बिहार राज्य के मुशाई ग्राम से मोबाइल वाणी के माध्यम से सुमन बोल रहें हैं की इनके स्कूल में पानी की सुविधा नहीं है। और बता रहें हैं की पंचायत द्वारा शहर में कोई काम नहीं किया जाता है

बिहार राज्य के जिला मुजफ्फरपुर से नीतू देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि पानी की कोई सुविधा नहीं है। वह सरकार से अनुरोध करती है कि सुविधा प्रदान किया जाये

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम से रश्मि बोल रही हैं की पानी गन्दा आता है बाद में हमें इसी गन्दा पानी को पीना पड़ता है इसलिए पानी को ज्यादा से ज्यादा बचाना चाहियें

बिहार राज्य के जिला मुजफ्फरपुर के काकी ब्लॉक पैगम्बरपुर कोल्हुआ पंचायत से मोबाइल वाणी के माध्यम से मुंशी साहनी बता रहें हैं की यहाँ के आंगनबाड़ी में पानी की सुविधा नहीं है

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला के पोस्ट पैगम्बर थाना कांटी ग्राम सदापुर से विजय कुमार जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि उनके ग्राम में पानी की बहुत ही ज्यादा समस्या है। उन्होंने कहा कि कभी कभी पानी आता है, तो कभी कभी पानी नहीं आता है। जिससे लोगों में पानी को लेकर बहुत ही समस्या उत्पन्न होती है

साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.

बिहार राज्य के जिला शेखपुरा से मोबाइल वाणी के माध्यम से रवि केशरी बोल रहें हैं की पानी हमारे जीवन में एक महतवपूर्ण तत्व है जिसके बिना जीवन अधूरा है। पानी में कितना आयरन और भी तत्व कितने मात्रा में होना चाहियें जो हमारे शरीर के लिए सही होता है इसकी जानकारी भी सही से नहीं होती है। इसलिए चाहते हैं की ऑडियो के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दी जाएँ और जिला और इलाका में पानी कितने लेवल में है इसके बारे में बताया जाएँ

दोस्तों, हमारे आपके बीच ऐसी महिलाओं के बहुत से उदाहरण हैं, पर उन पर गौर नहीं किया जाता. अगर आपने गौर किया है तो हमें जरूर बताएं. साथ ही वे महिलाएं आगे आएं जो घंटों पानी भरने और ढोने का काम करती हैं. उनका अपना अनुभव कैसा है? वे अपने जीवन के बारे में क्या सोचती हैं? क्या इस काम के कारण उनका जीवन नरक बन रहा है? क्या वे परिवार में पानी की आपूर्ति के चक्कर में अपना आत्मसम्मान खो रही हैं? क्या कभी ऐसा कोई वाक्या हुआ जहां पानी के बदले उनसे बदसलूकी की गई हो, रास्ते में किसी तरह की दुर्घटना हुई हो या फिर किसी तरह के अपशब्द अपमान सहना पडा?

दोस्तों, राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला अभी भी 2.5 किमी तक पैदल चलकर जाती हैं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं अपने परिवार के लिए पीने का पानी लाने में औसतन दिन में 3-4 घंटे खर्च करती हैं, यानि अपने पूरे जीवन काल में 20 लाख घंटों से भी ज्यादा. क्या आपको ये बातें पता है ? और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें ...

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं? आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?