सिसवन सीवान। सिसवन प्रखंड के माधोपुर स्थित राजकीय मध्य विद्यालय के शिक्षक पर ग्रामीणों द्वारा अनियमितता का आरोप लगाते हुए स्कूल में हंगामा शुरू कर दिया गया। ग्रामीणों का आरोप था कि स्कूल के शिक्षक न समय पर आते हैं न सही ढंग से बच्चों पढ़ते हैं।स्कूल में बच्चों को खाने वाला मध्यान भोजन भी नियमित नहीं बनता है। इस संबंध में ग्रामीण पूर्व मुखिया गुप्तेश्वर प्रसाद, मुखिया पति धर्मनाथ शाह, शिवनारायण शाह तथा स्कूल की सचिव नीलम देवी सहित दर्जनों लोगों स्कूल में पहुंचकर शिक्षकों के इस रवैया पर नाराजगी जताई।सचिव नीलम देवी ने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सिंह द्वारा सादे चेक पर साइन कर लिया जाता है और उन्हें बताया भी नहीं जाता चेक से निकासी की गई राशि किस मद में खर्च किया जा रहा है। वही सिसवन प्रखंड के सोशल मीडिया ग्रुप में स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें मध्यान भोजन न बनने की बातें भी कहीं जा रही है। इस संबंध में जब प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सिंह व सहायक शिक्षक संदीप कुमार तिवारी से सवाल किया गया तो उन्होंने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए निराधार बताया। सिसवन प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में है तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जांच कर प्रतिवेदन देने को लेकर कहा गया है।

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रघुनाथपुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय नेवारी में मध्यान भोजन योजना के वेंडर के द्वारा बनावटी अंडा सप्लाई करने का मामला प्रकाश में आया है। ज्ञातव्य हो कि प्रधानमंत्री पोषण योजना अंतर्गत विद्यालय के बच्चों को मध्यान भोजन में शुक्रवार को अंडा भी परोसना है। जिसको लेकर प्रखंड के मध्य विद्यालय नेवारी में भी शुक्रवार 6 दिसंबर को बच्चों को देने के लिए वेंडर के द्वारा अण्डा पहुंचाया गया। लेकिन जब शिक्षकों ने उसके आकार प्रकार को देखा तो अंडा बनावटी लगा। जिसके बाद प्रधानाध्यापिका गायत्री कुमारी व सहायक शिक्षकों के द्वारा गभीरार निवासी वेंडर ईमाम अंसारी के द्वारा विद्यालयों तक सामग्री पहुंचाने के लिए रखे लड़के सोनू से जब इसके बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि इस बार इस अंडे को खपा दीजिए और कही सूचना नहीं कीजिए अगली बार से यह अंडा आपके विद्यालय में नहीं आएगा। जिसके बाद विद्यालय के सहायक शिक्षक प्रकाश चंद्र द्विवेदी ने फोटो सहित इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मीनू कुमारी से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक को उक्त अण्डे को बच्चों को न देकर फल देने की बात कही गई है तथा जांच कर वेंडर के ऊपर कार्रवाई करने की बात कही गई। इन सब के बाद वेंडर ईमाम अंसारी को जब पता लगा कि विद्यालय के शिक्षक के द्वारा वरीय पदाधिकारीयों को इसकी सूचना दी गई है तो वेंडर ने सहायक शिक्षक प्रकाश चंद्र द्विवेदी के मोबाइल पर फोन करके उनको धमकाना शुरू कर दिया। प्रकाश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि धमकी भरे कॉल का ऑडियो रिकॉर्डिंग मेरे मोबाइल में सुरक्षित है जांच के क्रम में पदाधिकारी के समक्ष पेश करूंगा। इतना सब कुछ होने के बाद भी वेंडर के द्वारा फल के रूप में इस कड़ाके के ठंड भरे मौसम में बच्चों के लिए केला उपलब्ध कराया गया। जो बच्चों के सेहत के साथ जबरदस्ती खिलवाड़ करने जैसा प्रतीत होता है।

दरौदा प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों को पीएम पोषण योजना मत सीखने के लिए विभाग द्वारा स्टील की थाली उपलब्ध कराई जाएगी इस संबंध में बताया गया कि विद्यालय के बच्चों की उपस्थिति

दैनिक जागरण बिहार की मई 2023 की रिपोर्ट के अनुसार नरपतगंज प्रखंड से सटे सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय ठूठी में सोमवार को एमडीएम परोसने के क्रम में बच्चों के भोजन में मरी हुई छिपकली मिली, जिसके बाद बच्चों व गांव वालों में हड़कंप मच गया। लेकिन क्या ये हड़कंप हमारा अपने जन प्रतिनिधियों के सामने झलकता है ? जिस पन्ना ज़िले के स्कुल में 40 बच्चे बीमार हो गए , क्या वोट देते समय हम ये बात सोचते है? नहीं .. बिलकुल भी नहीं सोचते। क्योंकि हम एक वोट देने की मशीन में ढल चुके है। कुछ लोग इसे मेरी ही मूर्खता करार देंगे कि मध्यान भोजन के लिए हम नेताओ को दोष क्यों दें ? लेकिन सच ये है कि जब तक कोई घटना हमारे या हमारे अपनों के साथ नहीं घटती , तब तक हम राजनितिक पार्टियों की चाटुकारिता में लगे रहते है। लोग आपको ही बार बार समझायेंगे कि हमें इन सभी पचड़ों में नहीं पड़ना चाहिए। दोस्तों, अपने देश, समाज और बच्चों के भविष्य को बदलने के लिए किसी न किसी को शुरुआत करनी पड़ेगी और वह शुरुआत स्वयं से ही होगी, इसके बाद अन्य समाज के लोगों का साथ मिलता चला जाएगा। तब तक आप हमें बताइए कि * ------ आपके गाँव या क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की स्थिति क्या है ? *------- आपने क्षेत्र या गाँव के सरकारी स्कूलों में बच्चों को कैसा पौष्टिक खाना मिलता है क्या ? आपके अनुसार बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन का क्या मतलब है ? *------ साथ ही शिक्षा के मसले पर आपको किससे सवाल पूछने चाहिए ? और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है , ताकि हमारे देश का भविष्य आगे बढे।

दोस्तों , MDM या मध्याह्न भोजन योजना को दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल फीडिंग प्रोग्राम माना जाता है। इस योजना के तहत प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक बच्चे के लिए 450 कैलोरी और 12 ग्राम प्रोटीन और उच्च प्राथमिक स्तर पर 700 कैलोरी और 20 ग्राम प्रोटीन वाला मध्याह्न भोजन दिया जाता है। लेकिन ये तो सरकार के वेबसाइट और कार्यक्रम में सुनने में अच्छा लगता है। आज भी कई जगहों पर हकीकत कुछ और ही है। हमारे समाज में वैसे सामाजिक संस्कार पल बढ़ रहे हैं जिनका सही तरह के सवाल पूछने से कोई लेना देना नहीं हो रहा है। हमारे समाज का लोकतंत्र ऐसी बेकार की बातों से सड़ रहा है। लोगों में नागरिकता का एहसास पैदा नहीं किया जा रहा है। उन्हें नहीं बताया जा रहा है कि वह तभी ठीक ढंग से जी पायेंगे जब वह सरकार और प्रशासन से सही तरह के सवाल पूछेंगे। केवल एक दिन नहीं हर दिन पूछेंगे। तभी गंगा साफ़ हो पाएगी और स्कूलों के मिड डे मील में धाँधली नहीं होगी। तभी दूध की जगह पानी और रोटी के साथ नमक नहीं मिलेगा। आप हमें बताइए कि *--------- आपके गाँव या क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की स्थिति क्या है ? *--------- आपने क्षेत्र या गाँव के सरकारी स्कूलों में बच्चों को कैसा पौष्टिक खाना मिलता है है ? *---------- साथ ही शिक्षा के मसले पर आपको किससे सवाल पूछने चाहिए ? और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है , ताकि हमारे देश का भविष्य आगे बढे।

सिवान जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के धोबवलिया गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय में गड़बड़ी पाए जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह ने प्रधानाध्यापक नंदकिशोर पासवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वही उनके स्थान पर सूर्यमणि कुमार को प्रभार दिया गया है. ज्ञात हो की एक सप्ताह पूर्व ग्रामीणों ने विद्यालय में मिड डे मिल नहीं बनने, शिक्षकों के समय पर नहीं आने तथा स्कूल में साफ सफाई नहीं होने के कारण नाराजगी जाहिर करते हुए स्कूल में तालाबंदी किया था और इसकी शिकायत जिला शिक्षा पदाधिकारी से किया था. वहीं शिकायत पाकर गुरुवार को जब जिला शिक्षा पदाधिकारी, स्थानीय बीडीओ रवि रंजन, एसडीएम रोचना माधुरी मौके पर पहुंचकर जांच की, जहां गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया.

महाराजगंज थाना क्षेत्र के महुआरी राजकीय उत्क्रमित मध्यविद्यालय का कांग्रेस मीडिया प्रभारी सुजीत कुमार ने निरीक्षण किया, वही इस दौरान विद्यालय में साफ-सफाई, विद्यालय भवन, रसोईया घर, क्लासरूम को बारीकी से देखें और विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं से शिक्षण कार्य व सरकार द्वारा निर्धारित मिड डे मील के बारे में पूछताछ किये। इस क्रम में विद्यालय में साफ सफाई का ना होना, विद्यालय में सरकार द्वारा निर्धारित मिड डे मील का न बनना, निरीक्षण के दौरान शिकायत करने पर बच्चों को प्रधानाध्यापक द्वारा पिटाई करना सहित कई गड़बड़ियां पाई गई इसके बाद इसकी सारि जानकारी महाराजगंज एसडीएम रोचना माधुरी, महाराजगंज BDO डॉ रवि रंजन को सौंपे इसके बाद महाराजगंज एसडीएम रोचन माधुरी और महाराजगंज BDO ने विद्यालय में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही।

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