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उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिलाओं को उनके अधिकार तभी मिल सकते हैं जब वे शिक्षित हों, केवल शिक्षा के माध्यम से ही उन्हें उनके अधिकार मिल सकते हैं। हालाँकि, महिलाओं को अपने पतियों के समान भूमि पर अधिकार होना चाहिए ताकि वह आत्मनिर्भर हो ,दूसरों पर निर्भर नहीं रहे। महिलाओं के पास कुछ नहीं रहने से सबका ताना सुनना पड़ता है। अगर महिला के नाम से जमीन होगा तो कोई भी उनको प्रताड़ित नहीं कर सकता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए, उन्हें पुरुषों के समान अधिकार मिलने चाहिए। महिलाओं को भी पुरुषों की तरह अधिकार दिए जाएं, हर जगह संपत्ति में उनका अधिकार दिया जाए। कभी-कभी मायके के दबाव में, उन्हें उनकी संपत्ति से बेदखल कर दिया जाता है और महिलाएं या लड़कियां शादी के बाद घर चली जाती हैं तो उनका नाम संपत्ति से हटा दिया जाता है, और यह शुरू से ही चल रहा है। पुरुष और महिलाएं समान हैं जब नारा है कि उन्हें समानता का अधिकार होना चाहिए, लेकिन यह देखा जाता है कि महिलाओं के साथ भेद भाव किया जाता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि यह सही है कि पेड़ पौधे लगाया जाएगा तो गर्मी कम होगी। मौसम के लिए पानी का बचाव भी ज़रूरी है। पेड़ पौधे लगाना ज़रूरी है ,बारिश कम होने से भी गर्मी बहुत ज्यादा होती है। पानी का संरक्षण कर उसके बगल ऐसे पेड़ लगाना चाहिए जो पानी को सोख लें ,पेड़ पौधे रहेंगे तो गर्मी कम हो जाएगी। अच्छा पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण ज़रूरी है। सभी लोग का सहयोग होगा तब ही मौसम को बचाना संभव है

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उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से मोहम्मद इमरान , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिला का भारत को आजाद कराने में बहुत योगदान रहा है। चाहे वह रानी लक्ष्मीबाई हों या रजिया सुल्तान, उन्होंने अंग्रेजों और पुरुषों के खिलाफ जबरदस्त लड़ाई लड़ी। भारत की आजादी में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान दिया आज महिलाएं किसी भी विभाग में पीछे नहीं हैं, लेकिन सैकड़ों वर्षों से चली आ रही पुरुष प्रधान समाज के मन में कहीं न कहीं एक किनारे बैठे हुए तिनके के कारण आज भी लोग महिलाओं को उनका अधिकार नहीं देना चाहते हैं, इसके लिए पुरुष प्रधान समाज दोषी है। हम पुरुष प्रधान समाज को यह सुनिश्चित करने के लिए आगे आना होगा कि महिलाओं को उनके अधिकार मिलें। ऐसे में महिलाओं के अधिकारों के लिए संसद में चाहे जितने भी कानून बनाए जाएं, लेकिन जब तक हम आगे नहीं आएंगे, तब तक महिलाओं को उनका अधिकार नहीं मिलेगा।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से मोहम्मद इमरान , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि आधुनिकता के युग में महिलाओं को भूमि अधिकार मिलना चाहिए लेकिन लेकिन समाज में हो रही हर तरह की घटनाओं के कारण आज भी पुरुष प्रधान समाज महिलाओं को उनका अधिकार नहीं देना चाहता है। जब जिला मजिस्ट्रेट ,महिला प्रतिनिधियों को किसी भी बैठक में भाग लेने के लिए कहता है और उनके प्रतिनिधि उनके स्थान पर भाग नहीं ले सकते हैं जब ऐसे नियम बनाएं जायेंगे तभी महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपने अधिकारों को जानेंगी। आज भी गाँव में हर तरह की चीज़ें देखी जाती हैं। गाँव में महिला ग्राम प्रधान हैं, लेकिन उन्हें केवल स्टाम्प और हस्ताक्षर के लिए रखा गया है।

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उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पुरुष को जिस तरह जमीन का अधिकार मिलता है उसी तरह महिलाओं को भी मिलना चाहिए। महिला पुरुष में भेदभाव नहीं होना चाहिए। अशिक्षा के कारण महिला को अधिकार नहीं मिल पा रहा है। महिला पुरुष में भेदभाव किया जा रहा है।महिलाओं के साथ समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। महिलाओं को उनका अधिकार मिलना चाहिए