इस भवन निर्माण से खुश नहीं है।इसके लिए बीओ द्वारा जाँच के लिए चार दिन का समय माँगा गया था और कहा गया की जाँच के लिए अधिकारी आएंगे पर सुबह से लेकर शाम हो गयी ग्रामीण राह देखते रहे पर अधिकारी स्कूल निरिक्षण के लिए नहीं आये।
जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राम नरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की मधवापुर में जन वितरण प्रणाली में गड़बड़ियाँ की जा रही थी अत: जन वितरण प्रणाली में ताल मेल के आभाव से सम्बंधित मधवापुर के रिपोर्टर द्वारा मोबाइल वाणी पर खबर का प्रसारण कराया गया तत्प्श्चात खबर को सुनने के बाद मधवापुर के मार्केटिंग अफसर (एमओ ) ने अपना तबादल करवा लिया।एक आश्चर्य की बात यह है की मधवापुर के बीडीओ अपने पद के साथ साथ तीन और विभागों का पद संभाले हुए है।
जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की बेनीपट्टी के मोहम्मदपुर बिजली आपूर्ति कर्मचारी कभी भी मीटर देख कर बिजली बिल नहीं बनाते है।ऑफिस में अपने अंदाज से बिजली बिल बनाते है। मीटर में कुछ और दिखता है और बिजली बिल में कुछ और यूनिट का बिल बना हुआ रहता है।ऐसी शिकायतें की सँख्या मोहम्मदपुर बिजली एक्सचेंज में हर रोज भीड़ के रूप में देखि जाती है।यही हाल 1970 के जमीन के सर्वे में भी देखने को मिला है ।कर्मचारियों व अफसरों द्वारा ऑफिस और घर में बैठ कर अपने अंदाज से सर्वे की रिपोर्ट बनायीं गयी।इस तरह से अफसरों की मनमानी कब तक चलेगी।ऐसी बातो पर सरकार को जल्द ध्यान देना चाहिए।
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