बिहार राज्य के नालंदा जिले से प्रियंका कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने " गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम को सुना,जिसमें कृषि विशेषज्ञ ने आम के पेड़ में लगने वाले गुच्छा रोग और उसके बचाव के बारे में बताया था। साथ ही गुच्छा रोग में इस्तेमाल होने वाली दवा के बारे में भी जानकारी दी गई थी। प्रियंका द्वारा लगाए गए आम के पेड़ों में गुच्छा रोग हो गया था। विशेषज्ञ द्वारा बताई गई दवा का छिड़काव इन्होने अपने आम के पेड़ों पर किया। परिणामस्वरूप आम का पेड़ स्वास्थ्य हो गया और उसमे मंजर भी अच्छा आया है। उम्मीद है आने वाले दिनों में आम का फल भी अच्छा होगा।

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बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से स्वीटी रानी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से पूजा सिंह से साक्षात्कार लिया है। जिसमें  पूजा सिंह ने बताया कि वे मोबाइल वाणी की नियमित श्रोता हैं और मेरी आवाज मेरी पहचान पर उन्होंने पैसा सभाल कर कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की जानकारी को सुना है और 12 रूपए वाला प्रधानमंत्री  सुरक्षा बीमा करवाया है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया कि कोई भी पुरुष महिला जो 18 वर्ष से 70 वर्ष की आयु का है ,वे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा करवा सकता है और इस योजना का लाभ ले सजता है । जीवन बीमा करवाने से किसी प्रकार  की दुर्घटना होने पर नॉमिनी को 200000 रूपए मिलते हैं या शरीर का कोई एक अंग विकलांग होने पर 100000 रूपए की सहायता राशि नॉमिनी को दी जाती है। इस बीमा का लाभ प्राप्त करने के लिए बीमा करवाने वाले का और नॉमिनी का आधार कार्ड ,बैंक खाता का फोटो कॉपी और मोबाइल नंबर लगा होना चाहिए। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा कराना चाहिए क्यूंकि इससे बहुत लाभ मिलता है यह लाभ जीवन के साथ भी रहता है और जीवन के बाद भी रहता है।

बिहार राज्य के नालंदा जिले से सरिता की बात मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनारी कुमारी से हुई उन्होंने बताया की वो गांव आजीविका और हम कार्यक्रम सुनी जिसमें उन्होंने भिंडी के खेती के बारे में जानकारी लिया और अपने खेत में भिंडी लगायी उन्होंने बताया की भिंडी लगाने से पहले जैविक खाद भी प्रयोग किया जिसमें गोबर का छिड़काव किया और भिंडी के पौधे को सही दुरी में लगाया जिससे उनके फसल बहुत अच्छे हैं और आज वो भिंडी खा रहे हैं

बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से दीपा कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से रिभा कुमारी से साक्षात्कार लिया।रिभा कुमारी ने बताया कि ये पीरिएड के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती थी। फिर एक बार इन्होने मेरी आवाज मेरी पहचान मंच पर "तन मन और हम" कार्यक्रम को सुना। जिसमें पीरिएड के दौरान पैड लेने एवं सफाई के महत्व के बारे में बताया गया था। कार्यक्रम सुनकर ये बहुत प्रभावित हुई और इन्होने पीरिएड के समय पैड का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। साथ ही पेट दर्द होने पर ये बोतल में गरम पानी से सिकाई करती हैं।

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मध्य प्रदेश राज्य के खंडवा जिले से राम नेहवाल मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की पहले मेरे पास कच्चा मकान था खंडवा मोबाइल वाणी की न्यूज़ को सुनकर मैं एक आवेदन किया जिससे मुझे पक्का मकान मिल गया अब मैं और मेरा परिवार सुखी सुखी रहते हैं

बिहार राज्य के नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड से प्रियंका कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने मटर की खेती किया था। पाला लगने के कारण मटर के पौधे ख़राब होने लगे थे। फिर एक दिन इन्होने "मेरी आवाज मेरी पहचान "मंच पर "गांव आजीविका और हम" नामक कार्यक्रम सुना। जिसमे मटर की खेती सम्बंधित जानकारियां कृषि विशेषज्ञ द्वारा दी गई थी। प्रियंका ने कृषि विशेषज्ञ द्वारा बताए गए दवा का छिड़काव अपने खेत में किया। परिणामस्वरूप इनके मटर के पौधों में फिर से जान आ गई और फसल लहलहाने लगे। साथ ही मटर के फल भी अच्छे हुए। बाजार में मटर को बेचकर ये अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं।

झारखंड राज्य के सिमडेगा जिला से संजीत प्रसाद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे मोबाइल वाणी के नियमित श्रोता हैं। उन्होंने मोबाइल वाणी पर प्रकाशित होने वाला कार्यक्रम गांव आजीविका और हम पर भिंडी की फसल लगाने और कीड़ा से छुटकारा पाने की दवा स्पेस साइंस पॉइंट जीरो दो की जानकारी सुनी। जिसे सुनने के बाद संजीत प्रसाद ने भिंडी की फसल में यह दावा डाली साथ ही उन्होंने दूसरे किसानों को भी इसकी जानकारी दी .संजीत प्रसाद ने इस जानकारी के लिए मोबाइल वाणी का धन्यवाद दिया है।

झारखंड राज्य के सिमडेगा जिला से अशोक साहू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे मोबाइल वाणी के नियमित श्रोता हैं। उन्होंने मोबाइल वाणी पर प्रकाशित होने वाला कार्यक्रम गांव आजीविका और हम पर उन्होंने गेहूं के खेत में लगे चूहों को भगाने के लिए आटे की गोली में फॉस्फेट मिलाकर चूहों को खिलाने की जानकारी मिली। इस कार्यक्रम को सुनने के बाद उन्होंने इसको अपने जीवन में लागु किया और दूसरे किसानों को भी इसकी जानकारी दी। अशोक साहू ने मोबाइल वाणी का धन्यवाद दिया।