दिल्ली एनसीआर के मानेसर से दीपक ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गुड़गाँव से कई प्रवासी मज़दूर वापस अपने घर जा चुके है और अभी भी लगातार अपने घरों की तरफ जा रहे है। इस वक़्त काफ़ी कंपनियों को श्रमिक न मिलने के कारण बंद कर दिया गया है। वही जो श्रमिक आठ घंटे की ड्यूटी के लिए 350 रूपए मिलता है अगर किसी दिहाड़ी को लेकर आते है कंपनी में तो उन्हें 500 रूपए की ओटी देनी पड़ती है। अभी के समय में दिहाड़ी मज़दूर भी मिलना बंद हो गया है। कंपनियों ने भी अपने श्रमिकों को लगातार छुट्टी दे दी है।