उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि हमारे समाज में महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और राजनीतिक भागीदारी जैसे क्षेत्रों में भेदभाव का सामना करना पड़ता है। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि अगर महिलाओं को औद्योगिक क्षेत्र में देखा जाता है तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कम वेतन दिया जाता है। जब हिंसा की बात आती है, तब भी महिलाओं को दहेज और बाल विवाह का सामना करना पड़ता है, इसलिए महिलाओं को लैंगिक असमानता से बचाया जाना चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि महिलाएँ पुरुषों की अपेक्षा कम आंका जाता है। कार्यक्षेत्र में पुरुषों से कम वेतन मिलता है। लेकिन यह सोचना गलत है की महिला पुरुष से कम काम करती है। लोगों की धारणा गलत है। हमारे समाज को आगे आ कर महिलाओं के उत्थान में कदम बढ़ाना चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजयपाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि हमारा भारत परंपरा और संस्कृति में समृद्ध देश है। सांस्कृतिक मूल्यों से समृद्ध एक ऐसा देश है जहाँ महिलाओं का समाज में एक प्रमुख स्थान है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं की बड़ी आबादी है। आजादी के बाद समाज में महिलाओं का सम्मान बढ़ा, लेकिन उनके सशक्तिकरण की गति धीमी रही। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल के माध्यम से महिलाओं को व्यवसाय में प्रोत्साहित कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ किया जाता है। भारत के निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका है .
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उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि हर एक महिलाओं को अपना अधिकार जानने की ज़रुरत है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारा देश खेल, प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। महिलाओं ने इस परिपथ में पुरुषों की तरह ही योगदान दिया है, लेकिन महिलाओं की प्रगति और प्रगति के लिए, उन्हें उन अधिकारों को जानने की आवश्यकता है जिन्हें वे नहीं जानते हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बाबू धीरेन्द्र से बात कर रहे है। ये बताते है कि इनके गाँव की ओर जाने वाली मुख्य सड़क की स्थिति बहुत ख़राब है। ग्राम के प्रधान इस पर ध्यान नहीं दे रहे है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि सदियों से महिलाओं का नाम और पहचान गायब हो रही है, यह आज कोई नई बात नहीं है। सभी महिलाओं ने हमेशा अपने परिवार की जिम्मेदारी और इस तथ्य के कारण अपना जीवन जिया है कि उन्हें शुरू से ही बताया जाता है कि उनके परिवार में प्रमुख शक्ति उनके पति हैं। कहा जाता है कि जहाँ नारी का सम्मान होता है वहां देवता वास करते है। पर अभी कितना हद तक नारी का सम्मान हो रहा है ,यह किसी से छुपा नहीं है। , महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विशाल पांडेय ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि आज के समय में और पहले के समय में भूमि और आकाश में अंतर था। संसाधनों और केंद्रों के अभाव में, महिलाओं को अक्सर अकुशल श्रमिकों या घरेलू कामगारों की भूमिका में छोड़ दिया जाता था, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में सभी कौशल विकास संसाधनों के अलावा व्यापक व्यावसायिक संस्थान और कॉलेज महिला महाविद्यालय केंद्र के खुलने से महिलाओं की दक्षता में वृद्धि हुई है, जिसके कारण अब उन्हें बड़ी कंपनियों में समान काम के लिए समान अवसर और समान वेतन मिलता है। ।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अमित चौधरी से हुई। अमित बताते है कि वो नरेगा का काम से संतुष्ट है। कच्ची सड़क को बनाया गया