जिला मधुबनी शहरघाट से रामनरेश ठाकुर मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की शहरघाट क्षेत्र के बैंक खाताधारी अपने बैंक खाता को आधार से जोड़ने के लिए परेशान दिखे।शहरघाट थाना क्षेत्र में स्टेट बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया ,ग्रामीण बैंक व इत्यादि बैंको में खाताधारी आधार कार्ड लेकर कई बार जोड़ने के लिए गए पर बैंक कर्मचारी के मनमाने रवैये से खाताधारी को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिनके खाते आधार से नहीं जुड़े है उन खातों से पैसे निकासी करने में बैंक कर्मचारी परेशानी कर रहे है।जबकि खाताधारी द्वारा कई बार आधार का छायाप्रति दिया गया है

जिला मधुबनी शहरघाट से रामनरेश ठाकुर मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है नहीं मिल रहा है पेंशन लाभ।शहरघाट क्षेत्र के कई पंचायतो में वृद्धाओं द्वारा वृद्धा पेंशन,विधवा पेंशन व पारिवारिक लाभ के लिए पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव और प्रखंड के चक्कर लगाने पड़ रहे है।ग्रामीण क्षेत्रो के कई ऐसे वृद्धाओं से इस सम्बन्ध में पूछा गया तो बताया की 70 वर्ष से अधिक हो गया है पर पेंशन नहीं मिल रहा है।साथ ही कहे की दस बार वृद्धा पेंशन के आवेदन को ऑनलाइन भर भी चुके है।

जिला मधुबनी,प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जब मधवापुर के बीडीओ से शौचालय निर्माण के बारे पूछा गया तो बीडीओ ने कहा कि जब तक एक पंचायत में शौचालयों का निर्माण नहीं होगा तबतक दूसरे पंचायत को शौचालय निर्माण के राशि निर्गत नहीं की जाएगी।जबकि हर पंचायत में आधा से अधिक लोगों ने कर्ज लेकर शौचलय बनाया है।सरकार घोषणा पर घोषणा करती है की घर-घर शौचालय बनाया जाये। लेकिन मधवापुर प्रखंड में ठेकेदार शौचालय बनाने के लिए राशि मुहैया नहीं करा रहे है। ऐसे कबतक मधवापुर की जनता खुले में शौच करते रहेगी

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जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की मधवापुर प्रखंड में कई आंगनबाड़ी केंद्र है जो अभी बच्चों के लिए खिचड़ी नहीं बनाती है, सहायिका केंद्र पर नहीं आती है और सेविका द्वारा अब तक बच्चो को पोषक आहार का वितरण नहीं किया गया है।जबकि पोषक आहार की राशि चार माह पूर्व ही आ चूका है।सिर्फ यही आंगनबाड़ी केंद्र नहीं वरन कई ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र है जिसका यही हाल है।कई केन्द्रो का निरिक्षण कर पाय गया है की किसी केंद्र में बच्चो की संख्या 203 था।जिसका मुख्य कारण है की मधवापुर प्रखंड के विकास पदाधिकारी एक ही पद पर रहते हुए तीन विभागों के कार्य देख रहे है।बिहार का कोई ऐसा प्रखंड नहीं होगा जहा पर कोई बीडीओ तीन पदों पर कार्य कर रहा हो।

जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की मधवापुर प्रखंड में प्रमुख और पंचायत समिति के द्वारा कार्य बाधित पड़ा है।मधवापुर प्रखंड में 13 पंचायत समिति है और विगत तीन माह पहले ही हर समिति को 80 हजार का कोटा ,प्रमुख द्वारा दिया गया मगर उसका उपयोग अभी तक किसी भी समिति ने नहीं किया है।समिति का कहना है की इतनी कम रकम में कोई भी कार्य नहीं हो पायेगा।आखिर कब तक तक रूपया को दबाकर रखेंगे।इस संबंध में बलवा पंचायत समिति से जानकारी ली गयी तब उन्होंने बताया की काफी कम रकम मिला है जिससे कोई भी कार्य को शुरू कर खत्म नहीं किया जा सकेगा।बेनीपट्टी अनुमंडल के मधवापुर के किसी भी कार्य में काफी समय लगता है।आखिर कारण क्या है।

जिला मधुबनी ,शाहरघाट से राम नरेश महतो जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की जब इन्होने गावं में भ्रमण कर ग्रामवासियों से पूछा तो पता चला की विगत दस वर्षो से ग्राम में स्वास्थ्य विभाग की और से डीडीटी का छिड़काव नहीं किया गया है।गावं में गरीब किसान व मजदूर रहते है ,जो की बड़ी मुश्किल से अपने परिवार व बाल बच्चो का भरण-पोषण करते है ,वे मच्छरदानी व गुड नाईट कहा से खरीद पायेंगे ।मधवापुर में डेंगू मच्छर के काटने से मलेरियां फैलता जा रहा है।जिस वजह से लोग परेशान है और बिमारी का शिकार हो रहे है।मधवापुर के स्वास्थ्य कर्मचारी व पदाधिकारी मलेरियां के प्रति गंभीर नहीं है।

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