जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधवापुर में बाढ़ से गिरी आवासों की संख्या अधिक है।बताते है कि 2011-2012 में जिन लाभार्थियों को इंदिरा आवास मिला था उन्ही लाभार्थियों को घर फिर से दिया जा रहा है।और यह कार्य प्रखंड पदाधिकारी के तालमेल से इंदिरा आवास सहायकों द्वारा किया जा रहा है।इस योजना के तहत लाभार्थीयों को दूसरी क़िस्त भी पेमेंट करवा दिया गया है।अब हाल यह है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी,द्वारा आवास जाँच के लिए आवास सहायक, रोजगार सेवक और विकास मित्र को गठित किया गया है।लाभार्थी आवास का लाभ तो ले लिए है फिर भी उन्ही का फ़ोटो लिया जाता है।अत: प्रखंड विकास पदाधिकारी से अनुरोध है की आवास का दोबारा लाभ न दे बल्कि जाँच रिपोर्ट पर विशेष तौर पर ध्यान दे। ;

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जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर के साहरघाट से रामनरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधवापुर प्रखंड के राजस्व कर्मचारी मालगुजारी रशीद काटने में मनमानी तरीके से पैसे ले रहे है।इस सम्बन्ध में साहरघाट के कई किसानों ने शिकायतें की है।सरकार की तरफ से सौ रुपये प्रति एकड़ की दर से पैसे लेने है पर इसके विपरीत राजस्व कर्मचारियों द्वारा डेढ़ से दो सौ रुपये लिया जा रहा है

रामनरेश ठाकुर,जिला मधुबनी के साहरघाट से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधवापुर प्रखंड में सर्व शिक्षा अभियान कागज़ पर ही चल रहा है।मधवापुर प्रखंड में सर्व शिक्षा अभियान के तहत पठन-पाठन के लिए न तो कोई भवन बना हुआ है और न ही शिक्षकों की बहाली की गई है।अभियान के तहत बच्चो के लिए किताबें आती है लेकिन समय से नहीं मिल पाती है।इस अभियान के तहत शौचालय तथा पेयजल की व्यवस्था की जाती है लेकिन छह महीने से अधिक नहीं चल पाता है।वही शिक्षकों द्वारा शौचालयों की साफ़-सफाई एवं पेयजल की मरम्मतों पर ध्यान नहीं दिया जाता है जबकि बच्चों के लिए यह सबसे मूल आवश्यकता है क्योकि जल ही जीवन है।वही छात्रों के-खेलने कूदने के लिए बहुत सारी सामग्री आती है लेकिन उस सामानों को शिक्षकों के बच्चों द्वारा खेला जाता है जिसकारण स्कूल के छात्रों को देखने के लिए भी नहीं मिल पाता है।इसलिए सरकार को सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत अलग से पठन-पाठन के लिए भवन बनानी चाहिए और शिक्षकों की बहाली करनी चाहिए।

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जिला मधुबनी प्रखंड साहरघाट से राम नरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो के लोगो को इस बार पर्व करने में काफी परेशानियां हो रही है।मिथिलांचल में देखा जा रहा है कि घर घर में तीज और सुखी -शांति का पर्व हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता था।लेकिन बाढ़ से पीड़ित गरीब तबके के मजदूरों और किसानों को पर्व करने में आज बहुत समस्या हो रही है।लोगो के घरो में खाने तक के लिए अनाज नहीं है।साहरघाट में तीन दिनों पूर्व से सरकार ने सभी एटीएम पर लगा दिया है ताला जिससे लोग परेशान और हैरान है।बाढ़ के कारण किसानों की लगायी हुई हरी सब्ज़ियाँ बर्बाद हो गयी है जिससे मंडियों में सब्जियों के भाव गिर गए है।

जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मधवापुर प्रखंड के लोगों कि धान की फसल बाढ़ के पानी से बर्बाद हो गयी है।किसान अपनी कि हुई खेती का नुकसान को देखकर अपने सर पर हाथ रखकर मूर्छित हो जाते है, मायूस होकर अपने खेतो से घर चले आते है।किसानों द्वारा अपनी लागत एवं मेहनत लगाकर धान का फसल किया गया था। किसानों का दाना गया साथ ही मवेशियों का चारा भी चला गया।छोटे किसानो द्वारा कर्ज लेकर फसल किया गया था ,वे इस बाढ़ के कारण ना घर के रहे और न घाट के।अब देखना यह है कि सरकार किसान के लिए क्या कदम उठाती है।

जिला मधुबनी,प्रखण्ड मधवापुर से राम नरेश ठाकुर जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मधवापुर के पंचायत के लोग बाढ़ आने के कारण घर से बेघर हो जा रहे है।कुछ लोग स्कूल एवं ऊँचे स्थानों अपने परिवार संग रह रहे है।पीड़ितों के लिए आपदा कोष से चूड़ा,चीनी एवं घर के लिए पन्नी आया।मगर अभी तक बेघर लोगो को कुछ नहीं मिला है।साहरघाट के लोगो के लिए एक मुखिया द्वारा लंगर चलाया जा रहा है।बहुत सारे गरीब परिवार और बेघर लोग है जो रोड़ पर भटक रहे है। पदाधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों पर ध्यान देना चाहिए।

राजकिशोर यादव,जिला मधुबनी के मधवापुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गांव-गांव में होम पाइप बंद होने से पानी का लगा अम्बार।किसानों का पानी का ठहराव हो जाने पर धान का फसल बर्बाद हो जाता है।वही पानी का निकासी नहीं होने से गरीब मजदुर का झुग्गी झोपड़ी भी गिर चूका है।वही दो दिनों से लगातार बारिश होने से मवेशी के चारे के लिए किसानों को काफी परेशानी हो रही है।सरकार द्वारा सड़क बनाया जाता है लेकिन गांव-गांव में नाला नहीं होता है।सड़क पर नाला नहीं बनने से सड़क जल्दी ख़राब हो जाता है,जगह जगह पर होम पाइप बनाया जा रहा है उसे खुलवाना चाहिए जिसे पानी का निकासी हो सके।यह सभी मनमानी सड़क ठेकेदार द्वारा किया जाता है।और इसका भुगतान सरकार को करना पड़ता है।

जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर साहरघाट से चुन्नी देवी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि जिला मधुबनी में भ्रष्टाचार और अन्याय कब तक रहेगी। खाद्य सुरक्षा योजना में जिन लोगो के पास चार चक्का और दो पहिया वाहन है, बहुत सारी जमीन है, पक्के मकान है ,ऊपरी आमदनी है उन लोगो को बीपीएल का लाभ मिल रहा है।देखा जा रहा है की जो लोग गरीब व लाचार है ,अपाहिज़ है उनको खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।साथ ही कुछ ऐसे लोग भी है जो सुखी -संपन्न है वे रिश्वत देकर पेंशन व खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ ले रहे है एवं दूसरी तरफ वैसे लोग जो साठ वर्ष के है तथा जिनको पेंशन योजना व अन्य योजनाओं के लाभ की आवश्यकता है उनको पंचायत भवन ,प्रखंड कार्यालय और जिला कार्यालय का चक्कर लगाने पड़ रहे है।इस पर सरकार को विचार करने की जरुरत है।