बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में सुनीता दीदी से साक्षात्कार किया। सुनीता दीदी ने बताया कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में गाईयू दीदी से साक्षात्कार किया। गाईयू दीदी ने बताया कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
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मुजफ्फरपुर, शहर के गुजराती मुहल्ला, इमली चट्टी आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 249 में सोमवार को मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चक्र की शुरुआत की गयी। यह चक्र सोमवार से 8 मई तक चलेगा। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ सुभाष प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर प्रभारी सीएस डॉ सिंह ने कहा कि मिशन इंद्रधनुष 4.0 देश का सबसे बड़ा टीकाकरण का कार्यक्रम है। इस अभियान में दो वर्ष तक के उम्र वाले बच्चों को शामिल किया जाता है। बीच में कोविड के कारण टीकाकरण की गति थोड़ी धीमी हो गयी थी, मिशन इंद्रधनुष 4.0 इस अंतराल को कम करने तथा सार्वभौमिक टीकाकरण की दिशा में स्थायी लाभ प्रदान करने में काफी योगदान किया।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से अनीता दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में यह कहती हैं कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है और अपने बच्चे को गर्मी के मौसम में बाहर नहीं खेलने देना चाहिए । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अपने बच्चे को ओ आर एस का घोल बनाकर अवश्य देनी चाहिए और अगर ओ आर एस नहीं है, तो अपने बच्चे को नमक चीनी का घोल बनाकर देनी चाहिए साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से अनीता दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह रूबी दीदी से साक्षात्कार किया। रूबी दीदी ने बताया कि लड़कियों की कम उम्र में जिस तरह से विवाह हो रही थी। सरकार ने यह कदम उठाकर सही फैसला किया है। उन्होंने बताया कि जिस तरह से पहले के समय में लड़कियों का विवाह कम उम्र में किया जाता था जो की बहुत ही गलत था। क्योकि कम उम्र में लड़की की शादी होने के बाद लड़की का शारीरिक और मानसिक विकास पूर्ण रूप से सही नहीं होता था। इसलिए सरकार ने लड़कियों के विवाह को देखते हुए सही कदम उठाया है
मुजफ्फरपुर,आयुर्वेद में 16 संस्कारों का विधान है। जिसमें एक है स्वर्णप्राशन। बच्चों के जन्म के समय किया जाने वाला यह संस्कार वैद्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण भस्म युक्त स्वर्णप्राशन कराया जाता है। शहर में इसका आयोजन 8 मई पुष्य नक्षत्र के दिन 52 बीघा स्थित जीवन धारा पंचकर्म क्लिनिक में होगा। 1 मई से रजिस्ट्रेशन भी आरंभ है। जिसमें पुराने बच्चों के अलावा 20 नए बच्चों को निःशुल्क स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। यह जीरो से 16 साल तक के बच्चों को कराया जाता है।
मुजफ्फरपुर अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर गोद लिए हुए पंचायतों में पदाधिकारियों ने शनिवार को अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए चमकी को लेकर सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाया। अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा संबंधित पंचायतों में बैठक की गई। साथ ही महादलित टोलों में भ्रमण करते हुए बच्चों एवं अभिभावकों को चमकी को लेकर जागरूक किया। पंपलेट बांटे गए और पढ़कर भी सुनाए गए।
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