दोस्तों, राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला अभी भी 2.5 किमी तक पैदल चलकर जाती हैं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं अपने परिवार के लिए पीने का पानी लाने में औसतन दिन में 3-4 घंटे खर्च करती हैं, यानि अपने पूरे जीवन काल में 20 लाख घंटों से भी ज्यादा. क्या आपको ये बातें पता है ? और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें ...

बिहार राज्य के गया ज़िला के फतेहपुर प्रखंड के कलां धरारा पंचायत के कोशमाहर से बुद्धि मांझी ,मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि नल जल योजना का लाभ सही से नहीं मिल रहा है। पानी गिराने की सुविधा नहीं है। कॉलोनी भी नहीं मिल रहा है। मुखिया ,वार्ड सदस्य मिल कर भ्रष्टाचार कर रहे है। सड़क की सुविधा भी नहीं है

बिहार राज्य के गया ज़िला के फतेहपुर प्रखंड के धरारा कलां पंचायत के ग्राम कोशमहार से जगनी देवी , मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि रास्ता का अभाव है। नल जल योजना के तहत लाभ भी अच्छे से नहीं मिल रहा है। कॉलोनी भी नहीं मिल रहा है

बिहार राज्य के गया ज़िला के फतेहपुर प्रखंड के धरारा कलां पंचायत से तनीषा देवी ,मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि पानी की कोई सुविधा नहीं है। इंदिरा आवास भी नहीं मिल रहा है।नल जल योजना के तहत भी सही से पानी नहीं मिल पाता है।

बिहार राज्य के गया ज़िला के फतेहपुर प्रखंड के कलां धरारा पंचायत से हमारे श्रोता ,मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि नल जल योजना का लाभ सही से नहीं मिलता है। कॉलोनी का लाभ भी नहीं मिल रहा है

बिहार राज्य के बोधगया ज़िला से एडवोकेट डॉ अखिलेश रजत ने मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि 2014 में नल जल योजना का आवेदन दिया गया था। साथ ही कार्यपलि पदाधिकारी से आदेश मिलने के बावजूद बोध गया नगर परिषद के रूट इंस्टिट्यूट रोड धर्मशाला में समीप जल की समस्याएँ दूर नहीं हुई है

बिहार राज्य के बोधगया ज़िला से शिव प्रशाद ने मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एडवोकेट डॉ अखिलेश रजत से पानी की सामुदायिक समस्याओं पर चर्चा हुई। जहाँ उन्होंने बताया कि 2014 में नल जल योजना का आवेदन दिया गया था। साथ ही कार्यपलि पदाधिकारी से आदेश मिलने के बावजूद बोध गया नगर परिषद के रूट इंस्टिट्यूट रोड धर्मशाला में समीप जल की समस्याएँ दूर नहीं हुई है

बिहार राज्य के गया ज़िला से पंकज कुमार ,मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि वार्ड 2 की जनता के लिए नल जल की कोई व्यवस्था नहीं है। साथ ही गली नली की भी कोई व्यवस्था नहीं है

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं? आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?