नाम - के सी चौधरी ,पिन कोड -272001

नमस्कार मेरा नाम शालिनी श्रीवास्तव है, मेरी उम्र पैंतालीस साल है , मैं बस्ती की रहने वाली हूँ और पिन कोड नंबर है 272001

उम्र पैंतीस वर्ष

उम्र बीस साल

उम्र बीस साल

कुछ महीने पहले की बात है, सरकार ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए कानून बनाया है, जिससे उन्हें राजनीति और नौकरियों में आरक्षण मिलेगा, सवाल उठता है कि क्या कानून बना देने भर से महिलाओं को उनका हक अधिकार, बेहतर स्वास्थय, शिक्षा सेवाएं मिलने लगेंगी क्या? *----- शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आर्थिक अवसरों तक महिलाओं की पहुंच में सुधार के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं *----- महिलाओं को जागरूक नागरिक बनाने में शिक्षा की क्या भूमिका है? *----- महिलाओं को कानूनी साक्षरता और उनके अधिकारों के बारे में जागरूक कैसे किया जा सकता है"

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 2021 की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में आर्थिक समानता में महिलाओं की संख्या 58 फीसदी है। लेकिन पुरुषों के बराबर आने में उन्हें अभी सदियां लग जाएंगी। 156 देशों में हुए इस अध्ययन में महिला आर्थिक असमानता में भारत का स्थान 151 है। यानी महिलाओं को आर्थिक आजादी और अचल संपत्ति का हक देने के मामले में एक तरह से हम दुनिया में सबसे नीचे आते हैं। दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के जीवन का बड़ा समय इन अधिकारों को हासिल करने में जाता है, अगर यह उन्हें सहजता से मिल जाए तो उनका जीवन किस तरह आसान हो सकता है? *----- महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों तक पहुंच में सुधार के लिए कौन- कौन से संसाधन और सहायता की आवश्यकता हैं?

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से अरविन्द श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अखिलेश श्रीवास्तव से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ख़ास कदम उठाने जरूरी है। आज के समय में घर से बाहर महिलाओं को सुरक्षा के प्रति बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। महिलाओं को समाज में बुरी नज़र से देखा जाता है। महिलाओं को पूरा अधिकार है कि वे नौकरी करें और हर क्षेत्र में आगे बढ़े। साथ ही उन्होंने बताया कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार नहीं दिया जाता है, लेकिन कानून महिलाओं को संपत्ति में बराबर का अधिकार दिया है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रामधीराज चौधरी से हुई। रामधीराज चौधरी यह बताना चाहते है कि समाज में महिलाओं का महत्व है। राज्य में साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाने के लिए सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा उचित उपाय करना नितांत आवश्यक है। उन्हें हमेशा विभिन्न प्रकार की यातनाओं के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। उन्हें सशक्त बनाया जाना चाहिए। उनको खुद की रक्षा करना आना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से संस्कृति श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारा देश दिन-प्रतिदिन पूरी दुनिया में विज्ञान व तकनिकी में आगे बढ़ रहा हैं। हर दिन नए आविष्कार हो रहे हैं, कुछ नई चीजें आ रही हैं, घर बनाने के नए तरीके, कमरों से लेकर इंसान तक सब कुछ। हर दिन नए-नए नवाचार किए जा रहे हैं। जहां हम बात करते हैं कि हमारा देश और दुनिया हमेशा हर दिन आगे बढ़ रही है। हम अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ रहे हैं, हम शिक्षा नीति में भी आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन हम महिलाओं की सुरक्षा में पीछे रह जाते हैं। अगर हमें देश को आगे लेकर जाना है तो महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा बहुत जरूरी है। महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए किसी का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे समय में हमें बेटियों को सशक्त बनाना बहुत जरूरी है। उनका मनोबल मजबूत बनाएँ, सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें यह महसूस न हो कि वे कमजोर हैं।