गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भीषण गर्मी के कारण हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी के मौसम से हमारे शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। अगर हम कम पानी पीते हैं, तो डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। इसलिए इस मौसम में 8-10 गिलास पानी का सेवन जरूर करना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गर्म मौसम में तले हुए भोजन से बचने की कोशिश करें क्योंकि यह आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। नींबू पानी या नारियल पानी का सेवन करना चाहिए। यह आपको तुरंत ऊर्जा देगा। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पीते रहें। ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। घर से बाहर निकलते समय टोपी,स्कार्फ सनग्लास का इस्तेमाल जरूर करें

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से काजल सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ सकते है। धुप के कारण स्किन ख़राब हो सकते है। शरीर को ठण्ड रखने के लिए पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए। गर्मी में पसीना अधिक आता है। अधिक धुप के कारण स्वास्थय ख़राब होता है। पसीना शरीर से अधिक निकलने के कारण शरीर में पानी की कमी आ जाती है। इसीलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पानी की हर बूंद हमारे लिए कीमती है। औद्योगीकरण और शहरीकरण के कारण कुएँ लगातार कम हो रहे हैं और भूजल स्तर गिर रहा है जिससे भविष्य में जल संकट पैदा हो सकता है। इसलिए जल संकट से बचने के लिए जल संरक्षण आवश्यक है। जल संचयन का एक तरीका है या वर्षा जल की बर्बादी को रोकना। बारिश के पानी को इकट्ठा किया जा सकता है और गर्मियों के मौसम में पीने के लिए इसमें संग्रहीत किया जा सकता है और इस पानी को कृषि उपयोग या अन्य कार्यों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जल संरक्षण के प्रति हर एक व्यक्ति को जागरूक होने की जरूरत है

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इंसान जिस तरह से पृथ्वी का शोषण कर रहा है, वो कहीं न कहीं उसके खुद के विनाश की राह तैयार कर रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बदलाव हो रहा है। जिसके कारण मानव शरीर भी प्रभावित हो रहा है। गर्मी भी इतनी ज्यादा हो रही है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह मनुष्यों में जीवित रहने के लिए अनुकूल सीमा को भी पार कर जाएगा इसका लोगों के शरीर के साथ-साथ भोजन की थाली पर भी सीधा प्रभाव पड़ेगा।

इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचना है, तो मौसम विभाग या सरकार द्वारा दी जाने वाली जानकारी और चेतावनी को गभीरता से समझना है और उन बातों का पालन करना है. सावधानी और सतर्कता, इन दोनों बातों का हमें ध्यान रखना है |इस भीषण गर्मी से जुड़ी चेतावनी आपको कहाँ से मिलती है ? चेतावनी सुनने या देखने के बाद आप क्या कदम उठाते है ? आप या आपके आसपास लोग इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करते है ?

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भीषण गर्मी का कहर जारी है, चिलचिलाती गर्मी और तपनभरी हवाओं ने हालत खराब कर रखी है। इस गर्मी के मौसम में शरीर को सेहतमंद रखने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं इस बात पर खास ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि लू के चलते शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर से बाहर जाते समय ठंडा पानी पी कर निकलें साथ ही जेब में एक प्याज भी रख लें। पूरे दिन कम से कम दस से पंद्रह गिलास पानी से हीट स्ट्रोक से बचा जा सकता है। पानी पीने में कोताही ना बरतें, क्योंकि इस मौसम में हमारे शरीर का पानी पसीने के माध्यम से निकल जाता है। जिसके कारण व्यक्ति अक्सर कमजोर हो जाता है। जितना संभव हो सके मसालेदार तला हुआ, तीखा भोजन से बचें। धूप से बचने के लिए टोपी,चश्मे सनग्लास का प्रयोग करें। इसके साथ ही सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग कर बाहर निकलें। सूती वस्त्र का ही प्रयोग करें। सुबह की ठंडी और ताज़ी हवा का सेवन जरूर करें

साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जल संरक्षण हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है,इसका अनुमान हमें तब पता होता है जब ये पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नही होता है। । पानी की एक-एक बूंद हमारे लिए बहुत कीमती है। इसे बचने का प्रयास किया जाना चाहिए। औद्योगीकरण और शहरीकरण के कारण कुओं और तालाबों में जल की लगातार कमी होती जा रही है और भूजल का स्तर लगातार गिर रहा है। जिससे भविष्य में जल संकट पैदा हो सकता है, इसलिए जल संकट से बचने के लिए जल संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।