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बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला के पंचायत रउवा से अर्चना दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि हमें चमकी को पता करने के लिए अपने बच्चे को रात में सोते समय भरपेट भोजन कराना चाहिए। उसके बाद सुबह उठते के साथ बच्चे को देखना है की कहीं बच्चा बेहोश तो नहीं या फिर बच्चे को चमकी तो नहीं। अगर ऐसा होने पर हमें तुरंत ही सरकारी या प्राइवेट के अस्पताल में ले जाकर बच्चे को जाँच करवाना है
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मधु कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि मछली में बहुत तरह के प्रोटीन पाए जाते है। इससे शरीर के लिए फायदेमंद है
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बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से किरण दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में यह कहती हैं कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है और अपने बच्चे को गर्मी के मौसम में बाहर नहीं खेलने देना चाहिए । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अपने बच्चे को ओ आर एस का घोल बनाकर अवश्य देनी चाहिए और अगर ओ आर एस नहीं है, तो अपने बच्चे को नमक चीनी का घोल बनाकर देनी चाहिए। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में यह बताया कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में बोध कुमारी दीदी से साक्षात्कार किया। बोध कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में यह कहती हैं कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है और अपने बच्चे को गर्मी के मौसम में बाहर नहीं खेलने देना चाहिए । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अपने बच्चे को ओ आर एस का घोल बनाकर अवश्य देनी चाहिए और अगर ओ आर एस नहीं है, तो अपने बच्चे को नमक चीनी का घोल बनाकर देनी चाहिए। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में अनीता दीदी से साक्षात्कार किया। अनीता दीदी ने बताया कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में उर्मिला दीदी से साक्षात्कार किया। उर्मिला दीदी ने बताया कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मंजू दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में मंजू दीदी से साक्षात्कार किया। मंजू दीदी ने बताया कि शून्य से लेकर पन्द्राह साल के बच्चे को सावधानी पूर्वक रखना है। साथ ही बच्चे को रात के सोने से पहले अच्छे से भोजन करवाकर सुलाना है और यह भी देखना है की बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा है या नहीं। अगर बच्चे का स्वास्थ्य सही है तो घबराने की जरुरत नहीं और अगर बच्चे के स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार गड़बड़ी दिखती है, तो हमें तुरंत ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में लेकर जाना चाहिए।