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मुजफ्फरपुर, 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है । इस बार का थीम तंबाकू हमारे पर्यावरण के लिए खतरा घोषित किया गया है।आम तौर पर देखा गया है कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन करने के कारण कईं ऐसे तथ्य सामने आए जिसके कारण पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है ,जैसे कि कोई व्यक्ति सिगरेट पीने के बाद सिगरेट के बट‌ को जमीन पर डाल देते हैं । वहीं इस बार तंबाकू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए  कक्षा 6 से 12 वर्ष के बच्चों को स्वास्थ्य विभाग ने आमंत्रित किया है। तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव और पर्यावरण पर पड़ने वाले खतरे को लेकर बच्चों को स्लोगन और पोस्टर बनाने हैं। अच्छे पोस्टर बनाने वाले बच्चों को विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा।

मुजफ्फरपुर, महादलित टोला। गांव की दुपहरी। घरों से झांकती महिलाएं और बच्चे। सभी की निगाहें डुगडुगी की तरफ है। बच्चे दौड़कर आ रहे हैं। महिलाएं एक -दूसरे से फुसफुसाती हुए आगे बढ़ रही हैं। आशा की पुकार पर वह तेजी से एकत्र होती हैं। नुक्कड़ की टीम देखकर कहती हैं -खेला है, तभी फिर से जोर की डुगडुगी बजती और चमकी को धमकी नुक्कड़ -नाटक की शुरुआत हो जाती है।  ऐसे दृश्यों का कारवां प्रतिदिन किसी महादलित या चमकी प्रभावित जगहों पर रोज देखा जा रहा है।

मुजफ्फरपुर, जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में एईएस/ चमकी बुखार को लेकर किए जा रहे कार्यों /गतिविधियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।  बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक हम एईएस पर नियंत्रण करने में कामयाब रहे हैं। किये जा रहे कार्यों/गतिविधियों को विशेषकर जागरूकता अभियान को और गति देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जून के महीने में एईएस का प्रकोप अधिक रहा है। इसे देखते हुए हमें अलर्ट मोड में रहना होगा। विगत तीन-चार महीनों से चल रहे जागरूकता अभियान को और गति देने की जरूरत है।

संतोष कुमार मंडल की रिपोर्ट (मुजफ्फरपुर) ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी। ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों को अब सफर के दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं में सुधार करते हुए लंबी दूरी की तीन ट्रेनों में ट्रेन कैप्टन को तैनात किया हैं। ट्रेन में कैप्टन इंचार्ज होंगे, जिससे अगर आप ट्रेन में सफर के दौरान होने वाली समस्याओं से कैप्टन को अवगत करा सकते हैं। पूर्व मध्य रेल की जिन तीन ट्रेन में कैप्टन की तैनाती की गई हैं, उसमें समस्तीपुर रेल मंडल के दरभंगा जंक्शन से खुलने वाली 12565/12566 बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, सहरसा से खुलने वाली 12553/54 वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, रक्सौल से खुलने वाली 15273/74 सत्याग्रह एक्सप्रेस ट्रेन इसकी शुरुआत की गई हैं। और वहीं उम्मीद जताई जा रही हैं कि आगामी दिनों में पूर्व मध्य रेल के अन्य ट्रेनों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी। ट्रेन में कैप्टन का कार्य कोच की सफाई, बिजली आपूर्ति, वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों द्वारा आरक्षित सीटों पर कब्जा करना तथा यात्रियों की सुरक्षा की पूरी जवाबदेही होगी। वहीं इसके साथ ही यात्रियों के साथ होने वाले समस्या का ना केवल निदान किया जाएगा, बल्कि इसके जिम्मेदार भी कैप्टन होंगे। ट्रेन में कैप्टन की सुविधा उपलब्ध हो जाने से लोगों की ट्रेन यात्रा काफी आसान हो जाएगी।

संतोष कुमार मंडल (मुजफ्फरपुर) स्टार्टअप के मामले में बिहार की गूंज इन दिनों पूरे देश में सुनने को मिल रही है। अब बिहार के लिए एक और अच्छी खबर है। मुजफ्फरपुर जिले के स्टार्टअप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय ने पसंद किया है। प्लास्टिक कचरे से डीजल-पेट्रोल तैयार करने वाला मुजफ्फरपुर का स्टार्टअप की चर्चा तो शुरू होने से ही अब पीएम मोदी कार्यालय ने इसे पसंद किया है। इस टेक्नोलॉजी को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्तर पर पूरे देश में विस्तारित करने की योजना है। पीएमओ की पहल पर इस संबंध में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में स्टार्टअप की शुरु करने वाले जिले के आशुतोष मंगलम को पत्र लिखा है। आने वाले समय में प्लास्टिक कचरे 6 रुपिया लिया जाएगा।

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से चंदा दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि हमें चमकी को पता करने के लिए अपने बच्चे को रात में सोते समय भरपेट भोजन और कुछ मीठा खिलाकर सोने देना चाहिए। उसके बाद सुबह उठते के साथ बच्चे को देखना है की कहीं बच्चा बेहोश तो नहीं या फिर बच्चे को चमकी तो नहीं। अगर ऐसा होने पर हमें तुरंत ही सरकारी या प्राइवेट के अस्पताल में ले जाकर बच्चे को जाँच करवाना है।

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से बिनोद कुमार जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि आंगनबाड़ी और विद्यालय में हो रही है पानी की समस्या

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से किरण दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि हमें चमकी को पता करने के लिए अपने बच्चे को रात में सोते समय भरपेट भोजन और कुछ मीठा खिलाकर सोने देना चाहिए। उसके बाद सुबह उठते के साथ बच्चे को देखना है की कहीं बच्चा बेहोश तो नहीं या फिर बच्चे को चमकी तो नहीं। अगर ऐसा होने पर हमें तुरंत ही सरकारी या प्राइवेट के अस्पताल में ले जाकर बच्चे को जाँच करवाना है।

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से अभिषेक कुमार जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से चमकी बुखार के बारे में जानकारी चाहते हैं