उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रवि कुमार से हुई।रवि कुमार यह बताना चाहते हैं कि लोग किसी व्यक्ति को कोई भी काम जबरजस्ती कराते हैं जिसके कारण मानसिक रोग होता है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से डॉ सुजीत भारती से हुई। सुजीत कहते है कि जब व्यक्ति तनाव मुक्त रहेंगे तो वो मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। लेकिन आज के दौर में किसी को बेरोज़गारी का तनाव है ,पढ़ाई का तनाव है ,परिवार का तनाव है तो ऐसे में तनाव मुक्त रहना बहुत मुश्किल है। यह चुनौती बन गयी है। लेकिन लोग कोशिश करे और तनाव मुक्त रहे। थोड़ा कमाए और उसी में गुज़ारा करें। परिवार के साथ मिलजुल कर रहे। बच्चे मोबाइल से दूर रहे
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से गोविन्द से हुई। गोविन्द यह बताना चाहते हैं कि अगर मन्यव स्वास्थ्य है तो उसके पास सब कुछ है।स्वस्थ रहने के लिए खान पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से राम धीरज चौधरी से बात कर रहे है। मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को ईगो नहीं रखना चाहिए। ईगो में ठेस पहुँचने से स्ट्रेस पैदा होता है। व्यक्ति को अच्छा भोजन करना चाहिए। खानपान पर बराबर ध्यान देना चाहिए।
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उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 33 वर्षीय खुशबु श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से संजू से हुई। संजू कहती है कि मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति का पहचान करना एक महत्वपुर्ण काम है। जो हमें उनके साथ बेहतर तरीके से बातचीत करने या उनकी ज़रूरतों को समझने में मदद कर सकता है। यहाँ कुछ तरीके है जिनसे हम मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति पहचान कर सकते है। मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति अपनी भावनाओं ,विचार और व्यवहार को पहचानते हैं। वे जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते है। वे आत्मविश्वास से भरे रहते है। वे सकारात्मक व्यवहार करते है ,सामाजिक रूप से अच्छे रहते है। वे समस्याओं का समाधान करने में सक्षम रहता है और चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम रहता है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई।श्रोता यह बताना चाहती है कि अवसाद से पीड़ित व्यक्ति की देखभाल करना एक चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है। लेकिन लोगों का समर्थन उन्हें बेहतर महसूस करा सकता है।उन्हें पेशेवर मदद के लिए प्रोत्साहित करें।उनकी देखभाल करें और खुद की देखभाल करें।बार बार सिर दर्द और चक्कर, कई कारणों से हो सकते हैं और मासिक तनाव ,विकार सीर्र दर्द और चक्कर होने के कई तरीके हैं। मानसिक तनाव विकार से दर्द हो सकता है खासकर जब तनाव लंबे समय तक रहता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रूद्र प्रताप सिंह से हुई। रूद्र प्रताप सिंह यह बताना चाहते है कि मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों हमारे समाज स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण पहलू हैं जबकि दोनों के बीच कुछ ओवरलैप होता है। वे अलग अलग पहलू हैं जो लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं।मानसिक स्वास्थ्य लोगों के भावनात्मक,मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण को फिर संदर्भित करता है या लोगों के विचारों भावनाओं और व्यवहारों को निर्धारित करता है और लोगों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से आर.के की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुरभि से हुई। सुरभि यह बताना चाहती है कि अवसाद के बिना दवा के भी निकला जा सकता है।यह संभव है। अवसाद एक जैसी समस्या है जिसका इलाज विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है जबकि दवाएं अवसाद के इलाज में मदद कर सकती हैं।कुछ लोगों के लिए दवा अवसाद से निकलना संभव हो सकता है।बिना दवा के अवसाद से निकलने के तरीके चिकित्सा अवसाद के इलाज में मदद कर सकते हैं।एक प्रशिक्षित चिकित्सक के विचारों और भावनाओं को समझने पर प्रतिबंधित करने में मदद कर सकता है।व्यायाम अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है,नियमित व्यायाम को बढ़ावा देता है जो हमारे मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं सामाजिक समर्थन अवसाद के इलाज में मदद कर सकता है। दोस्तों, परिवार के सदस्यों और समर्थन समूहों में संपर्क में रहना महत्वपूर्ण है।तनाव प्रबंध तकनीकी अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं ध्यान योग और गहरी सांस लेना जैसी तकलीफें तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं स्वस्थ जीवन शैली अवसाद के इलाज में मदद कर सकती हैं।स्वास्थ्य आहार, नियमित नियाम और पर्याप्त नींद लेना महत्त्वपूर्ण है।दवाएं अवसाद के इलाज में मदद कर सकती हैं। लेकिन वे दुष्प्रभाव पैदा कर सकती हैं।बिना दवा के अवसाद से निकलने में लोग दवाओं के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।बिना दवा के अवसाद से निकलने से आप आत्मनिर्भरता की भावना विकसित कर सकते हैं। बिना दवा के अवसाद से निकलने से आप लंबे समय तक राहत का अनुभव कर सकते हैं। चिकित्सा व्यायाम सामाजिक समर्थन तनाव प्रबंध और स्वच्थ जन जीवनशैली अवसाद के इलाज में मदद कर सकते हैं।बिना दवा के अवसाद से निकलने के कई लाभ हैं जिनमें दवाओं के दुष्पवाओं से बचना ,आत्मनिर्भरता और लंबे समय तक राहत शामिल है